महासमुंद: महासमुंद वन परिक्षेत्र में गरियाबंद से एक दंतैल हाथी पिछले कई दिनों से अलग अलग क्षेत्र में विचरण कर रहा है. इससे लोगों में खौफ देखने को मिल रहा है. वहीं, दूसरी ओर सिरपुर में एक भालू पिछले 10 दिनों से गंधेश्वर मंदिर परिसर और आसपास के बस्ती में विचरण कर रहा था, जिससे स्थानीय लोग खौफ में थे. इस बीच गुरुवार की रात वन विभाग ने एक भालू का रेस्क्यू किया. इससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है.
दंतैल हाथी से दहशत में लोग: दरअसल, गरियाबंद क्षेत्र से एक दंतैल हाथी 8 अगस्त की रात महासमुंद के झाल खम्हरिया बस्ती में एक दुकान का सटर तोड़कर धान के बोरी को चट कर गौर खेड़ा के जंगल में पहुंच गया. हाथी के विचरण से पूरे इलाके मे दहशत का माहौल बना हुआ है. वर्तमान में दंतैल हाथी गौरखेड़ा और महादेव पठार में जंगल के कक्ष क्रमांकों में विचरण कर रहा है, इस पर वन विभाग सतत निगरानी बनाए हुए है.
भालू का शिरपुर में डेरा: वन विभाग ने लगभग एक दर्जन गांव में अलर्ट जारी किया है. इसमें गौरखेड़ा, उमरदा, दलदली, अरंड, सोरीद, बनसिवनी, घोंघीबाहरा, लोहारडिह, बंजारी, कोड़ार और कौवाझर शामिल है. हाथियों को लेकर वन विभाग ने ग्रामीणों से अपील की है कि जंगल की ओर ना जाए और हाथी दिखने पर वन अमले को जानकारी दे. वहीं, दूसरी तरफ सिरपुर क्षेत्र में पिछले 10 दिनों से एक भालू रोजाना कभी गन्धेश्वर महादेव मंदिर के अंदर तो कभी सिरपुर के रिहायशी इलाके में घरों के अंदर घूम रहा था, जिससे शिरपुर के लोग दहशत में थे.
भालू ने अभी तक किसी पर हमला नहीं किया है. वन विभाग की टीम ने बीते रात ही ट्रेंकुलाइज करके रेस्क्यू किया है. भालू को बारनयापारा के जंगलो में छोड़ दिया गया है, जिससे वहां के ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है. -सियाराम कर्माकर, वन विभाग के रेंजर
ग्रामीणों को अलर्ट रहने की अपील: इस बीच सावन माह के कारण सैकड़ों की संख्या में कावड़िए सिरपुर गंधेश्वर मंदिर में जलाभिषेक करने आ रहे हैं. भालू का इस तरह से विचरण करने से कावड़िए भी डरे हुए हैं. साथ ही अभी जो हाथी गौरखेड़ा ग्राम के जंगलों में विचरण कर रहा है. उस पर भी वन विभाग की टीम नजर बनाए हुए है. ग्रामीणों को अलर्ट रहने की अपील की गई है.