जयपुर. राजस्थान में शिक्षक पात्रता परीक्षा REET के पेपर लीक मामले में प्रवर्तन निदेशालय कि बड़ी कार्रवाई देखने को मिली है. REET पेपर लीक मामले में कार्रवाई करते हुए ईडी ने प्रदीप पाराशर को गिरफ्तार किया है. उसे साल 2021 में हुई REET में जयपुर जिला को-ऑर्डिनेटर बनाया गया था. शिक्षा संकुल में बनाए गए जिस स्ट्रॉन्ग रूम में पेपर रखे गए थे, उसकी जिम्मेदारी भी प्रदीप पाराशर के पास थी.
दरअसल, REET पेपर लीक मामले में एसओजी की अब तक की कार्रवाई से मिले इनपुट के आधार पर अब ईडी इस मामले में सक्रिय हुई है. एसओजी की जांच में सामने आया था कि प्रदीप पाराशर ने स्ट्रॉन्ग रूम से पेपर निकालकर उसे कोचिंग संचालकों और नकल माफिया तक पहुंचाया था. जयपुर के अलावा जालोर, सिरोही, टोंक, सवाई माधोपुर, गंगापुर सिटी, दौसा और करौली तक भी REET का पेपर पहुंचने की पुष्टि एसओजी की जांच में हुई थी.
1.25 करोड़ में पाराशर ने बेचा था पेपर : एसओजी की जांच में यह भी सामने आया था कि प्रदीप पाराशर ने 1.25 करोड़ रुपए में REET का पेपर बेचा था, जो बाद में 50 सेंटर्स तक पहुंचाया गया. अब इस पूरे मामले में बड़े पैमाने पर धन के लेन-देन को ध्यान में रखते हुए ईडी ने कार्रवाई की है. प्रदीप पाराशर को बुधवार देर रात को गिरफ्तार कर विशेष न्यायाधीश के घर पर पेश किया गया, जहां से उसे तीन दिन के लिए ईडी की रिमांड पर सौंपा गया है. ईडी के अधिकारी REET पेपर लीक में बड़े पैमाने पर हुए धन के लेन-देन को लेकर प्रदीप पाराशर से पूछताछ कर रहे हैं.
बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष और मंत्री का करीबी : प्रदीप पाराशर राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष डॉ. डीपी जारोली और पूर्व मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग का करीबी है. साल 2011 और 2012 में हुई RTET परीक्षा में भी प्रदीप पाराशर को को-ऑर्डिनेटर बनाया गया था. तब डॉ. सुभाष गर्ग माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष थे. इसके बाद 2021 में हुई REET में भी प्रदीप पाराशर को जिला को-ऑर्डिनेटर बनाया गया. उस समय डॉ. सुभाष गर्ग मंत्री और डॉ. डीपी जारोली माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष थे.