बोकारो: बेरमो विधानसभा सीट से कांग्रेस के कद्दावर व विधायक दल के नेता राजेंद्र सिंह की कोरोना काल में हुई असामयिक मृत्यु के बाद उनके पुत्र जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह ने कांग्रेस के टिकट पर उपचुनाव जीता था और साढ़े तीन साल तक विधायक रहे. एक बार फिर से चुनावी मैदान में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में ताल ठोक रहे हैं.
बेरमो में क्या विकास कार्य हुआ है और क्या कार्य अधूरा रह गया है इसको लेकर ईटीवी संवाददाता बसंत मधुकर ने अनूप सिंह से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि 'मैंने बेरमो में लगभग साढ़े तीन साल तक विधानसभा में 1300 करोड़ का काम किया है, लेकिन उसके बावजूद भी अभी तक मेरी नजर में बेरमो का 10% ही विकास हुआ है. कोई विधायक अपने कार्यों का लेखा-जोखा किताब के रूप में छपवाकर जनता के सामने नहीं रख देता है. मगर मैंने वह भी किया है और अभी तक जो भी काम जनता के लिये किया है उसको पुस्तक की शकल में जनता तक पहुंचाने की कोशिश की है.'
अनूप सिंह ने कहा कि कई महत्वपूर्ण कार्य अभी भी नहीं हुए हैं जिसमें जैनामोड़ फुसरो बाईपास, गांगजोरी में यूनिवर्सिटी का निर्माण, चंद्रपुरा और जैनामोड़ को नगर परिषद में शामिल करना, आदि लक्ष्य है. बेरमो को जिला बनाने की मांग के सवाल पर अनूप सिंह ने कहा कि समय से पहले कुछ नहीं होता है. 2027 में परिसीमन होना है. परिसीमन के बाद जरीडीह एक अलग विधानसभा क्षेत्र बनेगा, तब उस क्षेत्र का भी तेजी से विकास होगा. उस के लिए फंड भी दिया जाएगा. उसके साथ ही फुसरो जिला का निर्माण भी होगा तो स्वाभाविक है कि बेरमो फुसरो का भी विकास होगा.
अनुप सिंह कहा कि पिता के आदर्शों को मानते हुए लोगों का काम करता हूं. मेरे पिता को बेरमो की जनता जिस प्रकार से स्नेह करती थी, अब मुझे स्नेह कर रही है. मैं जब तक अपने पिता के आदर्शों का पालन करता रहूंगा तब तक मेरी हार नहीं हो सकती है.
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