जयपुर. राजधानी जयपुर के योजना भवन के बेसमेंट में सोना और नकदी मिलने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने न्यायालय के समक्ष धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) एक्ट 2002 के प्रावधानों के तहत अभियोजन शिकायत दायर की है. न्यायालय ने 21 मार्च 2024 को अभियोजन शिकायत पर संज्ञान लिया है. योजना भवन स्थित सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग में सोना और नगदी मिलने के मामले में ईडी ने निलंबित जॉइंट डायरेक्टर वेद प्रकाश यादव को 9 अगस्त 2023 को गिरफ्तार किया था.
जानकारी के मुताबिक 19 मई 2023 को जयपुर में योजना भवन स्थित डीओआईटी के बेसमेंट में रखी अलमारी में 2.31 करोड़ रुपए नकदी और 1 किलो सोना मिला था. इसके बाद पुलिस ने जॉइंट डायरेक्टर वेद प्रकाश यादव को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी. पूछताछ में वेद प्रकाश यादव ने सोना और नकदी अपना होना स्वीकार किया था. इसके बाद एसीबी ने वेद प्रकाश को गिरफ्तार कर लिया था. इस मामले में सरकार ने वेद प्रकाश को निलंबित भी कर दिया था.
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बेसमेंट से मिला कैश और सोना: ईडी ने एसीबी और राजस्थान पुलिस की ओर से आईपीसी की धाराओं के तहत डीओआईटी तत्कालीन संयुक्त निदेशक वेद प्रकाश यादव के खिलाफ दर्ज एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की थी. आरोप था कि डीओआईटी में फाइल स्कैनिंग कार्य के दौरान बेसमेंट में एक अलमारी में दो बैग पाए गए, जिनमें 500 और 2000 रुपए के नोट मिले थे. कुल राशि 2.31 करोड़ रुपए नकदी और 1 किलो सोना बरामद हुआ था. एसीबी ने तत्कालीन संयुक्त निदेशक वेद प्रकाश यादव के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के लिए आरोप पत्र दायर किया. इस मामले में ईडी ने राजस्थान, दिल्ली, महाराष्ट्र के विभिन्न भागों में 25 ठिकानों और लोकरों की तलाशी भी ली थी. इसके बाद 9 अगस्त 2023 को वेद प्रकाश यादव को गिरफ्तार कर लिया गया था. वेद प्रकाश यादव वर्तमान में न्यायिक हिरासत में है.