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उत्तराखंड पहुंचे पांचों सीटों के व्यय पर्यवेक्षक, आज से शुरू होगी कैंडिडेट के खर्चों की निगरानी - Uttarakhand Expenditure Supervisor - UTTARAKHAND EXPENDITURE SUPERVISOR

Expenditure supervisor reached Uttarakhand, Uttarakhand Lok Sabha elections लोकसभा चुनाव के लिए व्यय पर्यवेक्षक उत्तराखंड पहुंच चुके हैं. पांचों सीटों के व्यय पर्यवेक्षक आज से कैंडिडेट के खर्चों की निगरानी का काम शुरू करेंगे.

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उत्तराखंड पहुंचे पांचों सीटों के व्यय पर्यवेक्षक
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Mar 21, 2024, 6:26 PM IST

Updated : Mar 22, 2024, 7:13 AM IST

देहरादून: उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर 19 अप्रैल को मतदान होना है. जिसके मद्देनजर 20 मार्च से नामांकन भरने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. ऐसे में पांचों लोकसभा सीटों के लिए नामित व्यय पर्यवेक्षक उत्तराखंड पहुंच गए हैं. नामित व्यय पर्यवेक्षक 22 मार्च से नामांकन के दौरान प्रत्याशियों और पार्टियों के खर्चे की पूरी निगरानी करेंगे.

संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी नमामि बंसल ने कहा पांचों लोकसभा सीटों के लिए व्यय पर्यवेक्षक उत्तराखंड आ चुके हैं. शुक्रवार को होने वाले नामांकन के दौरान उनके द्वारा प्रत्याशियों और पार्टियों के खर्च की पूरी निगरानी की जाएगी. नमामि बंसल ने बताया लोकसभा निर्वाचन में शराब के दुरुपयोग को रोकने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है. इसके लिए प्रदेश भर में कुल 497 फ्लाइंग स्क्वाड गठित की गई हैं. इसके साथ ही प्रदेश में मौजूद कुल 628 शराब की दुकानों के साथ ही 8 बॉटलिंग प्लांट व डिस्टिलरी की सीसीटीवी के जरिये मॉनिटरिंग की जा रही है. इसके अलावा, शराब सप्लाई में लगे सभी वाहनों पर भी जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम लगाए गए हैं.

बीते दिन यानी 20 मार्च को नैनीताल के मुक्तेश्वर थाना क्षेत्र में कुल 450 लीटर और चंपावत में 600 लीटर शराब बरामद की गई. साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान कुल 3 करोड़ की शराब जप्त की गई थी. 2022 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान कुल 4 करोड़ 70 लाख रुपये की शराब बरामद की गई थी. साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान प्रदेश के 10 बूथों पर जनता ने चुनाव बहिष्कार किया था. इनमें से अधिकतर बूथ उत्तरकाशी जिले के साथ ही सहसपुर, घनसाली और हरिद्वार ग्रामीण में एक-एक बूथ पर बहिष्कार किया गया था. वर्तमान लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अभी तक किसी भी बूथ से चुनाव बहिष्कार की शिकायत निर्वाचन आयोग को नहीं मिली है. आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से सी-विजिल एप पर अभी तक 5325 शिकायतें प्राप्त हुई हैं. जिसका निस्तारण किया जा चुका है.

इसके अलावा, साल 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान मतदान से तीन दिन पहले 30 पोलिंग पार्टियां 30 बूथों के लिए रवाना हुई थी. दुरस्थ इन 30 पोलिंग बूथों पर जाने के लिए काफी अधिक पैदल मार्ग से जाना पड़ता था, लेकिन इस बार ऐसे केवल 12 बूथ हैं जहां के लिए पोलिंग पार्टियों को तीन दिन पहले भेजा जायेगा. इनमें उत्तरकाशी के 11 और एक बूथ कनार धारचूला, पिथौरागढ़ में स्थित है. धारचूला का कनार बूथ करीब 18 किलोमीटर पैदल मार्ग की दूरी पर है. जिसमें कुल 586 मतदाता हैं. उत्तरकाशी के लिवाड़ी बूथ जाने के लिए करीब 20 किलोमीटर पैदल मार्ग से जाना पड़ता है. इस बूथ पर कुल 577 मतदाता हैं.

