ग्वालियर। पूर्व मंत्री इमरती देवी अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहती हैं. एक बार फिर उनका एक भाषण चर्चा में आ गया है. नए भारतीय न्याय संहिता को लेकर आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में पूर्व मंत्री ने पुलिस पर बड़ा बयान दिया. साथ ही उन्होंने न्यायपालिका के न्यायमूर्ति को भी सलाह दे डाली. अपना उपचुनाव भले ही हार गयी हों, लेकिन पूर्व मंत्री इमरती देवी अब भी किसी न किसी वजह से चर्चाओं में रहती हैं.
पूर्व मंत्री ने पुलिस के कार्यों पर उठाए सवाल
दरअसल, डबरा सिटी थाने में नए कानून के जागरूकता के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इस कार्यक्रम में इमरती देवी भी मौजूद थीं. भाषण के दौरान उन्होंने कहा कि "पुलिस कहती है कि तहकीकात कर रहे हैं, लेकिन हमारे थानों में तहकीकात नहीं होती. हम जैसे लोग अगर थाने आ गए तो फटाक से जो एफआईआर कटवानी होती है. वह काट दी जाती है, लेकिन अगर कोई गरीब पहुंच जाये, जिसके पास कुछ नहीं है, उसकी ना थाने में सुनवाई है ना ही अस्पताल में. मैं सच बात कह रही हूं, ना तो मैंने कभी झूठ बोला है, न अभी बोल रही हूं."
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'मैंने कभी झूठी FIR का दबाव नहीं बनाया'
कार्यक्रम में आम जनता को संबोधित करते हुए इमरती देवी ने कहा कि ''यहां सभी पुलिस अधिकारी बैठे हैं. मेरे क्षेत्र में 6 थाने पड़ते हैं, मैंने कभी भी किसी टीआई, दरोगा या एसडीओपी से कहा हो कि मैं मंत्री हूं, विधायक हूं किसी के ऊपर झूठी एफआईआर काट दो तो मैं राजनीति छोड़ दूंगी.'' अपने भाषण में इमरती देवी यहीं नहीं रुकीं उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद रहे न्यायाधीश से भी अपील कर डाली. इमरती देवी ने कहा कि ''अगर पुलिस थाने से ऐसे झूठी या लिपीपुती FIR जाए तो उसे न्याय के साथ देखें और उसका निर्णय करें. यहां के कई बार इस क्षेत्र के सीधे साधे लोग बड़े-बड़े केस में फंस कर जाते हैं उनका न्याय आपको करना है.''