सिंगरौली: आजादी के इतने समय बाद तक देश में कई ऐसी जगह है, जहां लोगों को बिजली उपलब्ध नहीं है. ऊर्जाधानी के नाम से मशहूर सिंगरौली जिले में जंगल के पास रह रहे 23 आदिवासी परिवार आज तक अंधेरे में अपना जीवन बिता रहे थे. अदानी फाउंडेशन के सहयोग से अब इन परिवारों तक बिजली पहुंची है. इन 23 आदिवासी परिवारों के 100 से ज्यादा सदस्यों के चेहरों पर नई मुस्कान आई है.
स्थानीय एमएलए राजेंद्र मेश्राम ने किया इन घरों में स्थापित सौर ऑफ ग्रिड सोलर प्रणाली का लोकार्पण
अदानी फाउंडेशन ने उनके जीवन को बिजली की रोशनी से जगमगा दिया. स्थानीय विधायक राजेंद्र मेश्राम एवं कंपनी प्रबंधन ने इन सभी घरों में स्थापित सौर ऑफ ग्रिड सोलर प्रणाली का लोकार्पण किया और अदानी फाउंडेशन के इस पहल की खूब सराहना की. अडानी फाउंडेशन की तरफ से बस्ती के हर परिवार को एक किलोवॉट का सोलर पैनल, दो बैटरी, इन्वर्टर, तीन एलईडी बल्ब और एक टेबल फैन मुहैया कराया गया है.
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इसके साथ ही सभी 23 परिवारों को निःशुल्क साइकिल के साथ-साथ आदिवासी संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से संगीत वाद्ययंत्र भी प्रदान किए गए. इस दौरान स्थानीय विधायक डॉ राजेन्द्र मेश्राम, अदाणी समूह के चीफ ऑफ क्लस्टर श्री बच्चा प्रसाद और क्लस्टर एचआर प्रमुख विकास सिंह मौजूद रहे.
अदाणी फाउंडेशन द्वारा की जा रही कोशिश को सराहा
स्थानीय विधायक डॉ राजेन्द्र मेश्राम ने कहा, "बासी बेरदहा गांव के अति पिछड़ा टोला बासी के उत्थान के लिए अदाणी फाउंडेशन द्वारा की जा रही कोशिश अत्यंत सराहनीय है." इसी बस्ती के रहने वाले राम लल्लू बैगा ने माना "अदाणी फाउंडेशन की मदद से जो बिजली उन्हें दी गई है उससे रात का खाना अब आसानी से बन पाता है, इससे उनका जीवन बहुत आसान हो गया है.” अदाणी ग्रुप की तरफ से चीफ ऑफ़ क्लस्टर श्री बच्चा प्रसाद ने कहा, "हम हर जरूरतमंद व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और इस बस्ती के विकास के लिए हरसंभव सहयोग करेंगे."