नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) के मौजूदा पदाधिकारियों ने अपना एक साल का कार्यकाल पूर्ण होने पर प्रेस वार्ता कर अपनी एक साल की उपलब्धियां को गिनाया. इस दौरान डूसू छात्र संघ अध्यक्ष तुषार डेढ़ा ने बताया कि हमने अपने 2023-24 के कार्यकाल में डीयू के छात्र-छात्राओं की सभी समस्याओं को पुरजोर तरीके से डीयू प्रशासन के सामने उठाया और बहुत सी समस्याओं का हल भी कराया.
इसके साथ ही हमने नवरात्र में 10 दिन 10 छात्राएं छात्र संघ अध्यक्ष के अभियान के तहत नवरात्र के 10 दिन में एक-एक छात्रा को एक दिन का डूसू अध्यक्ष बनाया. जिससे छात्राओं को डूसू की कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी हुई. इससे छात्राओं ने अपने-अपने कॉलेज में जाकर एक दिन की दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ अध्यक्ष के रूप में कॉलेज के प्राचार्य से मिलकर समस्याओं को उठाया, जिनमें से कई समस्याओं का समाधान भी हुआ.
इसके साथ ही हमारा जो चुनाव का घोषणा पत्र था उसमें एक कॉमन घोषणा पत्र था, उसमें डीयू में एक और पुस्तकालय, स्टूडेंट सेंटर, डीयू सेंट्रिक बसें, मेट्रो में रियायती पास और छात्राओं के लिए एक महिला छात्रावास की मांग प्रमुख रूप से शामिल थी. इनमें से स्टूडेंट सेंटर का निर्माण प्रारंभ होना हमारी महत्वपूर्ण उपलब्धि है. साथ ही महिला छात्रावास का निर्माण कार्य भी विश्वविद्यालय के नजदीक ढाका में हो रहा है. इसके साथ ही विद्यार्थियों के कौशल विकास के लिए विभिन्न इंटर्नशिप करवाए, जिसमें मीडिया इंटर्नशिप प्रमुख है.
तुषार डेढ़ा ने कहा कि हमारे कार्यालय के दौरान 3248 विद्यार्थिओं की समस्याओं का समाधान हुआ. इतना ही नहीं हमने डूसू इन कैंपस अभियान चलाया, जिसमें हजारों छात्र-छात्राएं हमसे जुड़ी और उनकी समस्याओं का हल हुआ. पीजी और फ्लैट्स में रहने वाले छात्रों को अनियंत्रित किराए से बचाने के लिए रेंट कंट्रोल अधिनियम लाने के लिए दिल्ली सरकार के विरुद्ध आंदोलन, डीयू के 12 कॉलेज को अंबेडकर यूनिवर्सिटी में शामिल करने का दिल्ली सरकार के कुप्रयास का पुरजोर विरोध किया."
डूसू सत्र 2020-23 के बजट का उपयोग कोविड महामारी के कारण नहीं हो पाया था, उसका उपयोग छात्रों के लिए स्पेशल बस सर्विस के लिए किया जाए ऐसा विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग की है. इन सबके अतिरिक्त 85 से भी अधिक उपलब्धियां डूसू के इस कार्यकाल की है.
डूसू सचिव अपराजिता ने बताया कि एबीवीपी नीत डूसू ने अपने वूमेन मेनिफेस्टो में किए गए वादों को शत प्रतिशत पूरा किया है. छात्राओं के सशक्तिकरण एवं सुरक्षित कैंपस बनाने के लिए अनेक महत्वपूर्ण कार्य किए. छात्राओं की सुरक्षा को केंद्र में रखकर 24 घंटे वामिका का संचालन दिल्ली विश्वविद्यालय के परिसर में शुरू कराया. विश्वविद्यालय एवं पुलिस प्रशासन से संपर्क एवं संघर्ष के माध्यम से सभी कॉलेजों के बाहर महिला पीसीआर की व्यवस्था मुहैया कराई.
मिशन साहसी के माध्यम से दैनिक जीवन में उपयुक्त होने वाली वस्तुएं जैसे पेन, मेट्रो कार्ड के माध्यम से अपने आप को सुरक्षित किया जाए, इसका प्रशिक्षण दिया गया. ऋतुमति अभियान के माध्यम से 200 से भी अधिक बस्तियों में रहने वाली महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान स्वास्थ्य संबधी जागरुकता फैलाने के साथ ही सेनेटरी पैड का वितरण भी उनके बीच किया. विभिन्न कॉलेजों में सेनेटरी पैड वेंडिंग मशीन इंस्टॉल करवाए.
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एबीवीपी दिल्ली के प्रदेश मंत्री हर्ष अत्री ने कहा कि वर्षों से एबीवीपी नीत डूसू ने छात्रों के मुद्दों को सुलझाने में अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है. 2023-2024 के कार्यकाल के दौरान, एबीवीपी ने छात्रों की समास्याओं को हल करने और एक बेहतर व स्वस्थ परिसर निर्माण करने की दिशा में सकारात्मक भूमिका निभाई है. इस कार्यकाल की शुरुआत से ही हमने विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से छात्रों से संपर्क और संवाद बनाए रखा. जिसका हमें व्यापक लाभ पुनः इस चुनावों में मिलने जा रहा है. एबीवीपी ने अपने कार्यों के माध्यम से छात्र विकास को बढ़ावा देने में सफलता हासिल की है और एक विश्वसनीय छात्र संगठन के रूप में अपनी महत्वपूर्ण पहचान बनाई है. बता दें कि पिछले साल के डूसू चुनाव में तीन सीटों पर एबीवीपी और एक सीट पर एनएसयूआई ने जीत दर्ज की थी.