वाराणसी: पूरे देश में गर्मी कहर बरपा रही है. हर तरफ गर्मी से हाहाकार मचा है. पारा 50 डिग्री तक पहुंच चुका है. वहीं धर्म नगरी वाराणसी में भी गर्मी ने दो दिनों से कोहराम मचा रखा है. यहां भी पारा 47 डिग्री से. है और आसमान से बरस रही आज लोगों के लिए मौत का सबब बन रही है. हालांकि, वाराणसी जिला प्रशासन स्पष्ट कर रहा है कि गर्मी से किसी की मौत नहीं हुई, लेकिन यहां के शमशान घाट फुल हैं. श्मसान घाट जाने वाली गलियों में अंतिम संस्कार के लिए शव लेकर पहुंचने वालों की कतार लगी है. रात में महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पर सिर्फ और सिर्फ चिताएं ही नजर आ रही हैं. हालात यह हैं कि श्मसान घाट पर तिल रहने की जगह नहीं है.
वाराणसी से मणिकर्णिका घाट जाने वाले रास्ते पर शुक्रवार को करीब 1 किलोमीटर से भी ज्यादा लंबा जाम लगा रहा. इसके पीछे की बड़ी वजह है, यहां अंतिम संस्कार के लिए लाए जाने वाले शव. आम दिनों में मणिकर्णिका घाट पर पूरे दिन में 100-150 के आसपास शवों का दाह संस्कार होता है, लेकिन गर्मी का प्रकोप बढ़ने के बाद देश के अलग-अलग हिस्से और पूर्वांचल से यहां पर प्रतिदिन 300 से ज्यादा शव ला जा रहे हैं.
लकड़ी कारोबार से जुड़े पिंटू यादव का कहना है कि बीते दो दिनों से शवों की संख्या जबरदस्त बड़ी है. जहां आम दिनों में 100 से 150 शव आते थे, वहीं इस समय संख्या 300 से 350 तक पहुंच रही है. गलियों में स्थिति यह है कि रात को 2 बजे के बाद भी अपनों के अंतिम संस्कार के लिए आने वाले लोग अर्थी लिए लाइन में लगकर पहुंच रहे हैं. शवों की संख्या दिन ढलने के बाद बढ़ जाती है.
उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी से फिलहाल राहत मिलने के आसार नहीं दिखते. जून में छोड़े बहुत बदलाव के आसार हैं, लेकिन मौसम विज्ञानियों का मानना है कि फिर भी तापमान सामान्य से अधिक रहेगा.