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केस मैनेज करने का मामलाः झारखंड में आधा दर्जन ठिकानों पर ईडी की रेड - ED RAID

रांची और धनबाद में ईडी ने कई ठिकानों पर छापेमारी की है. यह छापेमारी केस मैनेज करने के मामले में की गई है.

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धनबाद में रेड करते अधिकारी (ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Oct 8, 2024, 12:11 PM IST

Updated : Oct 8, 2024, 12:55 PM IST

रांची/धनबादः राजधानी रांची और धनबाद में एक बार फिर से ईडी ने दबिश दी है. ईडी का केस मैनेज के नाम पर हुई करोड़ों की वसूली मामले में राजधानी रांची और धनबाद के छह से ज्यादा ठिकानों पर ईडी की रेड जारी है. मिली जानकारी के अनुसार रांची में पांच और धनबाद में दो से तीन स्थानों पर ईडी की रेड चल रही है. जिनके यहां रेड चल रही है उनमें तीन अंचल अधिकारी और कुछ अधिवक्ता शामिल हैं.

पंडरा में दर्ज हुई थी एफआईआर

ईडी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार धनबाद डीटीओ सहित रांची में छह स्थानों पर रेड चल रही है. पूरा मामला ईडी के केस को मैनेज करने को लेकर करोड़ों की वसूली से जुड़ा हुआ है. इस मामले को लेकर दो दिन पूर्व ही रांची के पंडरा थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी. जिसकी एफआईआर संख्या 0508 है, जो 6 अक्टूबर को दर्ज कराइई गई है. इसी एफआईआर के आधार पर ईडी ईसीआर दर्ज कर जांच शुरू की है.

रांची में ईडी की छापेमारी (ईटीवी भारत)

क्यों दर्ज हुई थी एफआईआर

दरअसल कांके जमीन घोटाले में गिरफ्तार किए गए कमलेश के करीबी जमीन कारोबारी संजीव पांडेय ने ईडी को मैनेज करने के नाम पर वकील सुजीत कुमार पर 6 करोड़ रुपए ठगी करने का आरोप लगाया है. संजीव पांडे ने सुजीत कुमार के खिलाफ दो दिन पूर्व पंडरा थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई है. अपने आवेदन में संजीव पांडे ने लिखा है कि जो रुपए ईडी को मैनेज करने के नाम पर अधिवक्ता को दिए गए थे, उसमें कांके सीओ जयकुमार राम ने अमन नाम के एक आदमी से तीन करोड़ 40 लाख नगद, एक आईफोन दिया गया था.

वहीं कांके के पूर्व सीओ और वर्तामान धनबाद डीटीओ दिवाकर द्विवेदी ने अपने भाई के माध्यम से एक करोड़ रुपए तथा नामकुम के पूर्व सीओ प्रभात भूषण सिंह ने एक करोड़ रुपए दिए थे. इसके बावजूद ईडी की चार्जशीट में सभी का नाम आ गया. जब पैसे अधिवक्ता से वापस मांगे गए तब उसने किस्तों में पैसे देने की बात कही थी, लेकिन बाद में अधिवक्ता के द्वारा दूसरे पक्ष के लोगों पर अपहरण का मामला दर्ज करवा दिया गया. रांची पुलिस अभी मामले की जांच ही कर रही थी तब तक इसमें ईडी की एंट्री हो गई. पंडरा में दर्ज एफआईआर में जितने भी लोगों के नाम हैं सबके ठिकाने पर ईडी रेड कर रही है.

ED RAID (ED RAID)

ईडी रांची के साथ-साथ धनबाद में भी छापेमारी कर रही है. सीओ, डीटीओ और अधिवक्ता के ठिकाने पर ईडी की टीम छापेमारी कर रही है. यह छापेमारी ईडी कैस मैनेज करने के मामले से जुड़ा है. धनबाद डीटीओ दिवाकर सी द्विवेदी के झाड़ूडीह स्थित आवास पर ईडी ने दबिश दी है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ईडी की टीम को मोटी रकम और कई अहम कागजात मिले हैं. अभी भी ईडी की छापेमारी चल रही है.

