रानीखेत: अल्मोड़ा के रानीखेत में गोविंद सिंह माहरा राजकीय चिकित्सालय भूस्खलन की जद में आने के बाद खाली करा दिया गया था. जिसके बाद हालात सामान्य होने पर आज से मरीजों के लिए हॉस्पिटल खोल दिया जाएगा.सीएमएस संदीप दीक्षित ने बताया कि 18 सितंबर से ओपीडी आदि कार्य शुरू कर दिया जाएगा. वर्तमान में मरीजों को एमएन श्रीवास्तव अस्पताल कालिका शिफ्ट किया गया है.
नगर में लगातार हुई बारिश से पेड़ गिरने और भूस्खलन के कारण गोविंद सिंह माहरा राजकीय अस्पताल को खतरा पैदा हो गया. सुरक्षा की दृष्टि से अस्पताल को खाली कराकर मरीजों को प्राइवेट अस्पताल में शिफ्ट कर अस्पताल को सील किया गया था. भूस्लखन से मीना बाजार में पांच दुकानों को भी नुकसान पहुंचा है. बीते दिन संयुक्त मजिस्ट्रेट राहुल आनंद अस्पताल पहुंचे और उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक व लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ अस्पताल परिसर का निरीक्षण किया.
भूगर्भ वैज्ञानिकों ने भी भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्र का जायजा लिया.चिकित्सा अधिकारियों तथा लोक निर्माण विभाग तथा भूगर्भ वैज्ञानिकों के साथ संयुक्त मजिस्ट्रेट ने बैठक की. बैठक के बाद संयुक्त मजिस्ट्रेट ने जानकारी देते हुए बताया कि आज से इमरजेंसी सेवाएं शुरू कर दी जाएंगी. भूस्खलन के कारण खतरे की जद आ रहे चिकित्सालय के इस भवन में आवाजाही बंद कर दी जायेगी. ट्रामा सेंटर तथा कोविड वार्ड में मरीजों का उपचार किया जायेगा.
भूस्लखन से प्रभावित भाग को प्रतिबंधित कर दिया जायेगा. सीएमएस संदीप दीक्षित ने बताया कि 18 सितंबर से ओपीडी आदि कार्य शुरू कर दिया जाएगा. वर्तमान में मरीजों को एमएन श्रीवास्तव अस्पताल कालिका शिफ्ट किया गया है. जहां राजकीय चिकित्सालय के चिकित्सक व अन्य कर्मचारी मरीजों का उपचार कर रहे हैं. अस्पताल में चिकित्सा सेवा बहाल होने से मरीजों को राहत मिलेगी.
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