पढे़ं- उत्तराखंड में 35 लाख मतदाता ले चुके मतदान की शपथ, आचार संहिता उल्लंघन के आ चुके इतने मामले

देहरादून: उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर 19 अप्रैल को मतदान होना है. जिसके मद्देनजर 20 मार्च से नामांकन भरने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. ऐसे में पांचों लोकसभा सीटों के लिए नामित व्यय पर्यवेक्षक उत्तराखंड पहुंच गए हैं. नामित व्यय पर्यवेक्षक 22 मार्च से नामांकन के दौरान प्रत्याशियों और पार्टियों के खर्चे की पूरी निगरानी करेंगे.

संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी नमामि बंसल ने कहा पांचों लोकसभा सीटों के लिए व्यय पर्यवेक्षक उत्तराखंड आ चुके हैं. शुक्रवार को होने वाले नामांकन के दौरान उनके द्वारा प्रत्याशियों और पार्टियों के खर्च की पूरी निगरानी की जाएगी. नमामि बंसल ने बताया लोकसभा निर्वाचन में शराब के दुरुपयोग को रोकने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है. इसके लिए प्रदेश भर में कुल 497 फ्लाइंग स्क्वाड गठित की गई हैं. इसके साथ ही प्रदेश में मौजूद कुल 628 शराब की दुकानों के साथ ही 8 बॉटलिंग प्लांट व डिस्टिलरी की सीसीटीवी के जरिये मॉनिटरिंग की जा रही है. इसके अलावा, शराब सप्लाई में लगे सभी वाहनों पर भी जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम लगाए गए हैं.

बीते दिन यानी 20 मार्च को नैनीताल के मुक्तेश्वर थाना क्षेत्र में कुल 450 लीटर और चंपावत में 600 लीटर शराब बरामद की गई. साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान कुल 3 करोड़ की शराब जप्त की गई थी. 2022 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान कुल 4 करोड़ 70 लाख रुपये की शराब बरामद की गई थी. साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान प्रदेश के 10 बूथों पर जनता ने चुनाव बहिष्कार किया था. इनमें से अधिकतर बूथ उत्तरकाशी जिले के साथ ही सहसपुर, घनसाली और हरिद्वार ग्रामीण में एक-एक बूथ पर बहिष्कार किया गया था. वर्तमान लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अभी तक किसी भी बूथ से चुनाव बहिष्कार की शिकायत निर्वाचन आयोग को नहीं मिली है. आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से सी-विजिल एप पर अभी तक 5325 शिकायतें प्राप्त हुई हैं. जिसका निस्तारण किया जा चुका है.

इसके अलावा, साल 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान मतदान से तीन दिन पहले 30 पोलिंग पार्टियां 30 बूथों के लिए रवाना हुई थी. दुरस्थ इन 30 पोलिंग बूथों पर जाने के लिए काफी अधिक पैदल मार्ग से जाना पड़ता था, लेकिन इस बार ऐसे केवल 12 बूथ हैं जहां के लिए पोलिंग पार्टियों को तीन दिन पहले भेजा जायेगा. इनमें उत्तरकाशी के 11 और एक बूथ कनार धारचूला, पिथौरागढ़ में स्थित है. धारचूला का कनार बूथ करीब 18 किलोमीटर पैदल मार्ग की दूरी पर है. जिसमें कुल 586 मतदाता हैं. उत्तरकाशी के लिवाड़ी बूथ जाने के लिए करीब 20 किलोमीटर पैदल मार्ग से जाना पड़ता है. इस बूथ पर कुल 577 मतदाता हैं.

पढे़ं- उत्तराखंड में 35 लाख मतदाता ले चुके मतदान की शपथ, आचार संहिता उल्लंघन के आ चुके इतने मामले

Last Updated : Mar 22, 2024, 7:13 AM IST
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