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स्वाद पर लगा महंगाई का तड़का, चने के दाम में बढ़ोतरी से जेब होगी 'ढीली' - gram flour Price Increased

अलवर मंडी में इन दिनों चने की आवक कम हुई है, जिससे चने के दाम में बढ़ोतरी हुई है. ऐसे में साफ है कि व्यापारी अब बेसन और चने की दाल की कीमतें बढ़ा सकते हैं. जाहिर है, स्वाद के दीवानों की जेब पर अब अतिरिक्त भार पड़ेगा.

GRAM FLOUR PRICE INCREASED
अलवर मंडी में बेसन के दाम बढ़े (ETV bharat ALWAR)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Sep 3, 2024, 6:33 AM IST

Updated : Sep 3, 2024, 7:10 AM IST

चने के भाव बढ़ने से बेसन के दाम में भी हुई बढ़ोतरी (ETV bharat ALWAR)

अलवर : शहर में लोग हर सुबह नाश्ते की दुकान पर स्वाद का लुत्फ उठाने आ जाते हैं. इस स्वाद में बेसन की बड़ी भूमिका है. क्योंकि इन नास्तों की प्लेट को सुशोभित करते ज्यादातर व्यंजन बेसन के ही बने होते हैं, लेकिन अब ग्राहकों और उपभोक्ताओं को इन्हीं व्यजनों के लिए अपने जेब ढीली करनी पड़ेगी, क्योंकि चने के दाम में हो रही बढ़ोतरी का असर बेसन पर भी पड़ेगा. बेसन की कीमतों में अचानक ऊछाल देखने को मिल सकता है. आने वाले समय में दुकानदार व व्यापारी भी कीमतों में इजाफा कर सकते हैं.

अलवर कृषि उपज मंडी व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुरेश जलालपुरिया ने बताया कि बीते एक सप्ताह में चने के भाव 300 रुपए क्विंटल तक बढ़े हैं. कारण है कि इस वर्ष देश में चने का उत्पादन कम हुआ है, जिसके चलते आगामी त्योहारी सीजन में चने की मांग को पूरा करना मुश्किल होगा. इसी के चलते चने के भाव में तेजी आई है. उन्होंने बताया कि आने वाले समय में चने के भाव में और भी तेजी होने की संभावना है. त्योहारी सीजन में बेसन की ज्यादा खपत होगी, जिसके चलते चना दाल और बेसन के भाव प्रभावित होंगे.

इसे भी पढ़ें : मंडियों में पहुंच रही है नकली सरसों, ऐसे की जा रही है तैयार, जानिए कैसे करें इसकी पहचान - Fake mustard

देश में 35 प्रतिशत तक उत्पादक कम : सुरेश जलालपुरिया ने बताया कि अलवर कृषि उपज मंडी में बीते वर्ष की तुलना में इस बार चने की आवक कम है. कारण है कि पूरे देश में इस बार करीब 35 प्रतिशत तक चने की पैदावार कम हुई है. उन्होंने बताया कि अलवर कृषि उपज मंडी में चने का वर्तमान भाव 7500 रुपए प्रति क्विंटल चल रहा है. आने वाले समय में इस भाव में ओर भी तेजी की संभावना है.

GRAM FLOUR PRICE INCREASED
स्वाद पर लगा महंगाई का तड़का (ETV bharat ALWAR)

किसान चने की फसल के लिए आकर्षित : सुरेश जलालपुरिया ने बताया कि इस मानसूनी सीजन में अलवर जिले में अच्छी बारिश हुई है, जिसके चलते किसान चने की खेती की ओर आकर्षित हैं. इसके लिए चने के बीज भी अधिक मात्रा में चाहिए. उन्होंने बताया कि इसका सीड नहीं होता, जबकि किसानों के पास पुराना स्टॉक व मंडी में जमा पुराने चने को ही किसान फसल के लिए खेतों में बोते हैं. आने वाले समय में बीज की मांग को देखते हुए चने की कीमतों में और इजाफा होने की संभावना है.

इसे भी पढ़ें : लहसुन ने किया मालामाल, मंडी में बीते साल से कम पहुंचा माल फिर भी दोगुना मिला भाव - Garlic Farmers in Profit

बेसन के व्यंजन भी होंगे महंगे : बेसन की कीमतों में इजाफा होने के चलते अब अलवर शहर में लगने वाली नास्तों की थड़ियों और दुकानों पर मिलने वाले बेसन के व्यंजनों की कीमतों में भी बढ़ोतरी होगी. इसके चलते स्वाद के दीवानों की जेब पर अतिरिक्त भार पड़ेगा. अलवर शहर में कढ़ी कचोरी, ब्रेड पकोड़ा, बेसन के चीले, खमन ढोकले, पकौड़ी सहित अन्य व्यंजनों के दाम भी बढ़ने की संभावना है.

