शिमला: हिमाचल सहित पंजाब व उत्तर भारत के करीब 20 ठिकानों पर ईडी की छापेमारी की कार्रवाई पूरी हो गई है. इस दौरान ईडी ने निजी अस्पतालों से करीब 140 बैंक खातों का पता लगाया है, जिनके जरिए फर्जी लेन-देन हुआ है. इसके अलावा चार बैंक लॉकर भी मिले हैं, जिनका इस केस से संबंध है. ईडी की छापेमारी में कुल 88 लाख रुपए की नकदी पकड़ी गई है. कई डिजिटल उपकरण बरामद किए गए हैं. इनमें पेन ड्राइव, हार्ड डिस्क आदि शामिल हैं. कुछ मोबाइल फोन भी जब्त किए गए हैं. न केवल आयुष्मान भारत, बल्कि हिमकेयर आदि योजनाओं में भी धांधली हुई है.
इन अस्पतालों में की थी ईडी ने छापेमारी
उल्लेखनीय है कि इसी हफ्ते में बुधवार को ईडी ने कांगड़ा, ऊना, मंडी, कुल्लू में निजी अस्पतालों में छापेमारी की थी. यहां स्थित निजी अस्पताल कांग्रेस नेता आरएस बाली, राजेश शर्मा आदि के हैं. ऊना में बांके बिहारी हेल्थ केयर, कांगड़ा में फोर्टिस व बालाजी अस्पतालों सहित कुल्लू में दो और मंडी में भी एक निजी अस्पताल हरिहर अस्पताल में एक साथ छापेमारी की गई थी.
370 से ज्यादा फर्जी आयुष्मान भारत कार्ड्स की पहचान
ईडी ने अब तक 370 से अधिक फर्जी आयुष्मान भारत कार्ड्स की पहचान की है. ये फर्जी कार्ड हिमाचल से लेकर पंजाब तक हैं. इन फर्जी कार्ड्स पर उपचार के नाम पर 40 लाख से भी अधिक का फर्जीवाड़ा किया गया है. बताया जा रहा है कि आयुष्मान भारत के 9000 के करीब फर्जी कार्ड रद्द किए गए हैं. ईडी का ये भी कहना है कि इस फर्जीवाड़े का आकार 25 करोड़ रुपए के करीब है. जांच में फर्जी कार्ड के माध्यम से इलाज के सबूत मिले हैं. करीब 23 हजार मरीजों के बारे में जानकारी मिली है कि उनके नाम पर पैसा हड़पा गया है. निजी अस्पताल प्रबंधकों के दावों और दस्तावेजों में भारी अंतर पाया गया है. फिलहाल, कांगड़ा से कांग्रेस नेता व कैबिनेट रैंक प्राप्त आरएस बाली ने कहा कि उन्होंने ईडी की टीम को पूरा सहयोग दिया है. आगे भी जांच में सहयोग देंगे.
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