हरिद्वार: प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के रुड़की में बड़ी कार्रवाई करते हुए एक एजुकेशनल सोसाइटी की करीब एक करोड़ रुपए की संपत्ति (जमीन और भवन) को अस्थायी रूप से अटैच किया है. जिस एजुकेशनल सोसाइटी पर कार्रवाई हुई है, उसके रुड़की में दो संस्थान हैं.
आरोप है कि इन शैक्षिक संस्थानों ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति यानी एसटी-एसटी के छात्रों के फर्जी तरीके से अपने कॉलेज में दाखिल दिखाए और फिर उन छात्रों के नाम पर करोड़ों रुपए की छात्रवृत्ति हड़प ली. आरोप है कि इसी तरह घोटाला कर इन संस्थानों ने हरिद्वार जिले के रुड़की और आसपास के इलाके में कई चल-अचल संपत्ति अर्जित की है.
दरअसल, उत्तराखंड के चर्चित छात्रवृत्ति घोटाले की जांच राज्य पुलिस ने की थी. पुलिस की जांच में करोड़ों रुपए का छात्रवृत्ति घोटाला सामने आया था. इतना बड़ा घोटाला सामने आने के बाद ईडी ने इस मामले में धन शोधन अधिनियम (पीएमएलए) के तहत कार्रवाई की थी.
उत्तराखंड के चर्चित छात्रवृत्ति घोटाले के तार राज्य के बाहर जैसे यूपी और हिमाचल से भी जुड़े हुए मिले थे. बताया जा रहा है कि ईडी ने उत्तराखंड समेत यूपी और हिमाचल के भी कई कॉलेजों को इस मामले में नोटिस भेजा था. वहीं अब इस मामले में ईडी ने रुड़की की एक एजुकेशनल सोसाइटी की अचल सपत्ति को अटैच किया है.
क्या है छात्रवृत्ति घोटाला: दरअसल, साल 2017 में उत्तराखंड के समाज कल्याण विभाग का छात्रवृत्ति घोटाला सामने आया था. इस घोटाले की जांच के लिए उत्तराखंड सरकार ने साल 2019 में एसआईटी जांच के आदेश दिए थे. एसआईटी ने शुरुआत में हरिद्वार और देहरादून के कई शैक्षिक संस्थानों पर करीब 100 से ज्यादा मुकदमे दर्ज किए थे. शुरुआत में ये घोटाला बहुत छोटा घोटाला माना जा रहा था. लेकिन जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि उत्तराखंड का छात्रवृत्ति घोटाला करीब 500 करोड़ रुपए का है. इस मामले में समाज कल्याण विभाग के कई अधिकारी और कर्मचारी अभी जेल में हैं.
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