जयपुर. लोकसभा चुनाव के पहले चरण के 12 लोकसभा क्षेत्रों के लिए ईवीएम मशीनों की कमिश्निंग और मॉक पोल की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। कैंडिडेट और उनके प्रतिनिधियों की मौजूदगी में प्रदेश भर में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और वीवीपैट की कमिश्निंग का काम किया गया है. खास बात ये रही कि पहली बार टीवी मॉनिटर के जरिए कैंडिडेट या उनके प्रतिनिधि ने सिंबल लोडिंग की प्रक्रिया को भी देखा.
EVM और VVPAT की कमीशनिंग का काम पूरा : 19 अप्रैल को प्रदेश में लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान होगा. इससे पहले रविवार को पहले चरण के 12 लोकसभा क्षेत्रों में ईवीएम की कमीशनिंग और मॉक पोल की प्रक्रिया पूरी को गई. मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि पहले चरण के निर्वाचन क्षेत्रों के लिए सभी आवश्यक उपकरण उपलब्ध हैं, जिनमें बैलट यूनिट (बीयू), कंट्रोल यूनिट (सीयू) और प्रिंटेड पर्ची (वीवीपीएटी) शामिल है. पहले चरण के मतदान के लिए 24 हजार 370 मतदान केंद्रों के लिए 29 हजार 389 बीयू, 29 हजार 256 सीयू और 31 हजार 519 वीवीपैट मशीनें उपलब्ध हैं. चुनाव लड़ने वाले कैंडिडेट की सूची को अंतिम रूप देने के बाद ईवीएम और वीवीपीएटी की कमीशनिंग की गई है. इसके बाद सभी ईवीएम और वीवीपैट में नोटा (NOTA) सहित प्रत्येक उम्मीदवार के लिए एक वोट देकर मॉक पोल किया गया. इसके अलावा रेंडमली चुने गए 5 प्रतिशत ईवीएम और वीवीपीएटी पर एक हजार वोट डालकर मॉक पोल किया गया और इनके इलेक्ट्रॉनिक परिणाम का मिलान वीवीपीएटी के पेपर स्लिप से किया गया. दूसरे चरण के 13 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए ईवीएम वीवीपैट मशीनों की कमीशनिंग का काम 16 अप्रैल से शुरू किया जाएगा.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतदान दिवस पर वास्तविक मतदान शुरू होने के 90 मिनट पहले इलेक्शन एजेंटों की उपस्थिति में मॉक पोल किया जाएगा. इस दौरान नोटा सहित प्रत्येक अभ्यर्थी के लिए एक वोट डालकर कम से कम 50 वोट के साथ मॉक पोल किया जाता है. कंट्रोल यूनिट पर प्राप्त मॉक पोल के परिणाम का मिलान वीवीपैट से प्रिंट की गई पर्ची के साथ कर एक प्रमाण पत्र पीठासीन अधिकारी की ओर से तैयार किया जाएगा. मॉक पोल के तुरंत बाद कंट्रोल यूनिट का क्लियर बटन दबाकर मॉक पोल का डाटा डिलीट किया जाएगा. साथ ही मॉक पोल की वीवीपीएटी पेपर स्लिप को कंपार्टमेंट से निकाल कर काले रंग के लिफाफे में भरकर सील की जाएगी.
निर्वाचन विभाग का नवाचार: वहीं लोकसभा चुनाव में शत प्रतिशत मतदान सुनिश्चित करने के लिए राज्य निर्वाचन विभाग ने एक और नवाचार किया है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि "हैप्पी आवर्स" यानि सुबह 7 से 9 बजे के बीच प्रदेश के सभी मतदान केंद्रो पर मतदान करने वाले फर्स्ट टाइम वोटर्स को निर्चवान विभाग की तरफ से प्रमाण पत्र दिया जाएगा. ये प्रमाण पत्र 40 फर्स्ट टाइम वोटर्स को दिया जाएगा. आपको बता दें कि प्रदेश में 18-19 आयु वर्ग के 16 लाख से ज्यादा मतदाता पंजीकृत हैं. सोशल मीडिया के माध्यम से भी इन मतदाताओं को जागरुक भी किया जा रहा है. इसके साथ ही, मतदान के लिए डिजिटल माध्यम से शपथ दिलाकर, सर्टिफिकेट भी दिया जा रहा है. इन मतदाताओं को मतदान केंद्र तक लाने के लिए मतदान केंद्र पर सेल्फी पॉइंट भी लगाए जाएंगे. मतदान के बाद यहां सेल्फी लेकर सीईओ राजस्थान की वेबसाइट पर पोस्ट करने पर सर्टिफिकेट दिया जाएगा. बेस्ट सेल्फी को सम्मानित भी किया जाएगा. इसी तरह नवविवाहित वर-वधु की ओर से मतदान कर सेल्फी अपलोड करने पर सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा. संयुक्त परिवार की तीन पीढ़ियों, दादा-दादी, बेटा-बेटी और पोता-पोती की ओर से मतदान कर सेल्फी अपलोड करने पर उन्हें भी सम्मानित किया जाएगा.