नूंह: हरियाणा के नूंह में अतिक्रमण के चलते राहगीरों द्वारा भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. नूंह जिले के करीब सभी शहरों-कस्बों में अतिक्रमण का पूरा बोलबाला है. अतिक्रमण के चलते वाहन तो दूर, पैदल चलना तक दूभर हो रहा है. बता दें कि नूंह, फिरोजपुर झिरका, बडकली चौक, पिनगवां, पुनहाना, तावडू शहरों व कस्बों में दुकानदारों के आगे रेहड़ी व पटरी और उसके बाद अवैध पार्किंग में वाहनों का खड़ना कर देना जाम जैसे हालात पैदा कर रहा है.
लोगों को हो रही परेशानी: जिला प्रशासन समय-समय पर बुलडोजर कार्रवाई कर अतिक्रमण हटाने के नाम पर खाना पूर्ति करता है. लेकिन चंद दिन बाद सफेदपोशों की मदद से फिर से दुकानदार इत्यादि लोग अतिक्रमण कर लेते हैं. अतिक्रमण के चलते लोगों को समय व धन की बर्बादी का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल, नूंह जिले में गांवों से करीब 10-20 किलोमीटर की दूरी पर अलग-अलग शहर में कस्बे बसे हुए हैं. जहां रोजाना हजारों लोग सामान की खरीदारी करने आते हैं.
लापरवाह अधिकारियों पर आरोप: नूंह जिले के शहरों-कस्बों में अतिक्रमण का स्थाई समाधान कब और कैसे होगा, इसका पुख्ता जवाब किसी के पास नजर नहीं आ रहा है. सबसे बदतर हालात पिनगवां, पुनहाना और बडकली चौक के हैं. जहां पर हर दिन जाम लगना आम बात हो चली है. कहने को तो ट्रैफिक पुलिस में होमगार्ड के जवान यदा कदा दिखाई देते हैं, लेकिन वह पूरी ईमानदारी के साथ अपनी ड्यूटी का निर्वहन करते नजर नहीं आते. शिकायत तो ये भी आती है कि होमार्ड के कई जवान ऑटो इत्यादि सवारी ढोने वाले वाहनों से चंदा तक की वसूली भी करते हैं. आए दिन लोगों को सफर करने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
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