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मेंटल हेल्थ पर असर डाल रही भीषण गर्मी, बढ़ रहा हीट एंजाइटी का जोखिम - SIde Effect of Heat Wave

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : May 30, 2024, 8:31 PM IST

राजस्थाम में भीषण गर्मी जारी है. सूरज की तपिश से लोग परेशान हैं. हीट वेव के कारण कई लोगों की मौत भी हुई है. वहीं, हीट वेव की वजह से कुछ लोगों की मानसिक स्थिति पर भी असर पड़ रहा है. अस्पतालों में मेंटल हैल्थ के भी मामले सामने आ रहे हैं. जानिए पूरी खबर.

राजस्थाम में भीषण गर्मी
राजस्थाम में भीषण गर्मी (ETV Bharat GFX Team)
राजस्थाम में भीषण गर्मी (ETV Bharat Jaipur)

जयपुर. राजस्थान में हीटवेव का दौर लगातार जारी है. हीट वेव के कारण शारीरिक स्थिति ही नहीं बल्कि लोगों कि मानसिक स्थिति पर भी असर पड़ रहा है. मनोचिकित्सकों का कहना है कि अस्पताल में कुछ मामले फिजीकल हैल्थ के साथ मेंटल हैल्थ के भी आ रहे हैं. जयपुर के वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉ अनिल ताम्बी का कहना है की हीटवेव के असर से लोगों की मेंटल हैल्थ खराब हो रही है. इसकी जद में वो मरीज सबसे अधिक आ रहे हैं, जो पहले से किसी अन्य मानसिक अवसाद से जूझ रहे हैं. उनके लिए भीषण गर्मी बेहद खतरनाक साबित हो रही है.

ये लक्षण और बचाव : इण्डियन साइकियाट्रिक सोसाइटी राजस्थान चैप्टर के अध्यक्ष डॉ अखिलेश जैन का कहना है कि हीट एंजाइटी की जद में आकर लोग बहकी-बहकी बात करने लगते हैं और उनका व्यवहार चिढ़चिढ़ा हो रहा है. लोगों की नींद का साइकिल खराब हो जाता है. इसके साथ ही कई बार मरीज की सोच और समझ पर भी असर पड़ता है. डॉ जैन का कहना है कि इस तरह के मरीज़ों का गर्मियों में विशेष ध्यान रखना पड़ता है. उन्हें समय-समय पर भरपूर मात्रा में पानी पिलाने की जरुरत होती है. इसके साथ ही तेज धूप में जाने से बचना चाहिए. इसके बावजूद भी मरीज़ में लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत चिकित्सक परामर्श की आवश्यकता होती है.

इसे भी पढ़ें-प्रदेश के 13 जिलों में हीट वेव का अलर्ट, 31 मई से बारिश की संभावना, 1 जून से राहत मिलने की उम्मीद - Heat Wave Alert

सोडियम का लेवल सही रखें : अखिलेश जैन का कहना है कि आमतौर पर मानव शरीर में सोडियम के लेवल में कमी आ जाने के कारण कई बार मरीज़ बहकी-बहकी बातें करना शुरू कर देता है. ऐसे में गर्मियों के मौसम में शरीर में सोडियम को लेवल सही रखना काफी जरूरी है. वहीं, गर्मी से बचने के लिए अधिक से अधिक पेय पदार्थों का सेवन काफ़ी जरूरी है, जिसमें पानी, नींबू की शिकंजी, छाछ लस्सी आदि शामिल हैं.

राजस्थाम में भीषण गर्मी (ETV Bharat Jaipur)

जयपुर. राजस्थान में हीटवेव का दौर लगातार जारी है. हीट वेव के कारण शारीरिक स्थिति ही नहीं बल्कि लोगों कि मानसिक स्थिति पर भी असर पड़ रहा है. मनोचिकित्सकों का कहना है कि अस्पताल में कुछ मामले फिजीकल हैल्थ के साथ मेंटल हैल्थ के भी आ रहे हैं. जयपुर के वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉ अनिल ताम्बी का कहना है की हीटवेव के असर से लोगों की मेंटल हैल्थ खराब हो रही है. इसकी जद में वो मरीज सबसे अधिक आ रहे हैं, जो पहले से किसी अन्य मानसिक अवसाद से जूझ रहे हैं. उनके लिए भीषण गर्मी बेहद खतरनाक साबित हो रही है.

ये लक्षण और बचाव : इण्डियन साइकियाट्रिक सोसाइटी राजस्थान चैप्टर के अध्यक्ष डॉ अखिलेश जैन का कहना है कि हीट एंजाइटी की जद में आकर लोग बहकी-बहकी बात करने लगते हैं और उनका व्यवहार चिढ़चिढ़ा हो रहा है. लोगों की नींद का साइकिल खराब हो जाता है. इसके साथ ही कई बार मरीज की सोच और समझ पर भी असर पड़ता है. डॉ जैन का कहना है कि इस तरह के मरीज़ों का गर्मियों में विशेष ध्यान रखना पड़ता है. उन्हें समय-समय पर भरपूर मात्रा में पानी पिलाने की जरुरत होती है. इसके साथ ही तेज धूप में जाने से बचना चाहिए. इसके बावजूद भी मरीज़ में लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत चिकित्सक परामर्श की आवश्यकता होती है.

इसे भी पढ़ें-प्रदेश के 13 जिलों में हीट वेव का अलर्ट, 31 मई से बारिश की संभावना, 1 जून से राहत मिलने की उम्मीद - Heat Wave Alert

सोडियम का लेवल सही रखें : अखिलेश जैन का कहना है कि आमतौर पर मानव शरीर में सोडियम के लेवल में कमी आ जाने के कारण कई बार मरीज़ बहकी-बहकी बातें करना शुरू कर देता है. ऐसे में गर्मियों के मौसम में शरीर में सोडियम को लेवल सही रखना काफी जरूरी है. वहीं, गर्मी से बचने के लिए अधिक से अधिक पेय पदार्थों का सेवन काफ़ी जरूरी है, जिसमें पानी, नींबू की शिकंजी, छाछ लस्सी आदि शामिल हैं.

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