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सिलीसेढ़ झील के बहाव क्षेत्र से पक्के अतिक्रमण ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू, 2 होटल समेत 16 अतिक्रमण हटेंगे - encroachments removed from silisedh - ENCROACHMENTS REMOVED FROM SILISEDH

अलवर जिला प्रशासन ने प्रसिद्ध सिलीसेढ़ झील के बहाव क्षेत्र से अतिक्रमण हटाने की तैयारी कर ली है. ये अतिक्रमण मंगलवार और बुधवार दो दिन तक हटाए जाएंगे. इनमें दो होटल भी है. होटल तोड़ने के लिए यूआईटी ने बड़ी जेसीबी मशीन मंगवाई है.

encroachments removed from silisedh
सिलीसेढ़ झील से पक्के अतिक्रमण ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू (Photo ETV Bharat Alwar)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Aug 6, 2024, 12:41 PM IST

सिलीसेढ़ झील के बहाव क्षेत्र से पक्के अतिक्रमण ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू (Video ETV Bharat Alwar)

अलवर: शहर के समीप सिलीसेढ़ झील के बहाव क्षेत्र में बने दो होटल समेत 16 अतिक्रमणों को हटाने की कार्रवाई मंगलवार सुबह शुरू हुई. पुलिस के भारी लवाजमे के साथ ही मौके पर प्रशासन, पुलिस, यूआईटी, राजस्व एवं जल संसाधन विभाग की टीम मौजूद रही. अतिक्रमण की हटाने की कार्रवाई के दौरान एडीएम, अलवर एसडीएम, सीओ अलवर, अकबरपुर थानाधिकारी समेत अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद हैं.

जल संसाधन विभाग के एक्सईएन संजय खत्री ने बताया कि सिलीसेढ़ से जयसमंद बांध के बहाव क्षेत्र में 50 मीटर दायरे में कुल 16 अतिक्रमण चिन्हित किए गए थे. इनमें दो बड़े होटल भी शामिल हैं. इन अतिक्रमणकारियों को पहले नोटिस देकर स्वयं के स्तर पर अतिक्रमण हटाने को कहा गया था, लेकिन गत 3 अगस्त तक अतिक्रमण नहीं हटाने पर प्रशासन के स्तर पर 5 अगस्त को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई तय की गई थी, लेकिन पुलिस जाप्ता उपलब्ध नहीं हो पाने के कारण यह कार्रवाई 6 अगस्त को करने का निर्णय किया गया.

पढ़ें: जोधपुर में बजरी माफिया के अवैध निर्माण पर चला बुलडोजर

पुलिस व प्रशासन का पूरा लवाजमा: पुलिस, प्रशासन, यूआईटी, राजस्व एवं जल संसाधन विभाग का दस्ता 6 अगस्त को सुबह सिलीसेढ़ झील स्थित अतिक्रमण स्थल पहुंचा और कार्रवाई शुरू की. अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई अभी जारी है. कार्रवाई के दौरान नटनी हेरिटेज होटल की दीवार को ध्वस्त किया गया है. वहीं अतिक्रमणों की पक्की दीवारें एवं कच्चे अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जारी है. अतिक्रमण दस्ते में जेसीबी, 40 पुलिस कर्मी, 10 राजस्व विभाग के कर्मचारी एवं अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद है. साथ ही कार्रवाई के दौरान अतिक्रमण करने वाले भी मौजूद हैं, लेकिन किसी प्रकार हंगामा एवं विरोध की कार्रवाई देखने को नहीं मिली है.

कार्रवाई में ये विभाग शामिल: अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान मौका मजिस्ट्रेट के रूप में एडीएम सिटी बीना महावर, अलवर एसडीएम प्रतीक जुईकर, सीओ सिटी, अकबरपुर थानाधिकारी, यूआईटी के अधिकारी, जल संसाधन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी तथा राजस्व विभाग के कर्मचारी अधिकारी मौजूद हैं.

पक्के निर्माण के लिए बड़ी मशीन की जरूरत: सिलीसेढ़ के बहाव क्षेत्र में दो बड़े होटलों का निर्माण कराया जा रहा था. इन पक्के निर्माण को तोड़ने के लिए बड़ी मशीन की जरूरत है. यूआईटी की ओर से अब बड़ी मशीन मंगवाई जा रही है. बहाव क्षेत्र में नटनी हेरिटेज नाम से होटल का निर्माण कराया जा रहा है. इस होटल के पक्के निर्माण को ध्वस्त करने के लिए यूआईटी ने बड़ी मशीन मंगवाई है. बुधवार को भी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जारी रहने की उम्मीद है.

