झालावाड़: कालीसिंध थर्मल संयुक्त संघर्ष समिति के सदस्यों ने बुधवार को ज्वाइंट वेंचर प्रक्रिया का विरोध किया. उन्होंने मिनी सचिवालय पर धरना देकर प्रदर्शन किया. इसके बाद संघर्ष समिति ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर अजय सिंह राठौड़ को ज्ञापन सौंपा. इसमें थर्मल पावर प्लांट में निजी ज्वाइंट वेंचर की प्रक्रिया को निरस्त करने की मांग की गई.
संघर्ष समिति के सदस्य लालचंद लुहार ने बताया कि प्रदेश सरकार राज्य में संचालित नए पावर प्लांटों में ज्वाइंट वेंचर की प्रक्रिया अपनाने जा रही है. ऐसे में कर्मचारियों की सेवा शर्तों व कर्मचारियों की विभिन्न भर्तियों पर भी इसका सीधा प्रभाव पड़ेगा. उन्होंने इसे पावर सेक्टर में निजीकरण की ओर एक कदम बताया.
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सदस्य ने कहा कि आने वाले दिनों में पावर प्लांट से होने वाले विद्युत उत्पादन से विद्युत दरों में भी अनिश्चितता देखने को मिलेगी. उन्होंने कहा कि यदि प्रदेश सरकार ज्वाइंट वेंचर लाना चाहती है तो राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम की हिस्सेदारी के अनुरूप कर्मचारियों के लिए एचआर पॉलिसी बनाए. वहीं, ज्वाइंट वेंचर स्कीम को नए प्लांट में ही लागू किया जाए. राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम की ओर से बनाए प्लांट में किसी भी तरह की ज्वाइंट वेंचर की भागीदारी नहीं की जाए. डिस्कॉम कम्पनियों से उत्पादन निगम की बकाया राशि की भरपाई करवाई जाए.