पटना: शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ ने बीते दिनों प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी विद्यालयों का कुछ गुप्त लोगों के माध्यम से निरीक्षण करवाया था. इसमें कई बातें निकलकर सामने आई. जिसमें प्रमुख था कि स्कूल में बच्चों की संख्या कम रह रही है और फर्जी तरीके से प्रधानाचार्य और शिक्षक अधिक बच्चों का अटेंडेंस बना रहे हैं.
स्कूलों की अब वीडियो कॉल से मॉनिटरिंग : इसके अलावा कई शिक्षक हाजिरी बनाकर ड्यूटी से गायब भी हो जा रहे हैं और फिर आउट की हाजिरी बनाने विद्यालय पहुंच रहे हैं. ऐसे में शिक्षा विभाग के मुख्यालय से ही अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ विद्यालयों की मॉनिटरिंग में लग गए हैं.
'वीडियो कॉल किया तो उठाना अनिवार्य'': एस सिद्धार्थ ने सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्य को निर्देशित किया है कि उनके विभागीय मोबाइल नंबर से प्रतिदिन विद्यालय अवधि के दौरान प्रदेश के किन्हीं 10 विद्यालयों के शिक्षकों को फोन जाएगा. फोन वीडियो कॉल के रूप में जाएगा और इस वीडियो कॉल को उठाना अनिवार्य है.
हेडमास्टर को लगाई फटकार: इसी क्रम में गुरुवार को डॉक्टर एस सिद्धार्थ ने कई विद्यालयों में रेंडम फोन किया. एस सिद्धार्थ ने समसा पूर्वी मध्य विद्यालय में वीडियो कॉल कर प्रधानाचार्य को पूरे स्कूल को दिखाने को कहा. स्कूल में बच्चों की कम उपस्थिति पर चिंता जाहिर की. एस सिद्धार्थ ने प्रधानाचार्य से पूछा कि नामांकित बच्चों की संख्या और उपस्थित बच्चों की संख्या में अंतर क्यों है?
शिक्षकों की उपस्थिति की ली जानकारी: इसके साथ ही कितने शिक्षक उपस्थित हैं और कितने शिक्षक छुट्टी पर हैं, इस बात की भी जानकारी ली. जिसमें एक विद्यालय में पता चला कि 9 में से तीन शिक्षक अवकाश पर हैं. एक शिक्षक सीएल पर है, दूसरे एसएल पर और एक मातृका अवकाश पर हैं.
"नौ में से तीन शिक्षक छुट्टी पर हैं. कक्षा 2 दिखाइये. मास्टर जी आपका नाम क्या है? रविंद्र कुमार क्लास दिखाइये. बच्चे यूनिफॉर्म में क्यों नहीं है? सब बोलेंगे कि यूनिफॉर्म गंदा है तो फिर यूनिफॉर्म में कौन आएगा? ब्लैक बोर्ड दिखाइये. बच्चों को गणित समझ में आ रहा है?"- एस सिद्धार्थ, एसीएस, शिक्षा विभाग
'आप बाहर क्या कर रहे हैं?': इसके बाद एस सिद्धार्थ ने एक और स्कूल में वीडियो कॉल कर वहां का हाल देखा. एस सिद्धार्थ ने शिक्षकों से बात की. उन्होंने शिक्षक से पूछा कि आप बाहर क्या कर रहे हैं? साथ ही उन्होंने बच्चों की उपस्थिति कितनी है जाना. शिक्षक ने बताया कि 28 बच्चे आए हैं. छठी कक्षा में लड़कियों की संख्या देख उन्होंने बोला कि यहां लड़कों की संख्या कम क्यों है. साथ ही उन्होंने स्कूल की मरम्मती नहीं होने पर नाराजगी जाहिर की.
"स्कूल का मरम्मती क्यों नहीं हुआ. सफाई पोताई क्यों नहीं हुआ. व्हाइट वॉशिंग क्यों नहीं हुआ. टोटल बच्चे कितने हैं?"-एस सिद्धार्थ, एसीएस, शिक्षा विभाग
अब शिक्षकों को रहना होगा अलर्ट: एस सिद्धार्थ वीडियो कॉल से स्कूल के सभी कक्षाओं में बच्चों की उपस्थिति और नामांकित बच्चों की संख्या जानेंगे. इसके साथ ही कितने शिक्षक उपस्थित हैं इस बात की भी जानकारी लेंगे और उसे ईशिक्षाकोष पोर्टल से भी मिलाएंगे कि कहीं पोर्टल पर गलत जानकारी तो नहीं डाली गई है. इस दौरान वह विद्यालय में बच्चे यूनिफॉर्म में आ रहे हैं या नहीं इस बात की भी जानकारी लेंगे.
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