ETV Bharat / state

छात्रा से छेड़छाड़ के आरोपी शिक्षक को शिक्षा विभाग ने किया निलंबित, जिला शिक्षा अधिकारी ने कही ये बात

Teacher suspended in Dholpur, धौलपुर में छात्रा से छेड़छाड़ के आरोपी शिक्षक को शिक्षा विभाग ने निलंबित कर दिया है. साथ ही संयुक्त निदेशक भरतपुर ने निलंबित शिक्षक को डीग जिले के कांमा स्थित मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में निलंबन काल के दौरान उपस्थित होने का आदेश जारी किया है.

Teacher suspended in Dholpur
Teacher suspended in Dholpur
author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Feb 11, 2024, 4:16 PM IST

जिला शिक्षा अधिकारी महेश मंगल

धौलपुर. जिले के कौलारी थाना क्षेत्र के एक सरकारी स्कूल के शिक्षक को निलंबित कर दिया गया. शिक्षक पर एक छात्रा ने छेड़छाड़ का आरोप लगाया था. इसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर आरोपी शिक्षक को निलंबित कर दिया. संयुक्त निदेशक भरतपुर ने शिक्षक को निलंबित कर डीग जिले के कांमा में मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में निलंबन काल के दौरान उपस्थित होने का आदेश जारी किया है.

जिला शिक्षा अधिकारी महेश मंगल ने बताया कि बसई नबाव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक द्वारा छात्रा के साथ छेड़छाड़ की सूचना पांच फरवरी को मिली थी. स्कूल में हुई घटना को लेकर जांच कमेटी बना कर मामले की जांच कराई. जांच रिपोर्ट में शिक्षक की गलती सामने आने पर रिपोर्ट संयुक्त निदेशक भरतपुर को भेजी गई. शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक ने जांच रिपोर्ट के आधार पर बसई नबाव स्कूल में तैनात वरिष्ठ अध्यापक को निलंबित कर दिया है और उनको डीग जिले के कांमा में मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में निलंबन काल के दौरान उपस्थिति दर्ज कराने का आदेश जारी किया है. फिलहाल शिक्षक के खिलाफ जांच जारी है.

इसे भी पढ़ें - छात्रा से छेड़छाड़ के बाद बवाल : भड़के लोगों ने आरोपी के पिता की दुकान और बाइक में लगाई आग, युवक ने किया सरेंडर

ये है पूरा मामला : बता दें कि जिले के बसई नबाव कस्बे के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में प्रैक्टिकल के दौरान एक शिक्षक ने 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा से खेलकूद कक्ष के पास छेड़छाड़ की थी. इसके बाद आरोपी शिक्षक उसी दिन छात्रा के घर पहुंचने से पहले ही उसके के परिजनों के पास पहुंच गया और छात्रा के परिजनों को घटना के बारे में बता कर अपनी गलती की माफी मांग ली थी. पीड़ित छात्रा के परिजनों ने इस दौरान आरोपी शिक्षक की पिटाई भी कर दी थी. हालांकि, स्कूल प्रबंधन इस मामले को रफा दफा करने में लगा रहा.

पीड़ित छात्रा के परिजनों और शिक्षक के बीच मामले को रफा दफा करने के लिए ग्रामीणों द्वारा पंचायत भी हुई थी, लेकिन छात्रा और उसके परिजन शिक्षक की शिकायत करने पर अड़े रहे थे. इसके बाद मामला शिक्षा विभाग के अधिकारियों के संज्ञान में आया और तीन सदस्य जांच कमेटी गठित की गई थी. खुद शिक्षक ने अपनी गलती के लिए माफी मांगने का आग्रह किया था. शिक्षक स्कूल की जांच कमेटी में दोषी पाया गया था.

इसे भी पढ़ें - परीक्षा के दौरान छात्रा को टीचर ने किया बैड टच, पुलिस ने किया गिरफ्तार

ऐसे में स्कूल के प्रिंसिपल मानसिंह ने जांच कमेटी के सामने आरोपी शिक्षक को स्कूल से हटाने की मांग माने जाने पर लिखित में राजीनामा दिया था. ग्रामीणों की पंचायत के फरमान के बाद स्कूल में आरोपी शिक्षक ने प्रेयर के समय छात्रा के पैर छुए तो उसकी आंखों में आंसू आ गए और उसने भावावेश में शिक्षक को थप्पड़ जड़ दिए. इस दौरान स्कूल प्रबंधन ने स्टाफ के साथ-साथ ग्रामीणों से मोबाइल फोन भी जमा करा लिया था, ताकि कोई फोटो और वीडियो न बनाए.

