नई दिल्ली: राजधानी में कई दिन से आंधी और बारिश का मौसम है लेकिन गर्मी कम नहीं हुई हैं. ऐसी गर्मी में दोपहर के समय चिलचिलाती धूप में बाहर निकलना मुश्किल है. ऐसे में बीते कई हफ़्तों से बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है. वहीं दिल्ली के दिल कहे जाने वाले कनॉट प्लेस में एक बाजार ऐसा हैं, जिसमें दोपहर के समय भी घूमने-फिरने वालों की काफी हलचल देखने को मिल रही है. इसका नाम है पालिका बाजार.
तकरीबन 400 दुकानों का यह मार्केट पूरी तरह से वातानुकूलित(एयर कंडीशन) है. यहां कपड़े, खिलौने, इलेट्रॉनिक गैजेट्स, घड़ी, चश्मे आदि जरूरत का काफी सामान मिलता है. इसके अलावा ये बाजार दिल्ली NCR में सस्ते और बेहतरीन टैटू आर्टिस्ट का हब भी है. बता दें कि पालिका बाजार भारत का पहला वातानुकूलित मार्केट है. भीषण गर्मी में यहां लोग फर्श पर बैठकर दोपहरी काटते हैं. घंटों-घंटों आराम करते दिखाई पड़ते हैं.
छोटी-मोटी 400 दुकान
पालिका बाजार में छोटी-बड़ी मिलाकर करीब 400 दुकानें है. यहां किफायती दामों में कपड़े, घड़ी, इलेक्ट्रॉनिक आइटम, जींस, जूते, हैंडीक्राफ्ट, चाइनीज प्रोडक्ट्स खूब मिलते हैं. बॉडी पर टैटू बनाने वालों का अच्छा काम है. दर्शन ने बताया कि अब तक चिलचिलाती धूप में मार्केट में सनग्लासेज खूब बिक रहे हैं. बहुत से दुकानदारों ने धूप के चश्मे रख लिए हैं. 200 से 1500 रुपये तक के चश्मे मिल रहे हैं.
पालिका शॉपकीपर्स वेलफेयर एसोसिएशन के महामंत्री विनोद ठाकुर ने बताया कि आम तौर पर गर्मी में ग्राहक कम निकलते हैं. फिर भी पालिका में कस्टमर्स की संख्या संतोषजनक है. जिस हिसाब से गर्मी पड़ रही है, उसमें कोई घर से बाहर निकल कर शॉपिंग कर रहा है, तो ये बड़ी बात है. अब तो सिक्योरिटी ऑफिस में भी बोल दिया है कि रात में एंट्री साढ़े 8 बजे तक बढ़ा दी जाए, ताकि ग्राहकों को शॉपिंग का अतिरिक्त समय मिल जाए.
बहुत से ग्राहक दोपहर के बजाए शाम में खरीदारी करने निकलते हैं. पहले रात 8 बजे एंट्री बंद कर देते थे. रात 9 बजे के बाद लाइट्स ऑफ होती थीं. बाजार सुबह 9 बजे खुल जाता है, वहीं ग्राहकों की एंट्री 10 बजे खोल दी जाती है. पालिका बाजार में सुबह 11 बजे कोई आ जाता है, तो शाम में ही बाहर निकलता है. दिन में तापमान 47-48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच रहा है, ऐसे में लोग पालिका बाजार में ही समय व्यतीत करना पसंद करते हैं. यहां बैठने की अच्छी जगह है. आरओ का ठंडा पानी है. 6 टॉयलेट हैं. खाने-पीने के अच्छे स्टॉल्स हैं. वेज और नॉनवेज खाने का प्रबंध है. दूर-दूर से लोग खाने आते हैं. किसी को बाहर जाने की जरूरत नहीं है.
इंदौर से राजधानी घूमने आने वाली साक्षी ने बताया कि दिल्ली में बहुत गर्मी है. इसलिए पालिका बाजार में लगे AC का आनंद उठा रहे हैं. जैसे ही शाम होगी फिर CP में घूमेंगे. इससे पहले पूरे परिवार ने दोपहर का पूरा खाना यानी पालिका में ही बैठ कर खाया है.
