रांचीः झारखंड सरकार के पूर्व ग्रामीण विकास विभाग मंत्री आलमगीर आलम, उनके पीएस संजीव लाल और संजीव के नौकर जहांगीर आलम के खिलाफ ईडी ने गुरुवार को विशेष अदालत में चार्जशीट दायर कर दिया है. तीनों आरोपियों पर चार्जशीट के साथ ही उनकी चार करोड़ की अचल संपत्ति भी अस्थायी तौर पर जब्त किया गया है.
3 हजार करोड़ के प्रॉसिड ऑफ क्राइम में ईडी की तीसरी चार्जशीट
गुरुवार को झारखंड सरकार के पूर्व ग्रामीण विकास विभाग मंत्री आलमगीर आलम, उनके पीएस संजीव लाल और संजीव के नौकर जहांगीर आलम के खिलाफ चार्जशीट दायर हो गया. तकरीबन 3 हजार करोड़ के प्रॉसिड ऑफ क्राइम में ईडी की ये तीसरी चार्जशीट है. ईडी ने मनी लाउंड्रिंग में गिरफ्तार तीनों आरोपियों पर चार्जशीट के साथ ही चार करोड़ की अचल संपत्ति भी अस्थायी तौर पर जब्त किया है.
ईडी ने जिन संपत्तियों को जब्त किया है, उसमें संजीव लाल के द्वारा बरियातू में खरीदा गया 2 हजार स्क्वायर फीट का मकान, पत्नी रीता लाल के नाम पर पुंदाग में खरीदा गया 8.60 डिसमिल जमीन और जहांगीर आलम के द्वारा खरीदा गया 50 लाख का फ्लैट शामिल है. ईडी के अनुमान के मुताबिक, जिन अचल संपत्तियों को जब्त किया गया है, उनकी कीमत चार करोड़ के करीब है. तीसरी चार्जशीट पर अब आगे कोर्ट संज्ञान लेगा.
प्रत्येक ठेके में कमीशन 1.5 प्रतिशत
ग्रामीण विकास विभाग में ठेकों के आवंटन में कमीशनखोरी के मामले में आलमगीर आलम, संजीव लाल और जहांगीर आलम को चार्जशीटेड किया गया है. बता दें कि छह मई से लेकर आठ मई तक अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी के दौरान ईडी को कुल 37.54 करोड़ रुपये मिले थे जबकि, 6 मई को संजीव लाल के नौकर जहांगीर आलम के यहां से 32.20 करोड़ रुपये मिले थे.
आलमगीर आलम को ईडी ने बाद में इस मामले में गिरफ्तार किया था. जांच के क्रम में ईडी ने पाया था कि प्रत्येक ठेके के आवंटन में मंत्री आलमगीर आलम को 1.5 प्रतिशत राशि कमीशन के तौर पर मिलती थी. इस तरह ईडी ने सुप्रीम कोर्ट में दायर हलफनामे में बताया था कि यह मामला 3 हजार करोड़ के प्रोसिड ऑफ क्राइम का है. छापेमारी के दौरान मंत्री कोषांग स्थित संजीव लाल के यहां से भी 1.75 लाख नकद मिले थे.
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