कानपुर: कानपुर शहर के एलएलआर हॉस्पिटल के पास बने पोस्टमार्टम हाउस में बुधवार कर्मचारियों की लापरवाही से पीएम के बाद शव बदलने का मामला सामने आया. मामले का खुलासा तब हुआ जब अपने पति का शव लेने पहुंची पनकी निवासी पूजा ने जैसे ही बॉडी देखी, उसके बाद उसने वहां मौजूद कर्मचारियों से कहा कि, ये मेरे पति की बॉडी नहीं है. मोर्चरी से पीएम हाउस तक बॉडी आने में शव को बदल दिया गया. फिर क्या था, वहां मौजूद कर्मचारी सन्न रह गए. आनन-फानन ही पूजा को पीएम हाउस ले जाकर उसके पति की पहचान कराई गई. फिर पोस्टमार्टम किया गया. इसके बाद पूजा परिजनों संग अपने पति की बॉडी लेकर वहां से चली गई.
दरअसल पनकी निवासी शिवम सिंह प्राइवेट जॉब करता था. पत्नी पूजा ने बताया, कि शिवम को शराब पीने की लत थी. जिसके चलते पिछले दो सालों से किडनी की बीमारी से जूझ रहा था. इलाज के दौरान शिवम की मौत हो गई थी. इसके बाद परिजनों ने शिवम की मौत को संदिग्ध मानते हुए पुलिस को सूचना दी. जिसके बाद पुलिस ने बॉडी को पीएम के लिए भेजा तो परिजन साथ आए थे.
जब परिजनों को पीएम के बाद बॉडी मिली तो पत्नी पूजा ने पति का आखिरी बार चेहरा देखने की जिद्द कर दी. ऐसे में जब पत्नी पूजा ने पोस्टमार्टम से बाद मिली बॉडी का चेहरा देखा तो फौरन ही इंकार कर दिया. उसके बाद आनन-फानन में पूजा के पति का पीएम कराया गया और फिर परिजनों को शिवम की बॉडी सौंप दी गई.
इस पूरे मामले में पनकी थाना प्रभारी मानवेंद्र सिंह ने बताया कि, किसी व्यक्ति की बॉडी बदलने को लेकर कोई सूचना पनकी पुलिस को नहीं दी गई है. न ही इस तरह का मामला मेरे संज्ञान में है. मामला आने पर जांच की जाएगी.