हमीरपुर: सुजानपुर के पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने हमीरपुर में प्रेसवार्ता के दौरान प्रदेश सरकार और सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू पर कई आरोप लगाए. राजेंद्र राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री बीते सप्ताह हमीरपुर जिला के दौरे पर रहे इस दौरान मुख्यमंत्री लोगों से मिलने के बजाय रेस्ट हाउस में सोए रहे. मुख्यमंत्री बहुत ही संवेदनहीन हो चुके हैं. मुख्यमंत्री ने इस दौरे के दौरान लोगों के साथ पूरी संवेदनहीनता को अपनाया है.
राजेंद्र राणा ने कहा कि, 'मुख्यमंत्री ने शिमला में लोगों के लिए दिन निर्धारित किया है, लेकिन वहां पर भी लोगों से समय पर नहीं मिलते हैं.' राजेंद्र राणा ने मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्कू के चंडीगढ़ में फाइव स्टार होटल में ठहरने पर भी सवालिया निशान खड़े किए हैं. प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू से पूछा है कि, 'वह हिमाचल भवन में ना ठहरकर 5 स्टार होटल या हयात में ठहरते हैं, इसका क्या कारण है. मुख्यमंत्री इस पर जनता को स्पष्टीकरण दें. पूर्व हिमाचल प्रदेश के जितने भी मुख्यमंत्री हुए हैं वह सरकारी भवन हिमाचल भवन में ठहरते आए हैं, लेकिन मुख्यमंत्री फाइव स्टार होटल में किसके साथ ठहरते हैं और क्या डील करते हैं. इस पर भी जांच की जानी चाहिए. मुख्यमंत्री को इसका जवाब जनता के बीच में देना चाहिए.'
सुक्खू सरकार को भ्रष्टाचार में बताया संलिप्त
वहीं, सुजानपुर के पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि प्रदेश की सरकार भ्रष्टाचार से संलिप्त है. नादौन में एक जमीन ट्रांसपोर्ट विभाग के नाम से खरीदी गई है. इस खरीदारी का ना तो ट्रांसपोर्ट मंत्री को पता है और ना ही एचआरटीसी निगम ने कोई इसकी डिमांड की है. राजेंद्र राणा ने कहा कि यह जमीन 2 लाख 67 हजार में खरीदी गई थी, जिसे परिवहन विभाग को 6 करोड़ 72 लख रुपए में बेचा गया है, जिसमें पूरी तरह से भ्रष्टाचार हुआ है.
कौड़ियों के भाव की जमीनें करोड़ों में खरीदने का आरोप
राजेंद्र राणा ने कहा कि नादौन में मुख्यमंत्री के रिश्तेदारों की कौड़ियों के भाव की जमीनें करोड़ों रुपए में खरीदी जा रही हैं. इसी तरह फतेहपुर में भी 6-7 करोड रुपए की जमीन को पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड को खरीद कर दिया जा रहा है, लेकिन पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड ने इस जमीन को खरीदने का कोई उचित औचित्य नहीं बताया है. 6 या 7 करोड रुपए की जमीन को 67 करोड रुपए में पावर कॉरपोरेशन को खरीदा जा रहा है, जिसमें भी भ्रष्टाचार की बू आ रही है. प्रदेश सरकार विकास करवाने में पूरी तरह से असफल रही है.