गर्मी के कारण पालिका बाजार में AC की ठंडक में दिन काट रहे लोगों ने बताया कि यहां वो सूरज ढलने का इंतजार कर रहे हैं शाम होते ही बाजार घूमेंगे. पालिका बाजार में ही बैठे हनी ने बताया कि वह फरीदाबाद से आए हैं. दिल्ली में भीषण गर्मी है. इसीलिए पालिका के बाजार का मजा ले रहे हैं और आराम कर रहे हैं.
पालिका बाजार में दोपहर का खाना खाते हुए रायपुर के मनोज शर्मा ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ मनाली घूमने जा रहे थे. इस बीच वह दिल्ली में कुछ देर के लिए रुके. इसी दौरान उनको राजधानी घूमने का मौका मिला. लेकिन गर्मी ज्यादा होने के कारण, उन्होंने पालिका में शॉपिंग और विराम करने का फैसला लिया.
पता ही नहीं चलता बाहर कैसा मौसम है?
विनोद ने बताया कि दिन में पारा हाई रहता है, तो कनॉट प्लेस की सैर करने वाले भी पालिका बाजार में आ जाते हैं. अब कोई एक बार अंदर आ गया, तो कुछ न कुछ जरूर खा-पीकर या खरीदकर जाता है. दो साल पहले एसी का पूरा सिस्टम ठीक करवाया गया था. अब तो पता भी नहीं चलता कि बाहर कैसा मौसम है. अंदर आने वाले लोग ही बताते हैं कि बाहर गर्मी, सर्दी, बारिश, तूफान या आंधी का मौसम बन रहा है.
बाजार में फायर सुरक्षा
पूरी तरह से वातनुकूलित होने के कारण गर्मियों में बाजार में आग लगने का खतरा बढ़ जाता है. जैसे कि बीते कई दिनों में दिल्ली में अन्य बाज़ारों में देखने को मिला. लेकिन इस लिहाज से पालिका में अग्नि सुरक्षा के बेहतर इंतजाम हैं. पालिका शॉपकीपर्स वेलफेयर एसोसिएशन के महामंत्री विनोद ठाकुर ने बताया कि जब बाजार को बनाया गया, तब यहां लकड़ी की फॉल सीलिंग थी. इसके बाद में इसको इंटरनेशनल बाजारों के आधार पर बनाया गया. अब यहां आग लगने का खतरा बहुत हद तक कम हो गया है. पूरे बाजार में स्प्रिंकलर सिस्टम लगा हुआ है. अगर कहीं छोटी चिंगारी भी निकलेगी, तो स्प्रिंकलर सिस्टम तुरंत चालू हो जाएगा और आग पर काबू पा लेगा. इसके अलावा जगह-जगह पर अग्निशमन सिलिंडर्स रखें हैं. साथ ही बाजार के बाहर दमकल की एक गाड़ी 24 घंटे तैनात रहती है.
बाजार का इतिहास
विनोद ने बताया कि भारत का सबसे पहला वातानुकूलित बाजार है. पालिका बाजार 1978 से चल रहा है. शुरू से ही वातानुकूलित स्ट्रक्चर है. गर्मी में गर्मी नहीं लगती और सर्दी में सर्दी महसूस नहीं होती. इन दिनों कनॉट प्लेस में भले लोग कम दिखाई दें, लेकिन पालिका में भीड़ रहती है. बाहर की गर्मी से लोग बचे रहते हैं. बहुत से लोग ऐसे हैं, जो पूरी दोपहरी यहीं काटते हैं. सेंट्रल हॉल में बेंच पर जगह नहीं मिलती, तो नीचे बैठकर टाइम पास करते हैं. खाली बैठे-बैठे चाय और स्नैक्स ले लेते हैं. बाजार में निशुल्क ठंडा पानी मिलता है. साफ-सफाई का ध्यान रखा जाता है. अब शॉपकीपर्स यही चाहते हैं कि जितने लोग यहां एसी की ठंडक में आराम करने आते हैं वो लोग ग्राहक में भी बदले.
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