रायपुर: छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन डीए एरियर सहित अपनी 4 सूत्रीय मांग को लेकर आज प्रदेश के सभी जिला मुख्यालय में हड़ताल करेंगे. जिससे इन दिन शासकीय काम पूरी तरह से बाधित रहेगा. 11 सितंबर को छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौपने के बाद मशाल रैली निकालकर प्रदर्शन किया था. छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के बैनर तले प्रदेश के 112 संगठन के लोग 33 जिला मुख्यालय में हड़ताल करेंगे.
डीए एरियर को लेकर 33 जिलों में होगा प्रदर्शन : छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय संयोजक कमल वर्मा ने बताया कि "27 सितंबर यानी शुक्रवार को प्रदेश के सभी 33 जिलों में अपनी मांग को लेकर हड़ताल करेंगे. संगठन हमेशा मौलिक अधिकार के लिए संघर्ष किया है और आगे भी करेंगे. प्रांतीय संयोजक ने इस हड़ताल को सफल बनाने के लिए सभी शासकीय सेवकों को इस हड़ताल में शामिल होने की अपील की है. 6 अगस्त 2024 को मंत्रालय के सामने मशाल रैली निकालकर प्रदर्शन किया था. 20 से 30 अगस्त के बीच प्रदेश के सभी विधायक और सांसदों को अपनी मांग के संबंध में ज्ञापन सौंपा गया.
''11 सितंबर को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालय में मशाल रैली निकालने के साथ ही जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया था. बावजूद इसके हमारी मांगों पर सरकार ने अब तक कोई पहल नहीं की है. जिसके कारण हम मजबूर होकर 27 सितंबर शुक्रवार के दिन हड़ताल करने के लिए बाध्य हैं. छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन की चार सूत्रीय मांग है. जिसको लेकर संगठन के द्वारा आवाज को बुलंद करने के लिए हड़ताल का आयोजन किया गया है."- कमल वर्मा, प्रांतीय संयोजक, छग कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन
क्या है कर्मचारियों की मांग :
01. प्रदेश के कर्मचारियों को केंद्र के समान 1 जनवरी 2024 से 4% महंगाई भत्ता दिया जाए.
02. प्रदेश के कर्मचारियों को जुलाई 2019 से देय तिथि पर महंगाई भत्तों के साथ एरियर्स की राशि का समायोजन जीपीएफ खाते में किया जाए.
03. प्रदेश के शासकीय सेवकों को चार स्तरीय समय मान वेतनमान दिया जाए, केंद्र के समान गृह भाड़ा भत्ता दिया जाए,
04. मध्य प्रदेश सरकार की भांति प्रदेश के शासकीय सेवकों को अर्जित अवकाश नकदी कारण 240 दिन के स्थान पर 300 दिन किया जाए.