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जमीन घोटाला मामला: ईडी ने जेबीवीएनएल को भेजा नोटिस, पूछा- बड़गाई स्थित जमीन पर किसके नाम से है बिजली का मीटर

Ranchi Land scam case. रांची जमीन घोटाला मामले में ईडी ने जेबीवीएनएल को नोटिस भेजा है. इसके जरिए ईडी जानना चाहती है कि विवादित जमीन पर जो बिजली का मीटर लगा है वह किसके नाम पर है.

Ranchi Land scam case
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Feb 22, 2024, 8:12 PM IST

रांची: जमीन घोटाला मामले में की जांच कर रही ईडी ने झारखंड बिजली वितरण निगम को नोटिस जारी किया है. नोटिस में यह पूछा गया है कि बड़गाई में स्थित जमीन पर किसके नाम से बिजली मीटर लगाया गया है.

क्या है पूरा मामला

रांची जमीन घोटाले में ईडी ने झारखंड बिजली वितरण निगम (जेबीवीएनएल) को नोटिस भेजकर बड़गाई जमीन पर लगे मीटर के विषय में जानकारी मांगी है. ईडी ने जेबीवीएनएल से पूछा है कि बड़गाई की 8.46 एकड़ जमीन पर बिजली के दो मीटर लगे हुए हैं, ये मीटर किनके नाम पर हैं. ईडी ने प्लाट की पूरी जानकारी देते हुए पूछा है कि मीटर जिसके नाम पर हो, उसके विषय में अवगत कराएं. ईडी के नोटिस मिलने के बाद जेबीवीएनएल ने इस मामले में तथ्यों की जानकारी रांची जीएम से मांगी है.

जमीन घोटाले मामले में गिरफ्तार हुए हैं हेमंत सोरेन

दरअसल ईडी ने जब बड़गाई स्थित विवादित जमीन की जांच की तो उसमें दो बिजली के कनेक्शन भी मिले. ऐसे में जांच की दिशा को आगे बढ़ाने के लिए ईडी अब बिजली का कनेक्शन किसके नाम से लिया गया है, यह जानना चाहती है. जमीन घोटाले मामले में ही ईडी ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गिरफ्तार भी किया है.

गौरतलब है कि बड़गाई अंचल के राजस्व कर्मी भानु प्रताप प्रसाद ने के जरिये ही जमीन घोटाले की साजिश रची गई थी. ईडी ने कोर्ट को यह बताया है कि भानु के मोबाइल से ही हेमंत सोरेन के द्वारा अवैध तरीके से अर्जित जमीन की जानकारी मिली, मोबाइल से कई चैट, डाटा, कैश ट्रांजेक्शन की जानकारी मिलने की बात भी ईडी ने कोर्ट को बताया है.

मोबाइल में ही हेमंत सोरेन के कब्जे वाली 8.50 एकड़ जमीन की इमेज मिली थी. ईडी ने यह बताया है कि इस जमीन का फिजिकल वेरिफिकेशन स्वयं भानु प्रताप प्रसाद ने सीओ के आदेश पर किया था, यह आदेश भी सीएम ऑफिस के द्वारा दिया गया था. भानु प्रताप ने पद पर रहते हुए संपत्ति की नोटिंग की थी, जिसमें उसने पूरी जमीन में तीन प्लांट को गैर भुईहरी, बकाश्त भुईहरी व रैयती प्रकृति का लिखा था. ये पूरी जमीन एक ही बाउंड्री के अंदर थी. इसी के बाद हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी की गई. वही पूर्व मुख्यमंत्री के करीबी विनोद कुमार सिंह के मोबाइल से भी रांची जमीन घोटाले से संबंधित कई दस्तावेज और विवादित जमीन पर होने वाले निर्माण का नक्शा भी बरामद किए गए हैं.

ये भी पढ़ें:

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रांची: जमीन घोटाला मामले में की जांच कर रही ईडी ने झारखंड बिजली वितरण निगम को नोटिस जारी किया है. नोटिस में यह पूछा गया है कि बड़गाई में स्थित जमीन पर किसके नाम से बिजली मीटर लगाया गया है.

क्या है पूरा मामला

रांची जमीन घोटाले में ईडी ने झारखंड बिजली वितरण निगम (जेबीवीएनएल) को नोटिस भेजकर बड़गाई जमीन पर लगे मीटर के विषय में जानकारी मांगी है. ईडी ने जेबीवीएनएल से पूछा है कि बड़गाई की 8.46 एकड़ जमीन पर बिजली के दो मीटर लगे हुए हैं, ये मीटर किनके नाम पर हैं. ईडी ने प्लाट की पूरी जानकारी देते हुए पूछा है कि मीटर जिसके नाम पर हो, उसके विषय में अवगत कराएं. ईडी के नोटिस मिलने के बाद जेबीवीएनएल ने इस मामले में तथ्यों की जानकारी रांची जीएम से मांगी है.

जमीन घोटाले मामले में गिरफ्तार हुए हैं हेमंत सोरेन

दरअसल ईडी ने जब बड़गाई स्थित विवादित जमीन की जांच की तो उसमें दो बिजली के कनेक्शन भी मिले. ऐसे में जांच की दिशा को आगे बढ़ाने के लिए ईडी अब बिजली का कनेक्शन किसके नाम से लिया गया है, यह जानना चाहती है. जमीन घोटाले मामले में ही ईडी ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गिरफ्तार भी किया है.

गौरतलब है कि बड़गाई अंचल के राजस्व कर्मी भानु प्रताप प्रसाद ने के जरिये ही जमीन घोटाले की साजिश रची गई थी. ईडी ने कोर्ट को यह बताया है कि भानु के मोबाइल से ही हेमंत सोरेन के द्वारा अवैध तरीके से अर्जित जमीन की जानकारी मिली, मोबाइल से कई चैट, डाटा, कैश ट्रांजेक्शन की जानकारी मिलने की बात भी ईडी ने कोर्ट को बताया है.

मोबाइल में ही हेमंत सोरेन के कब्जे वाली 8.50 एकड़ जमीन की इमेज मिली थी. ईडी ने यह बताया है कि इस जमीन का फिजिकल वेरिफिकेशन स्वयं भानु प्रताप प्रसाद ने सीओ के आदेश पर किया था, यह आदेश भी सीएम ऑफिस के द्वारा दिया गया था. भानु प्रताप ने पद पर रहते हुए संपत्ति की नोटिंग की थी, जिसमें उसने पूरी जमीन में तीन प्लांट को गैर भुईहरी, बकाश्त भुईहरी व रैयती प्रकृति का लिखा था. ये पूरी जमीन एक ही बाउंड्री के अंदर थी. इसी के बाद हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी की गई. वही पूर्व मुख्यमंत्री के करीबी विनोद कुमार सिंह के मोबाइल से भी रांची जमीन घोटाले से संबंधित कई दस्तावेज और विवादित जमीन पर होने वाले निर्माण का नक्शा भी बरामद किए गए हैं.

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