कानपुर : कहा जाता है कि रोजाना सुबह सैर करना स्वास्थ्य के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है. यह एक ऐसा सरल और आसान तरीका है, जिससे आपके मन और शरीर दोनों को ताजगी मिलती है. कुछ लोग रोजाना मॉर्निंग वॉक पर जाते भी हैं और उसका उन्हें लाभ ही मिलता है. ऐसे में मॉर्निंग वॉक करने वाले शहरवासियों के लिए एक अच्छी खबर निकलकर सामने आई है. जहां मॉर्निंग वॉक करने वाले लोगों को अब प्राकृतिक वातावरण और प्राकृतिक हरियाली देखने को मिलेगी. कानपुर के विकास नगर में पहले एलेन फॉरेस्ट इको पार्क को विकसित किया गया है. मॉर्निंग वॉक करने वाले लोगों को इस पार्क में घने जंगल जैसी प्राकृतिक सुंदरता व भरपूर ऑक्सीजन मिलेगी.
अभी पार्क में एंट्री निशुल्कः ईटीवी भारत से विशेष बातचीत के दौरान उपप्रभागीय वन अधिकारी आशीष जैन ने बताया कि शहरों में लगातार प्रदूषण काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है. इसी दिशा में इस इको पार्क को विकसित किया गया है. जहां पर लोग आकर मॉर्निंग वॉक, योग और ताजी हवा का आनंद ले सकते हैं. उन्होंने बताया कि इको पार्क में एंट्री गेट पर ही टिकट काउंटर बनाया गया है. जहां पर गार्ड तैनात रहेंगे. जिससे किसी भी प्रकार के कोई अराजकतत्व अंदर ना आ सकें इसका भी ख्याल रखा जाएगा. फिलहाल अभी इस इको पार्क में एंट्री निशुल्क है. जहां पर लोग आकर मॉर्निंग वॉक कर प्राकृतिक वातावरण और प्राकृतिक हरियाली को देख सकते हैं. आने वाले समय में यहां पर लोगों के लिए पैकेज और टिकट की भी व्यवस्था शुरू की जाएगी, जिससे इस पार्क का मेंटेनेंस किया जा सके.
क्या है इस इको पार्क की खासियत : आशीष जैन ने बताया कि इको पार्क में एंट्री करते ही आपको एक बोर्ड दिखाई देगा, जिसमें हाथी, गैंडा, बाघ, तेंदुआ, बारासिंघा जैसे वन्यजीवों के थंब इंप्रेशन के बारे में समझाया गया है. जिससे यहां पर आने वाले लोगों को और बच्चों को इसकी जानकारी मिल सकेगी. इसके साथ ही इस इको पार्क में टहलने और घूमने आने वाले लोगों के लिए पाथवे की व्यवस्था की गई है. वहीं, इस इको पार्क में जगह-जगह पर झोपड़ी भी बनाई गई है. जहां पर लोगों के बैठने की समुचित व्यवस्था भी की गई है. रात में टहलने आने वाले लोगों के लिए सोलर स्ट्रीट लाइट भी लगाई गई है. जिससे उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कत ना हो सके. वही, उन्होंने बताया कि इस इको पार्क में आने के बाद आपको घना जंगल तो दिखेगा पर यहां जंगली जीव देखने को नहीं मिलेंगे.
जंगल पहुंचेगा लोगों तक : अखिल जैन ने बताया कि अक्सर लोगों के मन में एक अवधारणा होती की जंगल में जंगली जानवर होंगे. जो जंगल हैं वह शहरों से काफी दूर हैं. जो शहरों में थे भी वह खत्म हो चुके हैं. इसी कड़ी में जो यह इको पार्क है वह एलेन वन का हिस्सा है और यह करीब 300 हेक्टेयर में फैला हुआ है. यह शहर के बीचो-बीच फैला हुआ है. लोगों का जो डर है, कि जंगल में जंगली जानवर होंगे. उसे डर को खत्म कर जंगल को अब लोगों के बीच पहुंचाने का काम किया गया है. अब लोगों से यही कहना है कि वह यहां पर आएं, घूमें फिरें और यहां की ताजी हवा का आनंद लें.
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