यह भी पढ़ें: दो महीने में हटा देंगे उम्मेद सागर बांध के जलभराव क्षेत्र के अतिक्रमण- कन्हैया लाल

बहाव क्षेत्र में चिन्हित किए थे 16 अतिक्रमण: एसडीएम अलवर प्रतीक जुईकर ने बताया कि सिंचाई विभाग की ओर से 16 अतिक्रमण चिन्हित किए गए थे, उनको हटाने की कार्रवाई की जा रही है. कुछ ऐसे अतिक्रमण हैं, जो न्यायालय में विचाराधीन है. उन पर लीगल राय ली जाएगी, शेष पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जा रही है. यह सतत होने वाली प्रक्रिया है. हर तीन माह में सर्वे किया जाता है. अभी चिन्हित 16 अतिक्रमणों के खिलाफ कार्रवाई होगी. बाद में सर्वे में आने वाले अन्य अतिक्रमणों पर भी कार्रवाई की जाएगी.

सिलीसेढ़ झील के बहाव क्षेत्र से पक्के अतिक्रमण ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू (Video ETV Bharat Alwar)

अलवर: शहर के समीप सिलीसेढ़ झील के बहाव क्षेत्र में बने दो होटल समेत 16 अतिक्रमणों को हटाने की कार्रवाई मंगलवार सुबह शुरू हुई. पुलिस के भारी लवाजमे के साथ ही मौके पर प्रशासन, पुलिस, यूआईटी, राजस्व एवं जल संसाधन विभाग की टीम मौजूद रही. अतिक्रमण की हटाने की कार्रवाई के दौरान एडीएम, अलवर एसडीएम, सीओ अलवर, अकबरपुर थानाधिकारी समेत अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद हैं.

जल संसाधन विभाग के एक्सईएन संजय खत्री ने बताया कि सिलीसेढ़ से जयसमंद बांध के बहाव क्षेत्र में 50 मीटर दायरे में कुल 16 अतिक्रमण चिन्हित किए गए थे. इनमें दो बड़े होटल भी शामिल हैं. इन अतिक्रमणकारियों को पहले नोटिस देकर स्वयं के स्तर पर अतिक्रमण हटाने को कहा गया था, लेकिन गत 3 अगस्त तक अतिक्रमण नहीं हटाने पर प्रशासन के स्तर पर 5 अगस्त को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई तय की गई थी, लेकिन पुलिस जाप्ता उपलब्ध नहीं हो पाने के कारण यह कार्रवाई 6 अगस्त को करने का निर्णय किया गया.

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पुलिस व प्रशासन का पूरा लवाजमा: पुलिस, प्रशासन, यूआईटी, राजस्व एवं जल संसाधन विभाग का दस्ता 6 अगस्त को सुबह सिलीसेढ़ झील स्थित अतिक्रमण स्थल पहुंचा और कार्रवाई शुरू की. अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई अभी जारी है. कार्रवाई के दौरान नटनी हेरिटेज होटल की दीवार को ध्वस्त किया गया है. वहीं अतिक्रमणों की पक्की दीवारें एवं कच्चे अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जारी है. अतिक्रमण दस्ते में जेसीबी, 40 पुलिस कर्मी, 10 राजस्व विभाग के कर्मचारी एवं अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद है. साथ ही कार्रवाई के दौरान अतिक्रमण करने वाले भी मौजूद हैं, लेकिन किसी प्रकार हंगामा एवं विरोध की कार्रवाई देखने को नहीं मिली है.

कार्रवाई में ये विभाग शामिल: अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान मौका मजिस्ट्रेट के रूप में एडीएम सिटी बीना महावर, अलवर एसडीएम प्रतीक जुईकर, सीओ सिटी, अकबरपुर थानाधिकारी, यूआईटी के अधिकारी, जल संसाधन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी तथा राजस्व विभाग के कर्मचारी अधिकारी मौजूद हैं.

पक्के निर्माण के लिए बड़ी मशीन की जरूरत: सिलीसेढ़ के बहाव क्षेत्र में दो बड़े होटलों का निर्माण कराया जा रहा था. इन पक्के निर्माण को तोड़ने के लिए बड़ी मशीन की जरूरत है. यूआईटी की ओर से अब बड़ी मशीन मंगवाई जा रही है. बहाव क्षेत्र में नटनी हेरिटेज नाम से होटल का निर्माण कराया जा रहा है. इस होटल के पक्के निर्माण को ध्वस्त करने के लिए यूआईटी ने बड़ी मशीन मंगवाई है. बुधवार को भी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जारी रहने की उम्मीद है.

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बहाव क्षेत्र में चिन्हित किए थे 16 अतिक्रमण: एसडीएम अलवर प्रतीक जुईकर ने बताया कि सिंचाई विभाग की ओर से 16 अतिक्रमण चिन्हित किए गए थे, उनको हटाने की कार्रवाई की जा रही है. कुछ ऐसे अतिक्रमण हैं, जो न्यायालय में विचाराधीन है. उन पर लीगल राय ली जाएगी, शेष पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जा रही है. यह सतत होने वाली प्रक्रिया है. हर तीन माह में सर्वे किया जाता है. अभी चिन्हित 16 अतिक्रमणों के खिलाफ कार्रवाई होगी. बाद में सर्वे में आने वाले अन्य अतिक्रमणों पर भी कार्रवाई की जाएगी.

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