जयपुर: राजधानी के सबसे बड़े पालनाघर (क्रेच) का सोमवार को जयपुर डिस्कॉम के पुराना पावर हाउस में ऊर्जा राज्यमंत्री हीरालाल नागर ने लोकार्पण किया. इस मौके पर सिविल लाइन्स विधायक गोपाल शर्मा भी मौजूद रहे. अतिथियों ने लोकार्पण पट्टिका का अनावरण किया और फीता काटकर पालनाघर का शुभारंभ किया. इसमें जयपुर डिस्कॉम के कर्मचारियों के अतिरिक्त अन्य विभागों के कर्मचारी और निजी क्षेत्रों में काम करने वाले कामकाजी माता-पिता भी अपने छह महीने से लेकर छह साल तक के बच्चों को रख सकेंगे.
एनजीओ 'समय' के साथ मिलकर जयपुर डिस्कॉम इस पालनाघर का संचालन करेगा.इस मौके पर ऊर्जा राज्यमंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि जयपुर डिस्कॉम के माध्यम से जयपुर के सबसे बड़े पालनाघर (क्रेच) का लोकार्पण हुआ है. कामकाजी महिलाओं के सामने अपने छोटे बच्चों के देखभाल की बड़ी चुनौती होती है. उसे ध्यान में रखते हुए उनकी इस समस्या के समाधान की दिशा में यह एक पहल की गई है. इसमें छह महीने से छह साल तक के बच्चों को सुबह 9 बजे से शाम छह बजे तक रखने की व्यवस्था की गई है.
खेलने और विश्राम का माकूल इंतजाम: उन्होंने बताया कि यहां बच्चों के खेलने और विश्राम के लिए पूरी माकूल व्यवस्था की गई है. बच्चों के खाने-पीने का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा और स्वच्छ किचन की व्यवस्था की गई है. विभाग के अलावा अन्य कार्यालयों के कर्मचारी या निजी क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारी भी यहां अपने बच्चों को छोड़ सकते हैं. यह डिस्कॉम के माध्यम से एक सार्थक पहल की गई है. इसकी पूरी मॉनिटरिंग विभाग की ओर से की जाएगी.
बच्चों के लिए अलग से फीडिंग रूम: जयपुर डिस्कॉम के अधिशासी अभियंता संदीप यादव ने बताया कि एनजीओ 'समय' के साथ मिलकर इस पालनाघर का संचालन किया जाएगा. इसमें 40-50 बच्चों को एक साथ रखने की व्यवस्था है. छह महीने से लेकर छह साल तक के बच्चों को यहां रखा जाएगा. कुछ विशेष परिस्थितियों में छह साल से बड़ी उम्र के बच्चों को भी यहां रखने की व्यवस्था है. कम उम्र के बच्चों के लिए अलग से फीडिंग रूम की भी व्यवस्था की गई है.