अभी तक दर्ज नहीं हुआ मामला : मामला हाई प्रोफाइल होने के बावजूद छात्रा के परिजनों ने अभी तक दोषी शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं कराया है. पुलिस ने छात्रा के परिजनों से मुकदमा दर्ज कराने के लिए समझाइश भी की है, लेकिन छात्रा के परिजन मुकदमा दर्ज कराने से पीछे हट गए हैं.

जिला शिक्षा अधिकारी महेश मंगल

धौलपुर. जिले के कौलारी थाना क्षेत्र के एक सरकारी स्कूल के शिक्षक को निलंबित कर दिया गया. शिक्षक पर एक छात्रा ने छेड़छाड़ का आरोप लगाया था. इसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर आरोपी शिक्षक को निलंबित कर दिया. संयुक्त निदेशक भरतपुर ने शिक्षक को निलंबित कर डीग जिले के कांमा में मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में निलंबन काल के दौरान उपस्थित होने का आदेश जारी किया है.

जिला शिक्षा अधिकारी महेश मंगल ने बताया कि बसई नबाव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक द्वारा छात्रा के साथ छेड़छाड़ की सूचना पांच फरवरी को मिली थी. स्कूल में हुई घटना को लेकर जांच कमेटी बना कर मामले की जांच कराई. जांच रिपोर्ट में शिक्षक की गलती सामने आने पर रिपोर्ट संयुक्त निदेशक भरतपुर को भेजी गई. शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक ने जांच रिपोर्ट के आधार पर बसई नबाव स्कूल में तैनात वरिष्ठ अध्यापक को निलंबित कर दिया है और उनको डीग जिले के कांमा में मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में निलंबन काल के दौरान उपस्थिति दर्ज कराने का आदेश जारी किया है. फिलहाल शिक्षक के खिलाफ जांच जारी है.

इसे भी पढ़ें - छात्रा से छेड़छाड़ के बाद बवाल : भड़के लोगों ने आरोपी के पिता की दुकान और बाइक में लगाई आग, युवक ने किया सरेंडर

ये है पूरा मामला : बता दें कि जिले के बसई नबाव कस्बे के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में प्रैक्टिकल के दौरान एक शिक्षक ने 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा से खेलकूद कक्ष के पास छेड़छाड़ की थी. इसके बाद आरोपी शिक्षक उसी दिन छात्रा के घर पहुंचने से पहले ही उसके के परिजनों के पास पहुंच गया और छात्रा के परिजनों को घटना के बारे में बता कर अपनी गलती की माफी मांग ली थी. पीड़ित छात्रा के परिजनों ने इस दौरान आरोपी शिक्षक की पिटाई भी कर दी थी. हालांकि, स्कूल प्रबंधन इस मामले को रफा दफा करने में लगा रहा.

पीड़ित छात्रा के परिजनों और शिक्षक के बीच मामले को रफा दफा करने के लिए ग्रामीणों द्वारा पंचायत भी हुई थी, लेकिन छात्रा और उसके परिजन शिक्षक की शिकायत करने पर अड़े रहे थे. इसके बाद मामला शिक्षा विभाग के अधिकारियों के संज्ञान में आया और तीन सदस्य जांच कमेटी गठित की गई थी. खुद शिक्षक ने अपनी गलती के लिए माफी मांगने का आग्रह किया था. शिक्षक स्कूल की जांच कमेटी में दोषी पाया गया था.

इसे भी पढ़ें - परीक्षा के दौरान छात्रा को टीचर ने किया बैड टच, पुलिस ने किया गिरफ्तार

ऐसे में स्कूल के प्रिंसिपल मानसिंह ने जांच कमेटी के सामने आरोपी शिक्षक को स्कूल से हटाने की मांग माने जाने पर लिखित में राजीनामा दिया था. ग्रामीणों की पंचायत के फरमान के बाद स्कूल में आरोपी शिक्षक ने प्रेयर के समय छात्रा के पैर छुए तो उसकी आंखों में आंसू आ गए और उसने भावावेश में शिक्षक को थप्पड़ जड़ दिए. इस दौरान स्कूल प्रबंधन ने स्टाफ के साथ-साथ ग्रामीणों से मोबाइल फोन भी जमा करा लिया था, ताकि कोई फोटो और वीडियो न बनाए.

अभी तक दर्ज नहीं हुआ मामला : मामला हाई प्रोफाइल होने के बावजूद छात्रा के परिजनों ने अभी तक दोषी शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं कराया है. पुलिस ने छात्रा के परिजनों से मुकदमा दर्ज कराने के लिए समझाइश भी की है, लेकिन छात्रा के परिजन मुकदमा दर्ज कराने से पीछे हट गए हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.