ETV Bharat / state

डिस्कॉम ने शुरू किया जयपुर का सबसे बड़ा पालना घर, जानिए खासियत - PALANA GHAR IN JAIPUR

जयपुर शहर का सबसे बड़ा पालना घर डिस्कॉम ने पुराना पावर हाउस में शुरू किया. ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने सोमवार को इसका लोकार्पण किया.

Palana Ghar In Jaipur
डिस्कॉम के पालना घर का लोकार्पण किया (Photo ETV Bharat Jaipur)
author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Dec 2, 2024, 6:58 PM IST

Updated : Dec 2, 2024, 7:49 PM IST

जयपुर: राजधानी के सबसे बड़े पालनाघर (क्रेच) का सोमवार को जयपुर डिस्कॉम के पुराना पावर हाउस में ऊर्जा राज्यमंत्री हीरालाल नागर ने लोकार्पण किया. इस मौके पर सिविल लाइन्स विधायक गोपाल शर्मा भी मौजूद रहे. अतिथियों ने लोकार्पण पट्टिका का अनावरण किया और फीता काटकर पालनाघर का शुभारंभ किया. इसमें जयपुर डिस्कॉम के कर्मचारियों के अतिरिक्त अन्य विभागों के कर्मचारी और निजी क्षेत्रों में काम करने वाले कामकाजी माता-पिता भी अपने छह महीने से लेकर छह साल तक के बच्चों को रख सकेंगे.

डिस्कॉम ने शुरू किया जयपुर का सबसे बड़ा पालना घर (Video ETV Bharat Jaipur)

एनजीओ 'समय' के साथ मिलकर जयपुर डिस्कॉम इस पालनाघर का संचालन करेगा.इस मौके पर ऊर्जा राज्यमंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि जयपुर डिस्कॉम के माध्यम से जयपुर के सबसे बड़े पालनाघर (क्रेच) का लोकार्पण हुआ है. कामकाजी महिलाओं के सामने अपने छोटे बच्चों के देखभाल की बड़ी चुनौती होती है. उसे ध्यान में रखते हुए उनकी इस समस्या के समाधान की दिशा में यह एक पहल की गई है. इसमें छह महीने से छह साल तक के बच्चों को सुबह 9 बजे से शाम छह बजे तक रखने की व्यवस्था की गई है.

पढ़ें: पालना गृह में एक मां ने छोड़ी नवजात बेटी, गोद लेने के लिए तैयार हो गए लोग, जानिए क्या है प्रक्रिया

खेलने और विश्राम का माकूल इंतजाम: उन्होंने बताया कि यहां बच्चों के खेलने और विश्राम के लिए पूरी माकूल व्यवस्था की गई है. बच्चों के खाने-पीने का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा और स्वच्छ किचन की व्यवस्था की गई है. विभाग के अलावा अन्य कार्यालयों के कर्मचारी या निजी क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारी भी यहां अपने बच्चों को छोड़ सकते हैं. यह डिस्कॉम के माध्यम से एक सार्थक पहल की गई है. इसकी पूरी मॉनिटरिंग विभाग की ओर से की जाएगी.

बच्चों के लिए अलग से फीडिंग रूम: जयपुर डिस्कॉम के अधिशासी अभियंता संदीप यादव ने बताया कि एनजीओ 'समय' के साथ मिलकर इस पालनाघर का संचालन किया जाएगा. इसमें 40-50 बच्चों को एक साथ रखने की व्यवस्था है. छह महीने से लेकर छह साल तक के बच्चों को यहां रखा जाएगा. कुछ विशेष परिस्थितियों में छह साल से बड़ी उम्र के बच्चों को भी यहां रखने की व्यवस्था है. कम उम्र के बच्चों के लिए अलग से फीडिंग रूम की भी व्यवस्था की गई है.

जयपुर: राजधानी के सबसे बड़े पालनाघर (क्रेच) का सोमवार को जयपुर डिस्कॉम के पुराना पावर हाउस में ऊर्जा राज्यमंत्री हीरालाल नागर ने लोकार्पण किया. इस मौके पर सिविल लाइन्स विधायक गोपाल शर्मा भी मौजूद रहे. अतिथियों ने लोकार्पण पट्टिका का अनावरण किया और फीता काटकर पालनाघर का शुभारंभ किया. इसमें जयपुर डिस्कॉम के कर्मचारियों के अतिरिक्त अन्य विभागों के कर्मचारी और निजी क्षेत्रों में काम करने वाले कामकाजी माता-पिता भी अपने छह महीने से लेकर छह साल तक के बच्चों को रख सकेंगे.

डिस्कॉम ने शुरू किया जयपुर का सबसे बड़ा पालना घर (Video ETV Bharat Jaipur)

एनजीओ 'समय' के साथ मिलकर जयपुर डिस्कॉम इस पालनाघर का संचालन करेगा.इस मौके पर ऊर्जा राज्यमंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि जयपुर डिस्कॉम के माध्यम से जयपुर के सबसे बड़े पालनाघर (क्रेच) का लोकार्पण हुआ है. कामकाजी महिलाओं के सामने अपने छोटे बच्चों के देखभाल की बड़ी चुनौती होती है. उसे ध्यान में रखते हुए उनकी इस समस्या के समाधान की दिशा में यह एक पहल की गई है. इसमें छह महीने से छह साल तक के बच्चों को सुबह 9 बजे से शाम छह बजे तक रखने की व्यवस्था की गई है.

पढ़ें: पालना गृह में एक मां ने छोड़ी नवजात बेटी, गोद लेने के लिए तैयार हो गए लोग, जानिए क्या है प्रक्रिया

खेलने और विश्राम का माकूल इंतजाम: उन्होंने बताया कि यहां बच्चों के खेलने और विश्राम के लिए पूरी माकूल व्यवस्था की गई है. बच्चों के खाने-पीने का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा और स्वच्छ किचन की व्यवस्था की गई है. विभाग के अलावा अन्य कार्यालयों के कर्मचारी या निजी क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारी भी यहां अपने बच्चों को छोड़ सकते हैं. यह डिस्कॉम के माध्यम से एक सार्थक पहल की गई है. इसकी पूरी मॉनिटरिंग विभाग की ओर से की जाएगी.

बच्चों के लिए अलग से फीडिंग रूम: जयपुर डिस्कॉम के अधिशासी अभियंता संदीप यादव ने बताया कि एनजीओ 'समय' के साथ मिलकर इस पालनाघर का संचालन किया जाएगा. इसमें 40-50 बच्चों को एक साथ रखने की व्यवस्था है. छह महीने से लेकर छह साल तक के बच्चों को यहां रखा जाएगा. कुछ विशेष परिस्थितियों में छह साल से बड़ी उम्र के बच्चों को भी यहां रखने की व्यवस्था है. कम उम्र के बच्चों के लिए अलग से फीडिंग रूम की भी व्यवस्था की गई है.

Last Updated : Dec 2, 2024, 7:49 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.