लखनऊ/ लखीमपुर खीरी: उत्तर प्रदेश के दुधवा और पीलीभीत टाइगर रिजर्व के द्वार सैलानियों के लिए बुधवार को खोल दिए गए. कर्तनियाघाट में वन मंत्री अरुण कुमार सक्सेना ने तो दुधवा में मंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु ने हवन पूजन और फीता काटकर नए पर्यटन सत्र की शुरुआत की. पहले दिन दुधवा टाइगर रिजर्व में स्कूली बच्चों को फ्री जंगल सफारी कराई गई. बच्चों को सफारी पर जाने से पहले मंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु ने सजी धजी जिनोंन गाड़ियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. मंत्री के साथ स्थानीय विधायक रोमी साहनी भी मौजूद रहे. मंत्री विधायक और सीडीओ ने हाथियों को गुड़-रोटी और केला भी खिलाया. इस मौके पर पार्क के सभी अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे.
पर्यटक कर सकेंगे गैंडा पुनर्वास केंद्र के भी दीदार
दुधवा टाइगर रिजर्व में इस बार सैलानी रिजर्व में बने दोनों गैंडा पुनर्वास केंद्रों का भी दीदार कर सकेंगे. दुधवा में 50 से ज्यादा गैंडों को दो जगहों पर फेंसिंग कर रखा गया है. पर्यटकों को जिप्सी और हाथियों से गैंडा पुनर्वास केंद्र घुमाने की व्यवस्था भी पार्क प्रशासन ने की है.
पक्षियों के नाम पर डॉरमेट्री और कॉटेज के नाम
वहीं दुधवा टाइगर रिजर्व में इस बार डॉरमेट्री और थारू हट्स के नाम पक्षियों के नाम पर रखे गए हैं. थारू हट्स के नाम बुलबुल, फ्रेंकोलिन, किंगफिशर, लोरियॉल आदि पक्षियों के नाम पर रखे गए हैं. दुधवा के डिप्टी डायरेक्टर रंगराजू टी.के मुताबिक, रिजर्व में जंगली पशु पक्षियों के नाम पर हट्स और कॉटेज के नाम रखने के पीछे यही तर्क है कि, सैलानियों को इससे इन पक्षियों को नाम जनाने का मौका मिलेगा.
ट्रेंड गाइड बताएंगे जंगल के रहस्य
दुधवा के टूरिस्ट गाइडों को इस बार ट्रेंड किया गया है. जंगल और पेड़ पौधों और उनके बारे में सैलानियों को कैसे बताया जाए इसकी ट्रेनिंग दी गई है. गाइड्स को इस बार विशेष ड्रेस में रहना होगा और सैलानियों से कैसे कनेक्ट करना इसको लेकर प्रशिक्षित किया गया है. यूपी इको टूरिज्म पॉलिसी के तहत वन विभाग के अफसरों ने गाइड्स को विशेष तौर पर प्रशिक्षित किया है. पहले ही दिन दुधवा और पीलीभीत टाइगर रिजर्व की हट्स सैलानियों से फुल रहीं. सैलानियों ने सफारी का भी मजा लिया.
दुधवा के बाहर भी कर सकेंगे सफारी
सैलानियों को इस बार दुधवा टाइगर रिजर्व कटानिया घाट किशनपुर सेंचुरी के अलावा दक्षिण करी वन प्रभात के जंगलों के सफर पर भी जाने का मौका भी मिलेगा लेकिन इसके लिए सैलानियों को भी कुछ दिन और इंतजार करना पड़ेगा. संभवत 8 नवंबर के बाद दक्षिण खीरी वन प्रभाग के 6800 हेक्टेयर के आरक्षित जंगल में भी बाघों के रहस्य और वहां की आबोहवा को जानने का मौका सैलानियों को मिलेगा.
दुधवा में पहली बार ये हो रहा है कि दुधवा टाइगर रिजर्व के अलावा भी दक्षिण खीरी वन विभाग के जंगलों में टाइगर सफारी की व्यवस्था की गई है. इसके लिए महेशपुर रेंज को चुना गया है. महेशपुर रेंज में भी करीब 17 से ज्यादा बाघों की उपस्थिति पाई गई है. डीएफओ साउथ खीरी संजय बिस्वाल ने बताया कि सीएम योगी की इको टूरिज्म वाइल्ड सफारी परियोजना के तहत जंगल सफारी की तैयारी की जा रही. 13 किलोमीटर का कॉरीडोर पांच करोड़ की लागत से बनाया जा रहा. जल्द ही इसकी शुरुआत की जाएगी.
