हजारीबाग: बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद के आवास पर ईडी की छापेमारी खत्म हो चुकी है. इस छापेमारी में क्या कुछ बरामद हुआ है इसे लेकर कई तरह के बयान भी सामने आ रहे हैं. इसी बीच अंबा प्रसाद ने अपने आवास में जानकारी देते हुए कहा कि उनके नाम पर मात्र एक गाड़ी है, वह भी फाइनेंस कराया हुआ है. जिसका किश्त उनके अकाउंट से ही कटता है.
अंबा प्रसाद ने कहा छापेमारी के दौरान नहीं मिला कैश
अंबा प्रसाद ने बताया कि ईडी की छापेमारी के दौरान नकद बरामद नहीं किया गया है. जो दस्तावेज जब्त किए गए हैं वह विधानसभा में उठाए गए सवाल, आवेदन और विभिन्न तरह के कागजात जो जनता से मिलते हैं वे सब हैं. उनमें किसी भी तरह का आर्थिक लेन-देन का जिक्र नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि छापेमारी के दौरान किसी भी जगह से जमीन के कागजात या डीड बरामद नहीं किए गए हैं. इस बात को लेकर अफवाह फैलाया गया है कि अंबा प्रसाद के आवास और सगे संबंधी के घरों से अकूत संपत्ति मिली है.
फैलाई जा रही गलत अफवाह: अंबा
कांग्रेस विधायक ने कहा कि चुनाव के समय है ऐसी अफवाह फैलाई जा रहा है. इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के बारे में उन्होंने कहा कि तीन फोन जब्त किए गए हैं. जिसमें उनकी दादी से लेकर उनका फोन शामिल है. इसके अलावा छापेमारी में 1300 रुपए नकद मिले थे. उसे ईडी ने छोड़ दिया है. किसी भी तरह के इन्वेस्टमेंट के पेपर भी नहीं मिले हैं. उन्होंने ईडी की जब्ती सूची का हवाला देते हुए यह जानकारी साझा किया है.
ईडी ने कही 35 लाख कैश मिलने की बात
हालांकि, ईडी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर जो जानकारी साझा की है उसमे बताया कि करीब 35 लाख रुपए कैश बरामद किया गया है. इसके अलावा ईडी ने इसमें ये भी कहा कि इस रेड में कई दस्तावेज मिले हैं, जिसमें हाथ से लिखी डायरियां और रसीदें हैं. इसके अलावा अवैध रेत खनन से संबंधित साक्ष्य भी बरामद किया गया है.
अंबा प्रसाद ने छापेमारी पर उठाए सवाल
वहीं, अंबा प्रसाद का कहना है कि उनके घर से किसी भी तरह का कैश बरामद नहीं हुआ है, उन्होंने लगभग 40 घंटे की छापेमारी पर सवालिया निशान खड़ा करते हुए कहा कि ईडी टीम ने बहुत परेशान किया है. 24-25 लोग सिर्फ सवाल कर रहे थे. जब उन्हें आराम करने का मन होता था तो चले जाते थे और फिर दूसरे पदाधिकारी पूछताछ किया करते थे. रात भर सोने नहीं दिया गया. कमोबेश यही स्थिति हजारीबाग में उनकी मां के साथ रही. भाई को भी ईडी की टीम ने बहुत परेशान किया है.
कांग्रेस विधायक ने ईडी पर परेशान करने का लगाया आरोप
अंबा प्रसाद ने बताया कि उनकी एक बहन मुंबई में पढ़ाई कर रही है. मुंबई में भी ईडी की टीम ने उन्हें तंग किया है. आलम यह है कि जिस घर में वह किराए में रह रही थी उसे वहां से निकाल दिया गया है. ईडी की कार्रवाई से मानसिक रूप से बेहद परेशानी हुई है. अंबा प्रसाद ने यह भी कहा कि हजारीबाग में उनके कार्यालय में तोड़फोड़ भी की गई है. पूरी फाइल बाहर में फेंकी हुई है. यह तरीका भी सही नहीं है.
किस बीजेपी नेता ने किया था संपर्क
इन दिनों यह सवाल सुर्खियों में है कि अंबा प्रसाद से किन भाजपा नेताओं और संघ के कार्यकर्ताओं ने संपर्क किया था. इसपर उन्होंने कहा कि आज के समय में कई पार्टी के जनप्रतिनिधि और नेता भाजपा में शामिल हो रहे हैं. क्या वे सीधे पार्टी का दामन थाम रहे हैं या कोई बीच का आदमी रहता है. विपक्ष यह बताएं कि वह कौन है जो बीच की भूमिका अदा करता है. वही बीच के लोग हमारे पास भी आए थे. लेकिन उन्होंने उनका नाम का खुलासा नहीं किया.
हजारीबाग से चुनाव लड़ने के सवाल पर दिया जवाब
बड़कागांव बालू और कोयला के लिए जाना जाता है. यह भी कहा जाता है कि अंबा प्रसाद और उनके परिवार वालों का बालू और कोयला का व्यवसाय है. इस सवाल पर उन्होंने कहा कि कोयला और बालू के व्यवसाय में मिलीभगत नहीं है. यशवंत सिन्हा से मुलाकात और चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यशवंत सिन्हा अभिभावक तुल्य हैं, वर्तमान स्थिति को लेकर उनसे चर्चा की गई थी. रही चुनाव लड़ने की बात तो हर एक राजनेता की यह महत्वाकांक्षा रहती है, अगर मौका मिलेगा और पार्टी उम्मीदवार बनाएगी तो चुनाव भी लड़ा जाएगा. वहीं भाजपा में शामिल होने की बात को लेकर उन्होंने सीधे टिप्पणी न करते हुए बातों को घुमाते रही.
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