नई दिल्ली: दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने शिक्षा सचिव को दिल्ली के सरकारी स्कूलों में लंबे समय से तैनात शिक्षकों के ट्रांसफर ऑर्डर को वापस लेने के निर्देश दिए है. साथ ही अगले 7 दिनों के भीतर इसकी एक्शन टेकन रिपोर्ट सौंपी जाए. बता दें कि शिक्षा निदेशालय द्वारा शिक्षा मंत्री के अनुमति के बिना हाल ही में एक स्कूल में 10 साल से ज़्यादा समय से तैनात शिक्षकों के अनिवार्य ट्रांसफ़र के लिए सर्कुलर जारी किया था. ऐसा न करने पर उन्हें शिक्षा निदेशालय द्वारा किसी भी स्कूल में ट्रांसफर करने की बात कही गई थी. विभाग द्वारा जारी इस इस सर्कुलर से शिक्षकों में काफी रोष है.
ये भी देखें: दिल्ली के स्कूलों में बम धमकी मामले में जानें पूरा घटनाक्रम, चार बजे स्थिति हुई सामान्य
इस बाबत शिक्षकों के एक प्रतिनिधिमण्डल ने सोमवार को शिक्षा मंत्री आतिशी से मुलाक़ात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा. शिक्षा मंत्री ने इसको साझा करते हुए कहा कि एक टीचर और उसके स्टूडेंट के बीच का अनोखा रिश्ता होता है जो कई सालों के विश्वास से बनता है. ऐसे में सिर्फ़ एक संकीर्ण एडमिनिस्ट्रेटिव पहलू ही टीचर्स के एक स्कूल से दूसरे स्कूल में ट्रांसफर का कारण नहीं बन सकता है.
राष्ट्रीय शिक्षा नीति -2020 में भी शिक्षकों और छात्रों के बीच के संबंध को और बेहतर बनाने और बेहतर शैक्षिक वातावरण के लिए अत्यधिक स्थानांतरण के हानिकारक प्रैक्टिस पर रोक लगाने की बात कही गई है. शिक्षा मंत्री आतिशी ने इस बाबत शिक्षा सचिव को कड़े शब्दों में निर्देश देते हुए कहा कि इस निर्णय को तुरंत वापस लिया जाए और किसी भी टीचर का सिर्फ़ इसलिए ट्रांसफ़र नहीं किया जाए क्योंकि वह किसी विशेष स्कूल में 10 साल से अधिक से काम कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने ये भी सुनिश्चित करने के आदेश दिए कि भविष्य में दिल्ली सरकार के स्कूलों में किसी शिक्षक के मनोबल या कामकाजी स्थिति को प्रभावित करने वाला इस प्रकार का कोई भी निर्णय बिना उनकी सहमति के न लिया जाए.
ये भी देखें: नर्सरी दाखिलाः स्कूलों में स्वीकृत सीटों की तुलना में आए कई गुना अधिक आवेदन, जनवरी में आएगी पहली सूची