कोरबा: कोरबा शहर के समीप स्थित गांव ढेलवाडीह में राख के परिवहन में लगे ट्रक ने रात के अंधेरे में एक दिन पहले बिजली विभाग के तीन पोल को क्षतिग्रस्त कर दिया है. जिसके कारण 2 दिन से गांव की बिजली गुल है. सोमवार को विद्युतकर्मी नया पोल लगाकर मरम्मत कार्य कर रहे हैं. ग्रामीणों के साथ ही विद्युत वितरण विभाग को भी व्यवस्था सुधारने में काफी मशक्कत करनी पड़ी.
तीन पोल क्षतिग्रस्त, चालू लाइन को घसीटा: कोरबा के निहारिका क्षेत्र से लगे हुए ढेलवाडीह गांव में एक दिन पहले एक ट्रैक ने विद्युत पोल को क्षतिग्रस्त कर दिया. इतना ही नहीं चालू लाइन को लगभग 2 से 3 किलोमीटर तक घसीटा, जिससे गांव की बिजली कट गई. दो दिनों से गांव के कुछ हिस्सों में बिजली गुल है. सोमवार को मरम्मत कार्य के लिए भी पावर कट किया गया. पूरा दिन विद्युत वितरण विभाग के कर्मचारी सुधार कार्य में जुटे रहे.
गांव में 2 दिन से बत्ती गुल है. देर रात को ट्रक ने तीन पोल को टक्कर मारकर तोड़ दिया. जिसके बाद पानी के लिए भी मशक्कत करनी पड़ रही है. गांव में पिछले कुछ समय से रात भर हाईवा का संचालन हो रहा है. जो राख और मिट्टी का परिवहन कर रहे हैं, जिससे ग्रामीण बेहद परेशान हैं. प्रदूषण के साथ अब तो बिजली भी बंद हो गई है. - अतुल, स्थानीय निवासी
मरम्मत काम पूरा होने पर होगी बिजली बहाल: विद्युत वितरण विभाग के लाइनमैन दिलावर हुसैन ने बताया, "ढेलवाडीह के रोड से लगे हुए तीन पोल को अज्ञात वाहन ने ठोकर मार दी. जिसके चलते तीनों पोल को उखाड़ कर नए पोल लगाए गए हैं. अभी एक पोल का काम बचा है, जिसके बाद हम तार खींचकर लाइन चार्ज करेंगे. उम्मीद है जल्द काम काम पूरा हो जाना चाहिए. सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था. लेकिन अज्ञात वाहन के ठोकर से पूरे क्षेत्र की विद्युत व्यवस्था प्रभावित हुई है. जिससे बिजली विभाग को भी तो काफी नुकसान उठाना पड़ा है." उनका कहना है कि जब तक मरम्मत काम पूरा नहीं होगी, जब तक बिजली सुविधा बहाल नहीं हो सकेगी.
शासन-प्रशासन के दावे हो रहे फेल: छत्तीसगढ़ में सरकार बदल चुकी है, लेकिन कोरबा में व्यवस्था नहीं बदली है. पावर प्लांट से उत्सर्जित राख से लदे ट्रकों का बेतरतीब परिवहन अभी भी जारी है. शासन और प्रशासन के लाख दावों के बाद भी राख परिवहन और डंपिंग पर लगाम नहीं लग रहा है. कोरबा के निहारिका क्षेत्र से लगे ढेलवाडीह गांव में पीएम आवास के समीप बड़े पैमाने पर खुले में राख डंप किया जा रहा है. राख परिवहन और इसकी बेतरतीब डंपिंग विधानसभा चुनाव में भी बड़ा मुद्दा रही. कोरबा विधायक और कैबिनेट मंत्री लखन लाल देवांगन ने इस मुद्दे को चुनाव में जमकर भुनाया था. चुनाव जीतने के बाद उन्होंने कहा था कि अब शहर में एक भी ट्रक राख डंप नहीं होने देंगे. लेकिन कैबिनेट मंत्री के दावे भी फेल हो रहे हैं. प्रशासन की कड़ाई का भी असर गांव में नहीं दिख रहा है.