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बेबी एलीफेंट के साथ तालाब में अठखेलियां कर रहे गजराज, देखिए मनमोहक वीडियो

छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में बेबी एलीफेंट के साथ तालाब में अठखेलियां कर रहे गजराज का मनमोहन वीडियो सामने आया है.

KATGHORA FOREST DIVISION
तालाब में नहा रहा हाथी का परिवार (KATGHORA FOREST DIVISION)
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Nov 13, 2024, 8:45 PM IST

Updated : Nov 14, 2024, 8:02 AM IST

कोरबा : जिले के कटघोरा वनमंडल अब हाथियों का स्थाई रहवास बन चुका है. इसी क्षेत्र में लेमरू हाथी रिजर्व का सबसे बड़ा दायरा भी चिन्हित किया गया है. वर्तमान में भी यहां 60 से अधिक हाथी मौजूद हैं. एक दिन पहले ही कटघोरा वनमंडल के पसान वन परिक्षेत्र में हाथियों का एक समूह दिखा, जिसमें वह बेबी एलीफेंट शामिल हैं. इन सभी हाथियों को तालाब में अठखेलियां करते हुए देखा गया है.

मजे से तालाब में नहा रहे हैं हाथी : हाथियों का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि ठंड के मौसम में भी हाथी मजे से तालाब में नहा रहे हैं. उनका यह मनमोहक वीडियो कटघोरा वनमण्डल के गेम गार्ड ने अपने कैमरे में कैद किया है. इसकी पुष्टि कटघोरा डीएफओ कुमार निशांत ने की है. खतरनाक जंगली हाथियों के नजदीक जाना बेहद खतरनाक हो जाता है, ऐसे में इस तरह के मूवमेंट काफी कम अवसरों पर ही कैमरे में कैद हो पाते हैं.

तालाब में अठखेलियां कर रहे गजराज (KATGHORA FOREST DIVISION)

तनेरा के तालाब में नहाते हुए देखे गए हाथी : हाथियों के जिस दल को तालाब में नहाते हुए देखा गया है, वह कटघोरा वनमंडल के पसान वन परिक्षेत्र के गांव तनेरा का है. तालाब में हाथियों के साथ बेबी एलिफेंट भी देखे जा सकते हैं. अपने बच्चों को लेकर हाथियों का परिवार काफी संवेदनशील होता है. बच्चों की सुरक्षा के लिए कई बार हाथी काफी आक्रामक भी हो जाते हैं.

कटघोरा वन मंडल में 61 हाथी मौजूद : हाथियों के इस दल में भी 2 से 3 बेबी एलिफेंट मौजूद हैं, जिन्हें दल के सीनियर सदस्य तालाब में नहलाते हुए वीडियो में देखे जा सकते हैं. वीडियो में देख सकते हैं कि कैसे बेबी एलीफेंट तालाब के गहराई में जाने का प्रयास कर रहा है, जिसे दल के सीनियर सदस्य बाहर धकेल रहे हैं.

कटघोरा वन मंडल में अब भी 61 हाथी मौजूद हैं, जो अलग अलग क्षेत्र में विचरण कर रहे हैं. यह सभी हाथी दो से तीन दलों में बंटे हुए हैं. जहां जहां हाथी जाते हैं, वन अमला लगातार उनकी निगरानी करता रहता है. ग्रामीणों को सतर्क भी किया जा रहा है कि वह हाथियों के करीब ना जाएं. वन विभाग निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे का भी उपयोग कर रहे हैं. जिसके जरिए हाथियों की इस तरह की मनमोहक तस्वीर रिकॉर्ड होते हैं. : कुमार निशांत, डीएफओ, कटघोरा वन मंडल

हाथी के करीब जाना है खतरनाक : वन विभाग के मैदानी अमले ने यह खूबसूरत और आकर्षक वीडियो रिकॉर्ड किया है. हालांकि, बेबी एलीफेंट के साथ जब हाथी मौजूद होते हैं, तब उनके करीब जाना बेहद रिस्की होता है. अपने परिवार के बच्चों को लेकर हाथी बेहद सतर्क और सावधान रहते हैं. कई बार तो हाथी आक्रामक होकर हमला भी कर देते हैं. इसलिए लोगों को सलाह दी जाती है कि वह सावधानी बरतें और इनसे दूर रहें.

