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इकदिल चेयरमैन फूलनदेवी की हार्टअटैक से मौत, अस्पताल ले जाते वक्त तोड़ा दम

इकदिल चेयरमैन फूलनदेवी की हार्ट अटैक से मौत हो गई. वह डेढ़ साल पहले सुरक्षित सीट से चेयरमैन चुनी गईं थीं.

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इकदिल चेयरमैन फूलनदेवी की मौत (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 3 hours ago

इटावा: जनपद के इकदिल की चेयरमैन फूलनदेवी ने रविवार की रात हार्ट अटैक से मौत हो गई. उनकी मौत की खबर सुनते ही परिजन रो-रोकर बेहाल हो गए. वह करीब डेढ़ साल पहले इकदिल नगर पंचायत की सुरक्षित सीट से चेयरमैन चुनी गईं थी. अप्रैल 2023 में इकदिल नगर पंचायत की महिला एससी सीट होने पर आशाराम गोयल ने पत्नी फूलन देवी को चुनावी मैदान में उतारा था.

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सुरक्षित सीट होने व पति का लंबा राजनीतिक सफर होने का फूलन देवी को फायदा मिला था. उन्हें चुनाव में रिकाॅर्ड मतों से जीत मिली थी. 22 जनवरी 2024 को आशाराम गोयल की अचानक मौत हो जाने के बाद चेयरमैन फूलनदेवी ने ही पूरे परिवार को संभाला था. रविवार शाम करीब सात बजे वह परिवार के सदस्यों से बातें कर रही थी अचानक सीने में दर्द के बाद वह बेहोश हो गई.

इसके बाद परिजन उन्हें आनन-फानन में इटावा के एक निजी अस्पताल ले आए लेकिन, डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. चेयरमैन के निधन की सूचना मिलते ही राजनीतिक समेत अन्य लोगों का उनके घर पर तांता लग गया. वह अपने पीछे चार पुत्रों में रणधीर उर्फ पिंकू, स्वदेश, अभिषेक व छोटू समेत तीन बहनों को पीछे छोड़ गई हैं. इसमें सभी बहनों की शादी हो चुकी है, जबकि दो भाई शादी के लिए बचे हैं.

यह भी पढ़े-इटावा सामूहिक हत्याकांड : महिला और 3 बच्चों की हत्या में आरोपी के भाई समेत 2 गिरफ्तार

इटावा: जनपद के इकदिल की चेयरमैन फूलनदेवी ने रविवार की रात हार्ट अटैक से मौत हो गई. उनकी मौत की खबर सुनते ही परिजन रो-रोकर बेहाल हो गए. वह करीब डेढ़ साल पहले इकदिल नगर पंचायत की सुरक्षित सीट से चेयरमैन चुनी गईं थी. अप्रैल 2023 में इकदिल नगर पंचायत की महिला एससी सीट होने पर आशाराम गोयल ने पत्नी फूलन देवी को चुनावी मैदान में उतारा था.

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इसके बाद परिजन उन्हें आनन-फानन में इटावा के एक निजी अस्पताल ले आए लेकिन, डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. चेयरमैन के निधन की सूचना मिलते ही राजनीतिक समेत अन्य लोगों का उनके घर पर तांता लग गया. वह अपने पीछे चार पुत्रों में रणधीर उर्फ पिंकू, स्वदेश, अभिषेक व छोटू समेत तीन बहनों को पीछे छोड़ गई हैं. इसमें सभी बहनों की शादी हो चुकी है, जबकि दो भाई शादी के लिए बचे हैं.

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