मंगलवार को भी खुले रहेंगे दुधवा
वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदिनाथ ने पर्यटकों की सहूलियत को देखते हुए दुधवा टाइगर रिजर्व में मंगलवार को होने वाली छुट्टी खत्म कर दी है. अब पर्यटक यहां सातों दिन घूम सकेंगे. पर्यटकों की सुविधा के मद्देनजर नेचर गाइड भी तैनात किए गए हैं. योगी सरकार की तरफ से मिल रही सुविधाओं व सुरक्षित वातावरण के कारण ईको टूरिज्म डेस्टिनेशन दुधवा टाइगर रिजर्व, पीलीभीत टाइगर रिजर्व, अमानगढ़ टाइगर रिजर्व व रानीपुर टाइगर रिजर्व में साल दर साल पर्यटकों की संख्या भी बढ़ रही है.
चित्रकूट का रानीपुर टाइगर रिजर्व चालू
वहीं चित्रकूट जिले के रानीपुर टाइगर रिजर्व को बुधवार को पर्यटकों के लिए खोल दिया गया. इस टाइगर रिजर्व का प्रभारी मंत्री मनोहर लाल कोरी ने हवन पूजन कर हरी झंडी दिखकर शुभारंभ किया. इस दौरान वन विभाग के सभी अधिकारी- कर्मचारी उपस्थित रहे. अब पर्यटक बाघ, तेंदुआ सहित दूसरे जंगली जीवों को उनके प्राकृतिक आवास में देख सकेंगे. चित्रकूट का रानीपुर टाइगर रिजर्व यूपी का चौथा टाइगर रिजर्व है. यह अब तक पर्यटकों के लिए प्रतिबंधित था. लेकिन अब यह पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है. ये रिजर्व 530 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. इसमें बाघों, तेंदुओं, हिरणों, लकड़बग्घों और भालू जैसे जंगली जीव जंतु वास कर रहे हैं.
शुल्क नहीं, सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी: वन, पर्यावरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. अरुण कुमार सक्सेना ने बताया कि पर्यटन की संभावनाओं को देखते हुए यूपी में बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं. योगी सरकार ने निर्णय लिया है कि इस वर्ष पर्यटन शुल्क नहीं बढ़ाया जाएगा, लेकिन सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा. वन मंत्री ने बताया कि दुधवा में मंगलवार को होने वाला साप्ताहिक अवकाश भी समाप्त कर दिया गया है. इससे सातों दिन यहां प्रकृति का आनंद उठा सकेंगे. पर्यटकों के लिए 30 आतिथ्य कार्यकर्ता (हॉस्पिटैलिटी स्टॉफ) को प्रशिक्षित किया गया है. इन्हें इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट के माध्यम से हाउसकीपिंग व कुकिंग संबंधी प्रशिक्षण दिया गया है. ईको टूरिज्म बोर्ड की सहायता से दुधवा, कतर्नियाघाट, पीलीभीत व रानीपुर में नेचर गाइड का प्रशिक्षण भी कराया गया है. इन्हें द नेचर स्कूल बेंगलुरु के प्रशिक्षकों ने प्रशिक्षण दिया है.
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सभी ईको टूरिज्म डेस्टिनेशन पर आयोजित होंगे कार्यक्रम: प्रदेश के सभी ईको टूरिज्म डेस्टिनेशन में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. प्रदेश सरकार के मंत्री, जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहेंगे. दुधवा, पीलीभीत, अमानगढ़ व रानीपुर टाइगर रिजर्व, कतर्नियाघाट, वन्य जीव बिहार, सोहेलवा वन्य जीव विहार, कैमूर वन्य जीव विहार, शहीद चंद्रशेखर आजाद पक्षी विहार नवाबगंज, सांडी पक्षी विहार हरदोई, लाख पक्षी विहार कन्नौज, महावीर स्वामी वन्य जीव विहार ललितपुर, चंद्रप्रभाग वन्य जीव विहार चंदौली, ओखला पक्षी विहार गौतमबुद्धनगर, रपड़ी ईको टूरिज्म सेंटर फिरोजाबाद में भी आयोजन होगा.
यूपी के टाइगर रिजर्व | साल दर साल बढ़ रही पर्यटकों की संख्या |
दुधवा | 2022-23 2023-24 | 41,815 भारतीय 64401 भारतीय | 137 विदेशी 352 विदेशी | कुल- 41952 कुल 64753 |
पीलीभीत | 2022-23 2023-24 | 23,525 भारतीय 54378 भारतीय | 54 विदेशी 189 विदेशी | कुल- 23579 कुल- 54567 |
अमानगढ़ | 2022-23 2023-24 | 3066 भारतीय 4090 भारतीय | 3 विदेशी | कुल 3069 |
रानीपुर | 2022-23 2023-24 | 4180 भारतीय 13743 भारतीय |