ये भी पढ़ेंः

ईडी से जुड़े केस मैनेज करने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी, अपहरण का केस भी दर्ज - Fraud in name of ED case

रांची/धनबादः राजधानी रांची और धनबाद में एक बार फिर से ईडी ने दबिश दी है. ईडी का केस मैनेज के नाम पर हुई करोड़ों की वसूली मामले में राजधानी रांची और धनबाद के छह से ज्यादा ठिकानों पर ईडी की रेड जारी है. मिली जानकारी के अनुसार रांची में पांच और धनबाद में दो से तीन स्थानों पर ईडी की रेड चल रही है. जिनके यहां रेड चल रही है उनमें तीन अंचल अधिकारी और कुछ अधिवक्ता शामिल हैं.

पंडरा में दर्ज हुई थी एफआईआर

ईडी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार धनबाद डीटीओ सहित रांची में छह स्थानों पर रेड चल रही है. पूरा मामला ईडी के केस को मैनेज करने को लेकर करोड़ों की वसूली से जुड़ा हुआ है. इस मामले को लेकर दो दिन पूर्व ही रांची के पंडरा थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी. जिसकी एफआईआर संख्या 0508 है, जो 6 अक्टूबर को दर्ज कराइई गई है. इसी एफआईआर के आधार पर ईडी ईसीआर दर्ज कर जांच शुरू की है.

रांची में ईडी की छापेमारी (ईटीवी भारत)

क्यों दर्ज हुई थी एफआईआर

दरअसल कांके जमीन घोटाले में गिरफ्तार किए गए कमलेश के करीबी जमीन कारोबारी संजीव पांडेय ने ईडी को मैनेज करने के नाम पर वकील सुजीत कुमार पर 6 करोड़ रुपए ठगी करने का आरोप लगाया है. संजीव पांडे ने सुजीत कुमार के खिलाफ दो दिन पूर्व पंडरा थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई है. अपने आवेदन में संजीव पांडे ने लिखा है कि जो रुपए ईडी को मैनेज करने के नाम पर अधिवक्ता को दिए गए थे, उसमें कांके सीओ जयकुमार राम ने अमन नाम के एक आदमी से तीन करोड़ 40 लाख नगद, एक आईफोन दिया गया था.

वहीं कांके के पूर्व सीओ और वर्तामान धनबाद डीटीओ दिवाकर द्विवेदी ने अपने भाई के माध्यम से एक करोड़ रुपए तथा नामकुम के पूर्व सीओ प्रभात भूषण सिंह ने एक करोड़ रुपए दिए थे. इसके बावजूद ईडी की चार्जशीट में सभी का नाम आ गया. जब पैसे अधिवक्ता से वापस मांगे गए तब उसने किस्तों में पैसे देने की बात कही थी, लेकिन बाद में अधिवक्ता के द्वारा दूसरे पक्ष के लोगों पर अपहरण का मामला दर्ज करवा दिया गया. रांची पुलिस अभी मामले की जांच ही कर रही थी तब तक इसमें ईडी की एंट्री हो गई. पंडरा में दर्ज एफआईआर में जितने भी लोगों के नाम हैं सबके ठिकाने पर ईडी रेड कर रही है.

ED RAID (ED RAID)

ईडी रांची के साथ-साथ धनबाद में भी छापेमारी कर रही है. सीओ, डीटीओ और अधिवक्ता के ठिकाने पर ईडी की टीम छापेमारी कर रही है. यह छापेमारी ईडी कैस मैनेज करने के मामले से जुड़ा है. धनबाद डीटीओ दिवाकर सी द्विवेदी के झाड़ूडीह स्थित आवास पर ईडी ने दबिश दी है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ईडी की टीम को मोटी रकम और कई अहम कागजात मिले हैं. अभी भी ईडी की छापेमारी चल रही है.

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ईडी से जुड़े केस मैनेज करने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी, अपहरण का केस भी दर्ज - Fraud in name of ED case

Last Updated : Oct 8, 2024, 12:55 PM IST
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