रुद्रपुर: टांडा जंगल से सटे गांव जयनगर नंबर 3 में हाइटेंशन लाइन की चपेट में आने से एक नर हाथी की मौत हो गई है. सूचना मिलने के बाद तराई केंद्रीय वन प्रभाग के अधिकारी और टांडा रेंज के रेंजर मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया. इसके बाद टीम ने हाथी के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू की. वहीं, संभावना जताई जा रही है कि हाथी की मौत हाई वोल्टेज लाइन की चपेट में आने से हुई है. हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति साफ होगी.
मिली जानकारी के अनुसार आज सुबह तराई केंद्रीय वन प्रभाग के टांडा रेंज से सटे गांव जयनगर नंबर 3 में एक हाथी खेत में मृत अवस्था में पड़ा हुआ था. आनन फानन में ग्रामीणों ने इसकी सूचना टांडा रेंज की टीम को दी. सूचना मिलने के बाद तराई केंद्रीय वन प्रभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और आसपास के क्षेत्र का जायजा लिया. जहां पर हाथी का शव पड़ा हुआ था, उसके ठीक ऊपर से ऊर्जा निगम की 11000 KV की हाई वोल्टेज की लाइन गुजर रही है. लाइन के तार काफी नीचे झूल रहे थे, जिससे संभावना जताई जा रही है कि लाइन के संपर्क में आकर हाथी की करंट लगने से मौत हो गई है. मृतक हाथी की उम्र 8 से 10 साल आंकी जा रही है
एसडीओ मयंक जोशी ने बताया कि फेंसिंग तार तोड़कर हाथी जंगल से बाहर आया हुआ था. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि पास से गुजर रही हाइटेंशन लाइन की चपेट में आने से हाथी की मौत हुई है. उन्होंने कहा कि हाथी का पीएम कराया जा रहा है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद हाथी के मौत के कारणों का पता चलेगा.
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