छपरा : बिहार के छपरा में घाघरा सर्विस स्टेशन पर सीएनजी की टंकी में लीकेज के चलते हड़कंप मच गया. गैस निकलते ही अफरातफरी मच गई. मामला छपरा मुख्य मार्ग पर मझनपुरा स्थित सीएनजी स्टेशन का है, जहां रिफिलिंग के दौरान जोरदार विस्फोट हुआ और गैस का रिसाव शुरू हो गया. गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ.
सीएनजी टंकी में धमाके के साथ लीकेज : सीएनजी टंकी में रिफलिंग के दौरान पाइप में ब्लास्ट हो गया. गैस के रिसाव के बाद अफरा तफरी मच गई. घटना लगभग साढ़े चार बजे शाम की है. गैस के पाइप विस्फोट की आवाज से भयभीत पम्प पर तैनात कर्मी अचानक भागने लगे. लोगों ने बताया पाइप फटने के बाद विस्फोट की आवाज लगभग एक किलोमीटर दूर तक सुनी गई. लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई. हालांकि मौके पर मौजूद टेक्नीशियन रंजीत कुमार ने साहस का परिचय देकर लगभग आधे घण्टे बाद गैस रिसाव पर काबू पा लिया.
रिफीलिंग के दौरान हादसा : सीएनजी गैस की टंकी के पाइप में हुए विस्फोट की सूचना पाकर पहुंचे माँझी के थानाध्यक्ष अमित कुमार राम तथा बीडीओ रंजीत कुमार सिंह ने छपरा के एसपी तथा डीएम को मोबाइल से घटना की सूचना से अवगत कराया. पदाधिकारियों ने पम्प पर तैनात कर्मियों से मिलकर बात की तथा गैस रिसाव पर काबू पाने की जानकारी मिलने के बाद राहत की सांस ली. कर्मियों ने बताया कि सीएनजी की टंकी में मौजूद कुल चार सौ लीटर गैस का रिसाव हुआ है. हालाँकि रिफलिंग के लिए अलग से चार सौ लीटर गैस लेकर पहुँची गैस वाहन को रिसाव के बाद वहाँ से तत्काल हटा लिया गया.
टला बड़ा हादसा : गैस के रिसाव से आग लगने का बड़ा खतरा था. मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि गैस रिसाव के अलावा टंकी के विस्फोट के बाद पम्प में मौजूद पेट्रोल व डीजल तथा पम्प के सामने केन व बोतल में रखकर बेचे जा रहे पेट्रोल व डीजल आग लगने की स्थिति में घटना को और अधिक भयावह बना सकता था. घटना की भयावहता को देखते हुए विद्युत कर्मियों ने उस साइड की विद्युत कट कर दी थी.
आसपास के इलाके के लोग थे अलर्ट : इतना ही नहीं पम्प के दोनों तरफ माँझी के मझनपूरा एवं रिविलगंज के भदपा गाँव के लोग अपने अपने घरों में मौजूद गैस का रेग्युलेटर बन्द कर खुद सावधान मुद्रा में आ गए थे. पम्प से पूरब स्थित गैस के गोदाम के कर्मी भी गोदाम में ताला लगाकर खुद को सुरक्षित कर लिया था. कमोवेश यही स्थिति पम्प से उत्तर पोल व पाइप फैक्ट्री के कर्मियों की थी. मझनपूरा रेलवे क्रासिंग पर तैनात गेटमैन भी स्थिति पर नजर बनाए हुए थे ताकि विपरीत परिस्थिति में रेल प्रशासन को आगाह कराया जा सके.
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