नूंह: मुसलमानों के बड़े त्योहार ईद उल फितर की तैयारियां जोरों पर है. सबसे खास बात है कि ईद के त्यौहार पर हिंदू-मुस्लिम एकता की झलक भी हरियाणा के मेवात जिले में दिखाई पड़ती है. शहरों में अधिकतर दुकानदार हिंदू समाज से संबंध रखते हैं, तो खरीददार मुस्लिम समाज के लोग हैं.
हिंदू-मुसलमान एकता की झलक: हिंदू समाज के लोग दीपावली व होली पर्व पर मुसलमानों के घर मिठाइयां भेजते हैं. तो मुसलमान भी ईद के पर्व पर सेवइयां और खीर इत्यादि लजीज व्यंजन हिंदू समाज के अपने यार दोस्तों के घर या पड़ोसियों के घर भेजते हैं. इसलिए यह इलाका देशभर में अमन व भाईचारे के लिए अपनी एक अलग पहचान रखता है. बाजारों में भीड़ उमड़ रही है. लोग चावल, चीनी, काजू, बादाम, कपड़े, जूते इत्यादि जरूरी सामान खरीद रहे हैं. सबसे खास बात यह है कि रसोई गैस, डीजल पेट्रोल, तेज इत्यादि के लगातार बढ़ रहे दामों के अलावा अन्य सामान पर भी महंगाई की मार इस बार लोगों को झेलनी पड़ रही है.
अब चांद का इंतजार: लेकिन महंगाई की परवाह किए बिना लोग अपनी हैसियत के हिसाब से जमकर खरीदारी कर रहे हैं. जिससे दुकानदारों के चेहरे पर भी कुछ रौनक देखने को मिल रही है. मुसलमानों का ईद उल फितर सबसे बड़ा पर्व है. इसलिए बाजार, मस्जिद, ईदगाह से लेकर क्षेत्र में अलग ही रौनक दिखाई देती है. इस महीने में दुकानदार साल भर की अच्छी खासी कमाई कर लेते हैं. सभी को इस माह और ईद का बड़ी बेसब्री से इंतजार रहता है.