मंडी में अभी चने का ऑफ सीजन : सुरेश जलालपुरिया ने बताया कि इन दिनों कृषि उपज मंडी में चने का ऑफ सीजन चल रहा है. इस कारण मंडी में इन दिनों 100 से 150 कट्टे चने की आवक हो रही है. इस साल देश में चने के उत्पादन में 35 प्रतिशत की कमी आई है. वहीं, चने की बुवाई का सीजन भी आने वाला है. किसान अपने पास रखे चने से ही बीज की बुवाई करते हैं, इस कारण मंडी में किसान कम मात्रा में चना लेकर आ रहे हैं.

चने के भाव बढ़ने से बेसन के दाम में भी हुई बढ़ोतरी (ETV bharat ALWAR)

अलवर : शहर में लोग हर सुबह नाश्ते की दुकान पर स्वाद का लुत्फ उठाने आ जाते हैं. इस स्वाद में बेसन की बड़ी भूमिका है. क्योंकि इन नास्तों की प्लेट को सुशोभित करते ज्यादातर व्यंजन बेसन के ही बने होते हैं, लेकिन अब ग्राहकों और उपभोक्ताओं को इन्हीं व्यजनों के लिए अपने जेब ढीली करनी पड़ेगी, क्योंकि चने के दाम में हो रही बढ़ोतरी का असर बेसन पर भी पड़ेगा. बेसन की कीमतों में अचानक ऊछाल देखने को मिल सकता है. आने वाले समय में दुकानदार व व्यापारी भी कीमतों में इजाफा कर सकते हैं.

अलवर कृषि उपज मंडी व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुरेश जलालपुरिया ने बताया कि बीते एक सप्ताह में चने के भाव 300 रुपए क्विंटल तक बढ़े हैं. कारण है कि इस वर्ष देश में चने का उत्पादन कम हुआ है, जिसके चलते आगामी त्योहारी सीजन में चने की मांग को पूरा करना मुश्किल होगा. इसी के चलते चने के भाव में तेजी आई है. उन्होंने बताया कि आने वाले समय में चने के भाव में और भी तेजी होने की संभावना है. त्योहारी सीजन में बेसन की ज्यादा खपत होगी, जिसके चलते चना दाल और बेसन के भाव प्रभावित होंगे.

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देश में 35 प्रतिशत तक उत्पादक कम : सुरेश जलालपुरिया ने बताया कि अलवर कृषि उपज मंडी में बीते वर्ष की तुलना में इस बार चने की आवक कम है. कारण है कि पूरे देश में इस बार करीब 35 प्रतिशत तक चने की पैदावार कम हुई है. उन्होंने बताया कि अलवर कृषि उपज मंडी में चने का वर्तमान भाव 7500 रुपए प्रति क्विंटल चल रहा है. आने वाले समय में इस भाव में ओर भी तेजी की संभावना है.

GRAM FLOUR PRICE INCREASED
स्वाद पर लगा महंगाई का तड़का (ETV bharat ALWAR)

किसान चने की फसल के लिए आकर्षित : सुरेश जलालपुरिया ने बताया कि इस मानसूनी सीजन में अलवर जिले में अच्छी बारिश हुई है, जिसके चलते किसान चने की खेती की ओर आकर्षित हैं. इसके लिए चने के बीज भी अधिक मात्रा में चाहिए. उन्होंने बताया कि इसका सीड नहीं होता, जबकि किसानों के पास पुराना स्टॉक व मंडी में जमा पुराने चने को ही किसान फसल के लिए खेतों में बोते हैं. आने वाले समय में बीज की मांग को देखते हुए चने की कीमतों में और इजाफा होने की संभावना है.

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बेसन के व्यंजन भी होंगे महंगे : बेसन की कीमतों में इजाफा होने के चलते अब अलवर शहर में लगने वाली नास्तों की थड़ियों और दुकानों पर मिलने वाले बेसन के व्यंजनों की कीमतों में भी बढ़ोतरी होगी. इसके चलते स्वाद के दीवानों की जेब पर अतिरिक्त भार पड़ेगा. अलवर शहर में कढ़ी कचोरी, ब्रेड पकोड़ा, बेसन के चीले, खमन ढोकले, पकौड़ी सहित अन्य व्यंजनों के दाम भी बढ़ने की संभावना है.

मंडी में अभी चने का ऑफ सीजन : सुरेश जलालपुरिया ने बताया कि इन दिनों कृषि उपज मंडी में चने का ऑफ सीजन चल रहा है. इस कारण मंडी में इन दिनों 100 से 150 कट्टे चने की आवक हो रही है. इस साल देश में चने के उत्पादन में 35 प्रतिशत की कमी आई है. वहीं, चने की बुवाई का सीजन भी आने वाला है. किसान अपने पास रखे चने से ही बीज की बुवाई करते हैं, इस कारण मंडी में किसान कम मात्रा में चना लेकर आ रहे हैं.

Last Updated : Sep 3, 2024, 7:10 AM IST
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