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कोरबा : जिले के कटघोरा वनमंडल अब हाथियों का स्थाई रहवास बन चुका है. इसी क्षेत्र में लेमरू हाथी रिजर्व का सबसे बड़ा दायरा भी चिन्हित किया गया है. वर्तमान में भी यहां 60 से अधिक हाथी मौजूद हैं. एक दिन पहले ही कटघोरा वनमंडल के पसान वन परिक्षेत्र में हाथियों का एक समूह दिखा, जिसमें वह बेबी एलीफेंट शामिल हैं. इन सभी हाथियों को तालाब में अठखेलियां करते हुए देखा गया है.

मजे से तालाब में नहा रहे हैं हाथी : हाथियों का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि ठंड के मौसम में भी हाथी मजे से तालाब में नहा रहे हैं. उनका यह मनमोहक वीडियो कटघोरा वनमण्डल के गेम गार्ड ने अपने कैमरे में कैद किया है. इसकी पुष्टि कटघोरा डीएफओ कुमार निशांत ने की है. खतरनाक जंगली हाथियों के नजदीक जाना बेहद खतरनाक हो जाता है, ऐसे में इस तरह के मूवमेंट काफी कम अवसरों पर ही कैमरे में कैद हो पाते हैं.

तालाब में अठखेलियां कर रहे गजराज (KATGHORA FOREST DIVISION)

तनेरा के तालाब में नहाते हुए देखे गए हाथी : हाथियों के जिस दल को तालाब में नहाते हुए देखा गया है, वह कटघोरा वनमंडल के पसान वन परिक्षेत्र के गांव तनेरा का है. तालाब में हाथियों के साथ बेबी एलिफेंट भी देखे जा सकते हैं. अपने बच्चों को लेकर हाथियों का परिवार काफी संवेदनशील होता है. बच्चों की सुरक्षा के लिए कई बार हाथी काफी आक्रामक भी हो जाते हैं.

कटघोरा वन मंडल में 61 हाथी मौजूद : हाथियों के इस दल में भी 2 से 3 बेबी एलिफेंट मौजूद हैं, जिन्हें दल के सीनियर सदस्य तालाब में नहलाते हुए वीडियो में देखे जा सकते हैं. वीडियो में देख सकते हैं कि कैसे बेबी एलीफेंट तालाब के गहराई में जाने का प्रयास कर रहा है, जिसे दल के सीनियर सदस्य बाहर धकेल रहे हैं.

कटघोरा वन मंडल में अब भी 61 हाथी मौजूद हैं, जो अलग अलग क्षेत्र में विचरण कर रहे हैं. यह सभी हाथी दो से तीन दलों में बंटे हुए हैं. जहां जहां हाथी जाते हैं, वन अमला लगातार उनकी निगरानी करता रहता है. ग्रामीणों को सतर्क भी किया जा रहा है कि वह हाथियों के करीब ना जाएं. वन विभाग निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे का भी उपयोग कर रहे हैं. जिसके जरिए हाथियों की इस तरह की मनमोहक तस्वीर रिकॉर्ड होते हैं. : कुमार निशांत, डीएफओ, कटघोरा वन मंडल

हाथी के करीब जाना है खतरनाक : वन विभाग के मैदानी अमले ने यह खूबसूरत और आकर्षक वीडियो रिकॉर्ड किया है. हालांकि, बेबी एलीफेंट के साथ जब हाथी मौजूद होते हैं, तब उनके करीब जाना बेहद रिस्की होता है. अपने परिवार के बच्चों को लेकर हाथी बेहद सतर्क और सावधान रहते हैं. कई बार तो हाथी आक्रामक होकर हमला भी कर देते हैं. इसलिए लोगों को सलाह दी जाती है कि वह सावधानी बरतें और इनसे दूर रहें.

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Last Updated : Nov 14, 2024, 8:02 AM IST
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