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लोन वर्राटू ने इनामी नक्सली का बदला मन, नए साल में छोड़ा आतंक का रास्ता - LOAN VARRATU CAMPAIGN

दंतेवाड़ा में तीन लाख के इनामी नक्सली ने सरेंडर किया है. नक्सली हुर्रा सोढी को लोन वर्राटू अभियान ने प्रभावित किया.

Loan Varratu campaign
इनामी नक्सली ने किया सरेंडर (ETV BHARAT CHHATTISGARH)
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Jan 1, 2025, 6:58 PM IST

दंतेवाड़ा : दंतेवाड़ा में तीन लाख के इनामी नक्सली हुर्रा सोढ़ी ने सरेंडर किया है. नक्सली हुर्रा सोढी ने सरकार की लोन वर्राटू (घर वापस आईए), पुनर्वास नीति और नक्सल उन्मूलन अभियान से प्रभावित होकर हथियार छोड़ने का मन बनाया.जिसके बाद नए साल के पहले दिन हुर्रा सोढी ने पुलिस अधीक्षक गौरव राय, एएसपी रामकुमार बर्मन के सामने डीआरजी कार्यालय दंतेवाड़ा में हथियार डाले.

सरकार की नीतियों का मिलेगा फायदा : आत्मसमर्पित नक्सली को पुनर्वास नीति के तहत पुलिस अधीक्षक गौरव राय ने 25 हजार रूपये की सहायता राशि दी.इसी के साथ छत्तीसगढ़ शासन से मिलने वाली अन्य सुविधाए जैसे 10,000 रुपये की मासिक आर्थिक सहायता, 3 वर्ष तक निःशुल्क आवास और भोजन, स्किल डेवलपमेंट के लिए प्रशिक्षण, कृषि भूमि मुहैया कराने की बात कही.


लोन वर्राटू अभियान का दिखा असर : आपको बता दें कि लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 209 इनामी सहित कुल 889 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है.इनमें से कई नक्सली समाज की मुख्यधारा में वापस लौटकर अच्छा जीवन यापन कर रहे हैं.

क्या है लोन वर्राटू अभियान ?: लोन वर्राटू अभियान के तहत लाल आतंक का रास्ता अख्तियार कर चुके नक्सलियों को सरेंडर करने का मौका दिया जाता है. इसका अर्थ घर वापस आना होता है. इसे बस्तर में घर वापसी अभियान के नाम से भी जाना जाता है. जिसके जरिए नक्सली आत्मसमर्पण करते हैं. लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक बस्तर में 202 इनामी नक्सलियों ने सरेंडर किया है. इस कैंपेने के जरिए अब तक कुल 877 नक्सलियों ने हथियार डाले हैं.

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सरकार की नीतियों का मिलेगा फायदा : आत्मसमर्पित नक्सली को पुनर्वास नीति के तहत पुलिस अधीक्षक गौरव राय ने 25 हजार रूपये की सहायता राशि दी.इसी के साथ छत्तीसगढ़ शासन से मिलने वाली अन्य सुविधाए जैसे 10,000 रुपये की मासिक आर्थिक सहायता, 3 वर्ष तक निःशुल्क आवास और भोजन, स्किल डेवलपमेंट के लिए प्रशिक्षण, कृषि भूमि मुहैया कराने की बात कही.


लोन वर्राटू अभियान का दिखा असर : आपको बता दें कि लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 209 इनामी सहित कुल 889 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है.इनमें से कई नक्सली समाज की मुख्यधारा में वापस लौटकर अच्छा जीवन यापन कर रहे हैं.

क्या है लोन वर्राटू अभियान ?: लोन वर्राटू अभियान के तहत लाल आतंक का रास्ता अख्तियार कर चुके नक्सलियों को सरेंडर करने का मौका दिया जाता है. इसका अर्थ घर वापस आना होता है. इसे बस्तर में घर वापसी अभियान के नाम से भी जाना जाता है. जिसके जरिए नक्सली आत्मसमर्पण करते हैं. लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक बस्तर में 202 इनामी नक्सलियों ने सरेंडर किया है. इस कैंपेने के जरिए अब तक कुल 877 नक्सलियों ने हथियार डाले हैं.

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