पाकुड़: सदर प्रखंड कार्यालय परिसर में सोमवार को किसान मेला सह कृषि प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. आयोजित किसान मेला सह कृषि प्रदर्शनी में जिले के सैकड़ों किसान आये और अपने उत्पादित फसलों, सब्जियों, फूलों और फलों का प्रदर्शन किया. किसान मेला सह प्रदर्शनी का उद्घाटन जिला परिषद अध्यक्ष जूली ख्रीस्तमणि हेम्ब्रम, उपाध्यक्ष अशोक कुमार भगत, डीडीसी शाहिद अख्तर, जिला कृषि पदाधिकारी अरुण कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया.
किसानों से योजनाओं का लाभ उठाने की अपील: मौके पर किसानों को संबोधित करते हुए जिला परिषद अध्यक्ष ने कहा कि शासन प्रशासन ने किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई योजनाएं धरातल पर उतारी है. किसानों को इसका लाभ उठाना चाहिए. वहीं उपाध्यक्ष ने कहा कि गांव के ज्यादातर लोग खेती पर निर्भर हैं, इसलिए हम किसानों को यथासंभव सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का प्रयास कर रहे हैं. सभी किसानों को जागरूक होकर आगे बढ़ने और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने की जरूरत है. डीडीसी ने भी किसानों को संबोधित कर उनकी समस्याओं की जानकारी ली और उसके समाधान के लिए उपस्थित कृषि विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये.
जिला कृषि पदाधिकारी अरुण कुमार ने बताया कि किसान मेला सह कृषि प्रदर्शनी में जिले के महेशपुर, अमरापाड़ा, लिट्टीपाड़ा, हिरणपुर, पाकुड़िया व पाकुड़ प्रखंड के सैकड़ों किसान अपने खेतों में उगे फल, सब्जियां, फूल व फसलें प्रदर्शन के लिए लेकर आये हैं, जो काफी सराहनीय है. उन्होंने बताया कि मेले में किसान पशुधन भी लेकर आए हैं और अन्य किसान भी इसे देखने के लिए दूर-दूर से आए हैं.
समस्याओं के समाधान के लिए लगाए गए स्टॉल: जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि मेला सह कृषि प्रदर्शनी में कई विभागों के स्टॉल भी लगाये गये हैं ताकि किसान अपनी समस्याएं बता सकें और उनका समाधान किया जा सके. मेला सह कृषि प्रदर्शनी के आयोजन का मुख्य उद्देश्य यह है कि बेहतर खेती करने वाले किसानों से अन्य किसानों को जानकारी मिल सके और वे भी बेहतर खेती कर आत्मनिर्भर बन सकें. उन्होंने कहा कि इस मेले में कृषि विभाग द्वारा बेहतर फसल, सब्जी, फल एवं फूल का उत्पादन करने वाले उत्कृष्ट किसानों को पुरस्कृत भी किया गया है.
यह भी पढ़ें: जामताड़ा में किसान मेला का आयोजन, कृषि मंत्री ने उत्कृष्ट किसानों को दिया प्रशस्ति पत्र