कानपुर: शहर के जीएसवीएम मेडिकल कालेज में पूरे देशभर से छात्र डॉक्टर बनने के लिए हर साल दाखिला लेते हैं. हालांकि विभिन्न कारणों से कई छात्र बीमार हो जाते हैं और उनकी पढ़ाई का ब्रेक लगने के साथ उन्हें कई तरह की दिक्कतों से सामना करना पड़ता है. छात्र को इलाज तो समय से मुहैया कराया जाता है, मगर कभी-कभी बीमारियां देर से पता लगती हैं. मगर, अब छात्रों को इन सभी झंझटों से पूरी तरह मुक्ति मिल जाएगी.
मेडिकल कॉलेज के इतिहास में पहली बार हर छात्र को हेल्थ कार्ड मिलेगा. 250 छात्रों को हेल्थ कार्ड देकर इसकी शुरुआत भी हो गई. अब मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डा.संजय काला का कहना है, कि आने वाले दिनों में हर छात्र के पास उसका हेल्थ कार्ड होगा. इसके लिए एक निजी कंपनी की मदद ली गई है.
यहां जानिए हेल्थ कार्ड कैसे काम करेग: इस पूरे मामले पर जीएसवीएम मेडिकल कालेज की मीडिया प्रभारी डा.सीमा द्विवेदी ने बताया, कि छात्रों को जो हेल्थ कार्ड मिलेगा वह एक डिजीटल कार्ड होगा. इस कार्ड में बार कोड और छात्र की आईडी होगी. छात्रों के लिए यह कार्ड लाइफलांग होगा. वह जब चाहेंगे, तब कार्ड का उपयोग कर सकेंगे.
छात्रों की मेडिकल हिस्ट्री का रिकॉर्ड: कब छात्रों ने अपनी जांच कराई, कब उन्हें बुखार, खांसी या अन्य कोई समस्या हुई, इसका पूरा रिकार्ड कार्ड में रहेगा. डा.सीमा ने बताया, कि हमने 250 छात्रों की जांचें भी कीं. तब सामने आया, कि 30 से अधिक छात्रों में आंखों की समस्या निकली, पांच छात्रों का बीपी बढ़ा था तो इसी तरह कई अन्य छात्र विभिन्न रोगों से पीड़ित थे. मगर, अब हेल्थ कार्ड से उनका इलाज शुरू होगा.
मेडिकल कॉलेज में पांच पैरा हैं: जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय काला ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में पांच पैरा हैं, हर पैरा में 250 छात्र हैं. हर छात्र को हम हेल्थ कार्ड देंगे. मेडिकल कॉलेज की यह सुविधा पहली बार शुरू हो रही है. हर छात्र इसका लाभ ले सकेंगे. वह पूरे समय फिट और स्वस्थ रहें, बस यही हेल्थ कार्ड मुहैया कराने का मकसद है.