कानपुर: जिले में एक धार्मिक कथा के मंचन के दौरान 11 साल के बच्चे के गले में चाकू घुस गया. मंचन के दौरान काली के पात्र में जब 14 साल के दूसरे बच्चे ने चाकू चलाया तो यह दर्दनाक घटना हो गई. घायल बच्चे को नजदीक के अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई. घटना बिल्हौर थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक गांव की है. पुलिस ने बच्चे के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. वहीं इस मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है.
गांव में भागवत कथा का आयोजन कराया गया था. कथा के समापन के बाद बुधवार रात कुछ बच्चे धार्मिक कथा का मंचन कर रहे थे. इसमें एक 14 साल का एक बच्चा काली का किरदार निभा रहा था. जबकि अन्य बच्चे भूत और राक्षस बने थे. बताया जा रहा है कि इसी दौरान काली का किरदार निभा रहे बच्चे ने चाकू चलाया जो 11 वर्षीय दूसरे बच्चे के गले में घुस गया. इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. घटना से मौके पर अफरातफरी मच गई. आनन-फानन में किशोर को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
मंचन में क्यों दिया गया चाकू
ग्रामीणों का कहना है कि यह हादसा लापरवाही के चलते हुआ है. बच्चे को आखिर चाकू किसने दे दिया. जिस समय चाकू के साथ बच्चा अपना किरदार निभा रहा था तो उसे रोका क्यों नहीं गया. फिलहाल पुलिस ने बच्चे के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है.
जांच में लगी पुलिस
धार्मिक कथा के मंचन के दौरान लापरवाही सामने आई है. बच्चे की मौत से लोगों में काफी नाराजगी भी है. इस पूरे मामले में बिल्हौर थाना प्रभारी केशव तिवारी ने बताया कि पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है. घटना के बारे में छानबीन की जा रही है.