धमतरी : मॉनसून आने के बाद धमतरी जिले में लंबे समय तक बारिश नहीं हुई. जून के बाद जुलाई का भी आधा महीना सूखा ही बीत गया था. बांधों में भी पानी नहीं बचने से भूजल स्तर तेजी से नीचे गिरने लगा था.ऐसे में किसान काफी निराश हो गए थे. लेकिन बीते सोमवार से छत्तीसगढ़ में बादल मेहरबान हो गए.जिसके बाद किसानों के चेहरे खिल उठे हैं.
धान की पैदावार में जिला आगे : आपको बता दें कि धमतरी जिला पूरी तरह से खेती किसानी का जिला है. यहां पर बांधों और नहरों का जाल है. इसलिए लगभग पूरा जिला ही दो फसली है. 90 फीसदी से ज्यादा किसान धान की फसल लेते हैं. धान की फसल के लिए भरपूर पानी की जरूरत पड़ती है.इस बार जिस तरह से बारिश हुई है उसे देखने के बाद अंदाजा लगाया जा रहा है कि धान की पैदावार अच्छी होगी. कृषि विभाग भी अच्छी बारिश से खुश है और जिले के धान के रकबे से अच्छा उत्पादन होने का अनुमान लगा रही है. धमतरी कलेक्टर ने भी इस बारिश को जिले के कृषि के लिए और पूरी अर्थव्यवस्था के लिए शुभ संकेत बताया है.
''बारिश अच्छी होने से खेती किसानी का काम शुरु हो गया है.इस बार उम्मीद की जा रही है कि धान की पैदावार अच्छी रहेगी.''-मोनेश साहू, कृषि अधिकारी धमतरी
कितना रखा गया है धान उत्पादन का लक्ष्य : कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार धमतरी जिले में 138.640 हेक्टेयर में धान का लक्ष्य रखा गया है जिसमें 102.260 का लक्ष्य पूरा हो गया है. वहीं प्रतिशत के हिसाब से 73.76 फीसदी लक्ष्य से पूर्ति हो गई है. धमतरी के किसानों ने कहा कि पानी गिरने से अब खेती किसानी में तेजी आई है. वहीं कृषि अधिकारी ने भी कहा कि अब धमतरी में कृषि कार्य तेजी से होगी.