अलवर: जिले में शनिवार रात से लगातार हो रही बारिश के चलते सुबह कई प्रमुख स्थलों पर झरने बह निकले. इन झरनों में नहाने का लुत्फ उठाने के लिए हजारों की संख्या में लोग सुबह से ही पहुंचने लगे. पर्यटकों की बढ़ती संख्या और दुर्घटना की संभावना को देखते हुए अलवर पुलिस की ओर से यहां आने वाले पर्यटकों को सावधानी बरतने के लिए भी कहा जा रहा है.
सुबह से कृष्ण कुंड पर लगा पर्यटकों का रेला: अलवर शहर में कृष्ण कुंड स्थित झरने में बारिश का पानी आने से रविवार सुबह से ही पर्यटकों का रेला कृष्ण कुंड पर दिखाई दिया. कृष्ण कुंड पर हर वर्ग के लोग लुत्फ उठाने के लिए अपने परिवार के साथ पहुंचे. लोगों का कहना है कि अच्छी बारिश के चलते मौसम सुहावना हुआ है. लोग अपने परिवार के साथ समय बिताने के लिए घरों से बाहर निकले हैं.
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कृष्ण कुंड पर झरने का लुफ्त उठाने के लिए आए सौरभ कालरा ने बताया कि भोलेनाथ अलवर पर मेहरबान हैं. इसी का परिणाम है कि अलवर जिले के झरने बहने लगे. यह इस बार सावन की सबसे अच्छी बारिश है. इसी का लुफ्त उठाने के लिए कृष्ण कुंड पर करीब 5 हजार से ज्यादा लोग रविवार के दिन पहुंचे हैं. कृष्ण कुंड को अलवर का मुख्य हैपनिंग स्पॉट माना जाता है. उन्होंने कहा कि कृष्ण कुंड पर रविवार को अलवर शहर के लोग ही नहीं बल्कि दिल्ली व हरियाणा से भी लोग पहुंचे और मौसम का लुफ्त उठाया.
मौसम में बरते सावधानी: किशन कुंड पर मौजूद कोतवाली थाने के एएसआई सुनील कुमार ने बताया कि बारिश के मौसम में कृष्ण कुंड पर आने वाले पर्यटकों को सावधानी बरतने के निर्देश दिए जा रहे हैं. जिससे कोई दुर्घटना का शिकार ना हो. उन्होंने कहा कि बारिश के मौसम में कई जगहों से दुर्घटना की खबरें सामने आ रही हैं. यहां इस तरह के हादसे ना हों, इसके लिए पर्यटकों को समझाइश की गई है.
बारलाबास और ढिगावडा में ढहे मकान: जिले के राजगढ़ उपखंड क्षेत्र के बारलाबास व पंचायत समिति क्षेत्र ग्राम ढिगावडा में बारिश के चलते मकान ढह गए. गनीमत यह रही कि हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई. घटना की सूचना पर जिला प्रशासन के अधिकारी व तहसीलदार मौके पर पहुंचे और घटना का जायजा लिया. लोगों की अपील पर जिला प्रशासन की ओर से परिवार के रहने की वैकल्पिक व्यवस्था की गई. तहसीलदार विनोद शर्मा ने बताया कि मौके पर मकान ढह गया. इससे घर का सामान नीचे दब गया. परिवार के लिए रहने की वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है.