जयपुर. राजस्थान में हीटवेव का दौर लगातार जारी है. हीट वेव के कारण शारीरिक स्थिति ही नहीं बल्कि लोगों कि मानसिक स्थिति पर भी असर पड़ रहा है. मनोचिकित्सकों का कहना है कि अस्पताल में कुछ मामले फिजीकल हैल्थ के साथ मेंटल हैल्थ के भी आ रहे हैं. जयपुर के वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉ अनिल ताम्बी का कहना है की हीटवेव के असर से लोगों की मेंटल हैल्थ खराब हो रही है. इसकी जद में वो मरीज सबसे अधिक आ रहे हैं, जो पहले से किसी अन्य मानसिक अवसाद से जूझ रहे हैं. उनके लिए भीषण गर्मी बेहद खतरनाक साबित हो रही है.
ये लक्षण और बचाव : इण्डियन साइकियाट्रिक सोसाइटी राजस्थान चैप्टर के अध्यक्ष डॉ अखिलेश जैन का कहना है कि हीट एंजाइटी की जद में आकर लोग बहकी-बहकी बात करने लगते हैं और उनका व्यवहार चिढ़चिढ़ा हो रहा है. लोगों की नींद का साइकिल खराब हो जाता है. इसके साथ ही कई बार मरीज की सोच और समझ पर भी असर पड़ता है. डॉ जैन का कहना है कि इस तरह के मरीज़ों का गर्मियों में विशेष ध्यान रखना पड़ता है. उन्हें समय-समय पर भरपूर मात्रा में पानी पिलाने की जरुरत होती है. इसके साथ ही तेज धूप में जाने से बचना चाहिए. इसके बावजूद भी मरीज़ में लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत चिकित्सक परामर्श की आवश्यकता होती है.
सोडियम का लेवल सही रखें : अखिलेश जैन का कहना है कि आमतौर पर मानव शरीर में सोडियम के लेवल में कमी आ जाने के कारण कई बार मरीज़ बहकी-बहकी बातें करना शुरू कर देता है. ऐसे में गर्मियों के मौसम में शरीर में सोडियम को लेवल सही रखना काफी जरूरी है. वहीं, गर्मी से बचने के लिए अधिक से अधिक पेय पदार्थों का सेवन काफ़ी जरूरी है, जिसमें पानी, नींबू की शिकंजी, छाछ लस्सी आदि शामिल हैं.