प्रयागराज: प्रवर्तन निदेशालय की प्रयागराज क्षेत्र की टीम ने भदोही के पूर्व विधायक माफिया विजय मिश्रा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत गुरुवार को देश की राजधानी दिल्ली में बड़ी कार्रवाई की है. ईडी की टीम ने राष्टीय राजधानी दिल्ली के जसोल इलाके में स्थित विजय मिश्रा और उनकी पत्नी राम लली मिश्रा की 11 करोड़ 7 लाख रुपये की प्रॉपर्टी को कुर्क कर अटैच कर लिया है.
इससे पहले बुधवार को ही भदोही पुलिस ने जार्ज टाउन थाना क्षेत्र के अल्लापुर और टैगोर टाउन इलाके में विजय मिश्रा उनकी बेटी और भतीजे की 17 करोड़ के कीमत वाले दो मकान को गैंगस्टर एक्ट में कुर्क करने की कार्रवाई की थी.
बाहुबली पूर्व विधायक विजय मिश्रा के खिलाफ उत्तर प्रदेश में प्रयागराज और भदोही के अलावा अन्य जिलों में भी संगीन धाराओं में केस दर्ज हैं. विजय मिश्रा पर 80 से अधिक संगीन मुकदमे अलग अलग जिलों में दर्ज हैं.
बसपा शासन काल के दौरान कैबिनेट मंत्री रहे नंद गोपाल गुप्ता नंदी पर आरडीएक्स बम से हमला करवाने के मामले में भी विजय मिश्रा का नाम मुख्य आरोपियों में शामिल है. वर्तमान समय में जेल में बंद बाहुबली विजय मिश्रा के खिलाफ प्रयागराज की ईडी की टीम ने आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा हंडिया थाने में दर्ज करवाया था. उस केस की जांच में आय से कई गुना अधिक संपत्ति की जानकारी मिली थी.
इसके बाद विजिलेंस की टीम ने विजय मिश्रा और उनकी पत्नी के खिलाफ उस केस में कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल कर दिया था. उसी केस को आधार बनाकर प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत विजय मिश्रा और उसकी पत्नी के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई है.
ईडी को विजय मिश्रा की 33 करोड़ से अधिक अवैध संपत्ति का पता चला था. उसी कड़ी में ईडी को यह भी पता चला कि विजय मिश्रा और उसकी पत्नी के नाम पर दिल्ली में करोड़ों की प्रॉपर्टी है. जिसके बाद प्रयागराज की ईडी टीम ने दिल्ली के जसोल इलाके में जाकर 11 करोड़ 7 लाख की कीमत की प्रॉपर्टी को अटैच कर लिया है.
कौन है विजय मिश्रा, जिसके योगी के आते ही शुरू हो गए थे बुरे दिन: विजय मिश्रा ने 1980 के आसपास भदोही जिले में अपने कदम रखे थे. उसने यहां अपना कारोबार शुरू किया और एक पेट्रोल पंप ले लिया. कुछ ट्रक भी चलवाने लगा. 1990 में ब्लाक प्रमुखी का चुनाव लड़ा और जीत गया. 2001 में विधायक बनने की राह पर आगे बढ़ा और सपा से टिकट लिया.
अपने धनबल और बाहुबल के चलते विजय ने चुनाव में अपनी ज्ञानपुर सीट तो जीती ही, सपा को हंडिया, भदोही और मीरजापुर की सीट भई जितवाई. इसके बाद 2005 में पत्नी रामलली को जिला पंचायत अध्यक्ष बनवाया. 2007 का विधानसभा चुनाव जीता.