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तारादेवी-शिमला रोपवे प्रोजेक्ट: एनवायरमेंट क्लियरेंस के लिए सरकार ने जारी किए इतने करोड़

शिमला में भारत का सबसे लंबा रोपवे प्रोजेक्ट बनने जा रहा है. इसकी एनवायरमेंट क्लियरेंस के लिए सरकार ने राशि जारी कर दी है.

तारादेवी-शिमला रोपवे प्रोजेक्ट
तारादेवी-शिमला रोपवे प्रोजेक्ट (कॉन्सेप्ट इमेज)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Oct 24, 2024, 5:33 PM IST

Updated : Oct 24, 2024, 5:50 PM IST

शिमला: हिमाचल के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने शिमला में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हिंदुस्तान का सबसे लंबा रोपवे शिमला में बनने जा रहा है. इसकी लंबाई 14 किलोमीटर की होगी. 1734 करोड़ रुपये की लागत से बनने जा रहे इस प्रोजेक्ट की एनवायरमेंट क्लियरेंस के लिए 20 करोड़ रुपये सरकार ने जारी कर दिए हैं.

ये होंगे स्टेशन

इस प्रोजेक्ट में 660 ट्रॉली लगेंगी. प्रत्येक ट्रॉली की क्षमता 8 से 10 सवारियों की होगी. एक घंटे में इस रोपवे से 6000 यात्री सफर कर सकेंगे. तारा देवी से शुरू होने वाली इस रोपवे में कुल 13 स्टेशन बनाए जाएंगे. पहला स्टेशन तारादेवी में बनेगा, इसके बाद ज्यूडिशियल कॉम्प्लेक्स चक्कर, टूटीकंडी पार्किंग, न्यू ISBT टूटीकंडी, रेलवे स्टेशन, ओल्ड बस स्टैंड शिमला, लिफ्ट, सचिवालय, छोटा शिमला, नव-बहार, संजौली, IGMC, आइस स्केटिंग रिंक और 103 नियर होटल चेतन पर स्टेशन बनेंगे.

मुकेश अग्निहोत्री, डिप्टी सीएम (ETV Bharat)

NDB की मदद से बनाया जा रहा प्रोजेक्ट

डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा "प्रत्येक दो से तीन मिनट बाद यात्रियों को ट्रॉली उपलब्ध होगी. इस रोपवे को न्यू डेवलपमेंट बैंक (NDB) की मदद से बनाया जा रहा है. इसमें 20 फीसदी हिमाचल की इक्विटी होगी. 8 फीसदी लोन और 72 फीसदी ग्रांट होगी" डिप्टी सीएम ने प्रोजेक्ट की सारी औपचारिकताएं पूरी कर दी हैं.अब ग्लोबल टेंडर करने की तैयारी है." मुकेश अग्निहोत्री ने कहा रोपवे का किराया बस के किराये के आसपास होगा. इस प्रोजेक्ट को पांच साल में पूरा करने की डेडलाइन रखी गई है, जबकि इसके पहले चरण को ढाई साल में पूरा करने का लक्ष्य है.

शिमला में ट्रैफिक की वजह से चंडीगढ़ से तारादेवी आसानी से पहुंचा जाता है, लेकिन तारा देवी से शिमला तक 10 किलोमीटर की दूरी तय करने में कई-कई घंटे लग जाते हैं. अभी साउथ अमेरिका में दुनिया का सबसे लंबा 32 किलोमीटर रोपवे प्रोजेक्ट है. मुकेश अग्निहोत्री ने कहा "शिमला-तारादेवी रोपवे प्रोजेक्ट अगर सफल रहा तो परवाणू से शिमला तक 39 किलोमीटर लंबा रोपवे बनाया जाएगा. यह दुनिया का सबसे लंबा रोपवे होगा. इसकी लागत 6600 करोड़ रुपये आएगी. हिमाचल प्रदेश के रोपवे डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन ने इस दिशा में काम शुरू कर दिया है. इसे PPP (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) में शुरू किया जाएगा."

ये भी पढ़ें: शिमला में बनेगा दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा 'उड़न खटोला', जानें इसकी 20 खूबियां

शिमला: हिमाचल के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने शिमला में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हिंदुस्तान का सबसे लंबा रोपवे शिमला में बनने जा रहा है. इसकी लंबाई 14 किलोमीटर की होगी. 1734 करोड़ रुपये की लागत से बनने जा रहे इस प्रोजेक्ट की एनवायरमेंट क्लियरेंस के लिए 20 करोड़ रुपये सरकार ने जारी कर दिए हैं.

ये होंगे स्टेशन

इस प्रोजेक्ट में 660 ट्रॉली लगेंगी. प्रत्येक ट्रॉली की क्षमता 8 से 10 सवारियों की होगी. एक घंटे में इस रोपवे से 6000 यात्री सफर कर सकेंगे. तारा देवी से शुरू होने वाली इस रोपवे में कुल 13 स्टेशन बनाए जाएंगे. पहला स्टेशन तारादेवी में बनेगा, इसके बाद ज्यूडिशियल कॉम्प्लेक्स चक्कर, टूटीकंडी पार्किंग, न्यू ISBT टूटीकंडी, रेलवे स्टेशन, ओल्ड बस स्टैंड शिमला, लिफ्ट, सचिवालय, छोटा शिमला, नव-बहार, संजौली, IGMC, आइस स्केटिंग रिंक और 103 नियर होटल चेतन पर स्टेशन बनेंगे.

मुकेश अग्निहोत्री, डिप्टी सीएम (ETV Bharat)

NDB की मदद से बनाया जा रहा प्रोजेक्ट

डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा "प्रत्येक दो से तीन मिनट बाद यात्रियों को ट्रॉली उपलब्ध होगी. इस रोपवे को न्यू डेवलपमेंट बैंक (NDB) की मदद से बनाया जा रहा है. इसमें 20 फीसदी हिमाचल की इक्विटी होगी. 8 फीसदी लोन और 72 फीसदी ग्रांट होगी" डिप्टी सीएम ने प्रोजेक्ट की सारी औपचारिकताएं पूरी कर दी हैं.अब ग्लोबल टेंडर करने की तैयारी है." मुकेश अग्निहोत्री ने कहा रोपवे का किराया बस के किराये के आसपास होगा. इस प्रोजेक्ट को पांच साल में पूरा करने की डेडलाइन रखी गई है, जबकि इसके पहले चरण को ढाई साल में पूरा करने का लक्ष्य है.

शिमला में ट्रैफिक की वजह से चंडीगढ़ से तारादेवी आसानी से पहुंचा जाता है, लेकिन तारा देवी से शिमला तक 10 किलोमीटर की दूरी तय करने में कई-कई घंटे लग जाते हैं. अभी साउथ अमेरिका में दुनिया का सबसे लंबा 32 किलोमीटर रोपवे प्रोजेक्ट है. मुकेश अग्निहोत्री ने कहा "शिमला-तारादेवी रोपवे प्रोजेक्ट अगर सफल रहा तो परवाणू से शिमला तक 39 किलोमीटर लंबा रोपवे बनाया जाएगा. यह दुनिया का सबसे लंबा रोपवे होगा. इसकी लागत 6600 करोड़ रुपये आएगी. हिमाचल प्रदेश के रोपवे डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन ने इस दिशा में काम शुरू कर दिया है. इसे PPP (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) में शुरू किया जाएगा."

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Last Updated : Oct 24, 2024, 5:50 PM IST
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