लखनऊ: प्रदेश के नर्सिंग एवं पैरामेडिकल कॉलेजों में चल रहे जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी (जीएनएम) कोर्स से दाखिले के मामले में चिकित्सा शिक्षा विभाग ने अपना आदेश बदल दिया है. अब पुरानी प्रक्रिया यानी मेरिट के आधार पर ही दाखिला होगा. इस संबंध में विशेष सचिव प्रकाश गुप्ता ने उत्तर प्रदेश स्टेट मेडिकल फैकल्टी के सचिव आलोक कुमार को निर्देश जारी कर दिया है.
दरअसल, चिकित्सा शिक्षा विभाग के विशेष सचिव ने 22 मई को निर्देश दिया था, कि सत्र 2024-25 में जीएनएम में दाखिला ऑनलाइन केंद्रीयकृत प्रवेश प्रक्रिया के तहत लिया जाए. परीक्षा कराने की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश स्टेट मेडिकल फैकल्टी को सौंपी गई. फैकल्टी ने अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय को परीक्षा कराने की जिम्मेदारी सौंपी. विवि ने 22 जून से पंजीकरण भी शुरू कर दिया था.
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अब 8 जुलाई को चिकित्सा शिक्षा विभाग के विशेष सचिव ने यूपी स्टेट मेडिकल फैकल्टी को आदेश दिया है, कि नर्सिंग डिप्लोमा पाठ्यक्रम एक अगस्त से शुरू किया जाना है. प्रवेश परीक्षा 28 जुलाई को होनी है. इसके बाद परिणाम घोषित करने और काउंसिलिंग प्रक्रिया पूरी करने में समय लगेगा. ऐसे में शैक्षणिक सत्र विलंबित होगा. इस वजह से पहले की तरह ही दाखिले की प्रक्रिया अपनाई जाएगी.
विभाग और एसोसिएशन के बीच चल रही थी खींचतान: जीएनएम प्रवेश परीक्षा को लेकर चिकित्सा शिक्षा विभाग और उत्तर प्रदेश प्राइवेट नर्सिंग एवं पैरामेडिकल एसोसिएशन के बीच लंबे समय से खींचतान चल रही थी. एसोसिएशन की मांग थी, कि इस सत्र में मेरिट के आधार पर ही दाखिला हो. अब शासन से यह मांग मान लिए जाने पर एसोसिएशन के अध्यक्ष आरके वाजपेयी एवं सचिव धर्मेंद्र गुप्ता ने सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का आभार जताया है.
अगले सत्र में होगी प्रवेश परीक्षा: यह भी आदेश दिया गया है, कि शैक्षिक सत्र 2025-26 में प्रवेश हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं की मेरिट के स्थान पर पारदर्शी प्रतिस्पर्धात्मक परीक्षा के माध्यम से कराया जाएगा.
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