शिमला: हिमाचल में चार लोकसभा सीटों सहित विधानसभा की छह सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए 30 मई शाम को 6 बजे चुनाव प्रचार पूरी तरह थम गया. जिसके बाद अब चुनावी जनसभाओं, रैली और रोड शो पर रोक लग गई है. अब नेता सिर्फ डोर टू डोर प्रचार कर सकेंगे.
शराब के ठेके रहेंगे बंद
हिमाचल में 1 जून को मतदान होना है. ऐसे में वोटिंग से 48 घंटे पहले शराब ठेके भी बंद हो गए हैं. किसी भी होटल या रेस्तरां में भी ग्राहकों शराब नहीं परोसी जा सकती है. अब शराब के ठेके मतदान समाप्त होने के बाद खुलेंगे. इस दौरान एक्साइज डिपार्टमेंट की ओर से गठित की टीमें नियमित तौर पर निगरानी रखेंगी. अगर कोई आदेशों की अवहेलना करते हुए पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
मतदान के लिए 55 हजार कर्मचारी तैनात
वहीं, मतदान प्रक्रिया को शांतिपूर्ण तरीके से पूरा करने को प्रदेश में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. मतदान के लिए 55 हजार कर्मचारी अपनी सेवाएं दे रहे हैं. प्रदेश भर में स्थापित किए गए 7992 मतदान केंद्रों के लिए पोलिंग पार्टियां रवाना होनी शुरू हो गई हैं. एक जून को होने वाले मतदान के लिए आज सभी पोलिंग बूथ सजा दिए जाएंगे. निर्वाचन आयोग की तरफ से साफ किया गया है कि नियम तोड़ने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी.
सौ मीटर के दायरे में प्रचार पर रोक
हिमाचल में चुनाव प्रचार थमने के बाद दोनों की बड़े दलों के स्टार प्रचारक वापस लौट गए हैं. अब प्रचार थमने के बाद पब्लिक मीटिंग, किसी किस्म के दिखावे करने, नारे लगाने और 5 से अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर रोक रहेगी. 1 जून को मतदान केंद्रों के सौ मीटर के दायरे में कन्वेंसिंग आदि भी नहीं की जा सकेगी. इस पर भी अब पाबंदी रहेगी. इसके बाद भी अगर कोई ऐसा करते हुए पाया जाता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
मतदान के दिन वेतन सहित छुट्टी
वहीं, मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें और सभी की चुनावी भागीदारी सुनिश्चित की जा सके, इसके लिए चुनाव आयोग ने 1 जून को वेतन सहित छुट्टी घोषित की है. इस दिन सभी सरकारी विभागों, निगम, बोर्ड, सहित दैनिक वेतनभोगी और प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों को भी वेतन सहित छुट्टी मिलेगी, ताकि शत प्रतिशत मतदान के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके. मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने बताया कि 1 जून को वेतन सहित अवकाश घोषित किया गया है. ऐसे में नियोक्ता कर्मचारियों को छुट्टी देने से इनकार नहीं कर सकता है. उन्होंने बताया कि छुट्टी से इंकार करने पर आदेशों की अवहेलना मानी जाएगी और ऐसा करने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.