मोतिहारी: पूर्वी चंपारण लोकसभा क्षेत्र से महागठबंधन के तरफ से वीआईपी के घोषित प्रत्याशी डॉ. राजेश कुमार टिकट मिलने के बाद शनिवार को मोतिहारी पहुंचे. जिला के सीमा में पहुंचने के साथ ही वीआईपी प्रत्याशी डॉ. राजेश कुमार का जगह-जगह स्वागत किया गया. इस दौरान महागठबंधन के कई नेता भी उनके साथ मौजूद रहे.
'जनता ने मुझपर लगाया जीत का मुहर'- राजेश कुमार: समर्थकों और महागठबंधन नेताओं के उत्साह को देख पूर्वी चंपारण से वीआईपी प्रत्याशी डॉ. राजेश कुमार भी काफी खुश दिखाई दे रहे थी. सैकड़ों गाड़ियों के काफिले के साथ अपने जिला में पहुंचे वीआईपी प्रत्याशी ने कहा कि वह महागठबंधन के उम्मीदवार हैं और जनता ने मेरे ऊपर जीत का मुहर लगा दिया है.
"चंपारण के लोगों के पुकार पर मुझे प्रत्याशी बनाया गया है. चंपारण की लोगों की मांग डॉ. राजेश हैं. चंपारण के लोग ही किसी को हीरो बनाते हैं और जीरो बनाते हैं. लोगों ने उनको 25 साल से देख लिया है. जनता ने उनको नकार दिया है और डॉ. राजेश पर मुहर लगा दी है."- डॉ. राजेश कुमार, वीआईपी प्रत्याशी, पूर्वी चंपारण
टिकट मिलने में हुई देरी पर राजेश कुमार : टिकट देने में हुई देरी पर डॉ. राजेश ने कहा कि तरह तरह के उम्मीदवार थे, जिससे नेता दिग्भ्रमित हो रहे थे.अन्ततः चंपारण के लोगों के पुकार पर डॉ. राजेश को उम्मीदवार बनाया गया है. मैं महागठबंधन और वीआईपी का उम्मीदवार हूं.सभी एक ही पार्टी है.वीआईपी को मिले नए सिम्बल से कोई परेशानी नहीं होगी. सबके मुखिया लालू यादव,तेजस्वी यादव और मुकेश सहनी हैं. टिकट को लेकर कोई दबाब की बात नहीं है. सबका आशिर्वाद मुझे मिला है.
शुक्रवार को नाम की हुई घोषणा: दरअसल, विकासशील इंसान पार्टी ने शुक्रवार की शाम में डॉ. राजेश कुमार को पूर्वी चंपारण लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाये जाने की घोषणा की.उसके बाद डॉ राजेश को वीआईपी की सदस्ता दिलाई गई और उन्हें पार्टी का सिंबल दिया गया. सिंबल लेकर आज सुबह डॉ. राजेश पटना से चले. जिला में प्रवेश करने के साथ ही महागबंधन के नेताओं ने जगह-जगह उनका स्वागत किया.
रिकॉर्ड मतों से जीत का दावा: मेहसी के मंगराही बाजार से ही कार्यकर्ताओं की भीड़ उनके साथ जुड़ती गई. वहीं जीवधारा चौक पर राजद नेता मनोज गुप्ता के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया. मनोज गुप्ता ने कहा कि इस बार महागबंधन प्रत्याशी डॉ. राजेश की रिकॉर्ड मतों से जीत होगी.
कौन हैं डॉ. राजेश कुमार: बता दें कि डॉ. राजेश कुमार केसरिया के पुरैना गांव के रहने वाले हैं. उन्होंने वर्ष 2015 के चुनाव में राजद के टिकट पर केसरिया विधानसभा क्षेत्र से जीत दर्ज की थी. वर्ष 2020 के चुनाव में राजद ने उनको टिकट नहीं दिया तो वह निर्दलीय केसरिया के चुनावी मैदान में उतर गए और वह तीसरे नंबर पर रहे. केसरिया से निर्दलीय चुनाव लड़ने के कारण डॉ.राजेश को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया. फिर 3 दिसंबर 2021 को प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने डॉ. राजेश को पुनः राजद में ज्वाइन कराया. उसके बाद से वह राजद में बने रहे.
राजद नेता को वीआईपी सदस्यता: इधर पूर्वी चंपारण सीट वीआईपी के हिस्सा में आ जाने के कारण कई लोग टिकट के लिए पटना में डेरा जमाये हुए थे, लेकिन राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के सलाह पर मुकेश सहनी ने डॉ.राजेश कुमार को पूर्वी चंपारण से वीआईपी का उम्मीदवार बनाया.उसके बाद डॉ. राजेश को वीआईपी की सदस्यता दिलाई गई.
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