सीकर. शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने श्रीमाधोपुर स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण किया. दिलावर जब स्कूल में पहुंचे तो किसी को कानों कान भी खबर नहीं थी कि शिक्षा मंत्री विद्यालय परिसर में आ गए हैं. सामान्य दिनों की तरह चल रहे विद्यालय में बच्चे कक्षा में पढ़ रहे थे. अध्यापक बच्चों की कक्षाएं ले रहे थे. इसी बीच मंत्री दिलावर को कक्षा नवीं में देखकर बच्चे और शिक्षक गण एक बार तो सकपका गए. भनक लगते ही विद्यालय के प्रिंसिपल भी दौड़े दौड़े कक्षा कक्ष में पहुंचे.
दिलावर ने शुरुआत में तो बच्चों से अनौपचारिक चर्चा की लेकिन फिर कक्षा 12वीं में पहुंचे तो बिल्कुल व्याख्याता के अंदाज में दिखने लगे. मंत्री दिलावर ने यहां बकायादा 12वीं कक्षा के बच्चों से परिचय लिया और फिर पॉलिथीन के विषय पर उनकी क्लास ले डाली. शिक्षा मंत्री दिलावर ने बच्चों से पूछा कि वह सब्जी लेने जाते हैं तो सब्जी किस में लेकर आते हैं. जब बच्चों ने बताया कि पॉलीथिन की थैली में ही टमाटर और आलू लाते हैं तो मंत्री जी ने उनको इसके नुकसान बताएं और समझाया कि पॉलीथीन में खाद्य सामग्री को ना लाए.
साथ ही अपने माता-पिता को भी समझाएं कि पॉलीथिन का उपयोग न किया जाए. इसी कक्षा की बालिकाओं से उन्होंने पूछा कि तुम्हारा लंच बॉक्स प्लास्टिक का है क्या? जिस पर बच्चों ने हां में उत्तर दिया तो दिलावर ने उनको भी कहा कि प्लास्टिक के बने लंच बॉक्स का उपयोग न करें यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. शिक्षा मंत्री मदन दिलावर की क्लास में बच्चे बेहद प्रसन्न नजर आए और बच्चों ने हाथ खड़े करके यह शपथ भी ली कि वह अब आगे से पॉलिथीन की थैली में वस्तुएं नहीं लेंगे और अपने माता-पिता को भी समझाएंगे कि वह बाजार से खरीदारी करते समय पॉलिथीन में वस्तुएं न लें.
बच्चों ने सुनाई रामायण की चौपाइयां: कक्षा 12वीं में बच्चों की क्लास लेने के बाद शिक्षा मंत्री दिलावर कक्षा तीसरी में पहुंचे जहां उन्होंने ने मासूम बच्चों के बीच बैठकर उनसे अभिभावक की तरह चर्चा करना शुरू किया. एक-एक कर छोटे बच्चों से हाथ मिलाया. प्यार से उनके सर पर हाथ फेरा. उनका नाम पूछा, पिताजी का नाम पूछा और कविता सुनाने को कहा.